ऐलनाबाद सीट के इतिहास में केवल एक बार 2010 में हुआ उपचुनाव
इनैलो से अभय सिंह चौटाला तीसरी बार मैदान में
अटल हिंद/नरेश सोनी
राजस्थान सीमा के साथ सटी हरियाणा की सबसे अंतिम विधानसभा सीट ऐलनाबाद में अब तक केवल एक बार ही उप-चुनाव हुआ है । 2010 में हुए इस उप-चुनाव में इनेलो व कांग्रेस के बीच में कड़ा मुकाबला देखने को मिला था । जिसमें इनेलो की ओर से अभय सिंह चौटाला ने कांग्रेस के भरत सिंह बैनीवाल को 6227 वोटों के अंतराल से मात दी थी । इस चुनाव में जीत दर्ज कर यहां अभय सिंह चौटाला अपने पिता ओम प्रकाश चौटाला की साख को बचाने में सफल रहे वहीं इनेलो का गढ कही जाने वाली इस सीट पर अपना कब्जा कायम भी रखा । वहीं कांग्रेस प्रत्याशी भरत सिंह बैनीवाल की हार के बावजूद पूरे क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए मुकाबले की चर्चा रही । क्योंकि इससे 1 वर्ष पहले हुए 2009 विधानसभा चुनावों में वह ओपी चौटाला से 16423 वोटों से पीछे रह गए थे । ऐसे में उपचुनाव के नतीजों में केवल 6227 वोटों का अंतराल उनके लिए किसी जीत से कम नहीं था। इस उपचुनाव का कारण था कि 2009 के चुनावों में यहां से जीतकर निकले इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला ने दो जगह
ऐलनाबाद व नरवाना में जीत मिलने के बाद ऐलनाबाद सीट से इस्तीफा दे दिया था । जिसके बाद उन्होंने अपने सुपुत्र अभय सिंह चौटाला को इस सीट से मैदान में उतारा था । तब से लेकर अब तक अभय सिंह अजेय रहे हैं । पिछले 2014 के चुनाव में उन्होंने भाजपा के पवन बैनीवाल को 11535 वोटों से हराकर एक बार फिर जीत दर्ज की थी । इस बार अभय सिंह इनैलो प्रत्याशी के रूप में तीसरी बार मैदान में हैं।
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