ठेकेदारों के जरिए स्वास्थ्य विभाग में लगे कर्मचारियों से रिश्वत लेने व सेलरी न देने का मामला
सीएम को ट्वीट करके जानकारी देने वाले कर्मसिंह प्रजापति के बयान हुए दर्ज
अटल हिन्द समाचार-पत्र ने उठाया है कई बार मुद्दा, लेकिन सरकार गम्भीर नहीं !
कैथल, 03 फरवरी (कृष्ण प्रजापति): जिला कैथल के स्वास्थ्य विभाग में सभी सामुदायिक केंद्रों में ठेकेदारी प्रथा के अधीन कार्य कर रहे सैंकड़ो कर्मचारियों को पिछले चार महीने से वेतन नहीं मिला और उल्टा उनको नौकरी पर रखने के लिए ठेकेदारों द्वारा 15 से 20 हजार रूपए भी लिए गए, जिसकी शिकायत को लेकर पीड़ित कर्मचारियों ने कई बार गुहार लगाई, मीडिया में मामला उछला लेकिन सरकार ने इस मामले में कार्रवाई करने की जहमत तक नहीं उठाई। परेशान होकर एक कर्मचारी कर्मसिंह प्रजापति ने इसको लेकर सीएम के ट्विटर अकाउंट पर ट्विट कर दिया। फिर क्या था, इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री के कार्यालय प्रतिनिधियों ने कैथल डीसी, सीएमओ, एसएमओ से जवाब तलबी की तो इस मामले को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कड़ा एक्शन लेने की ठानी। शिकायतकर्ता कर्म सिंह प्रजापति चीका ने बताया कि उन्हें समय पर वेतन नही मिलता और जो वेतन मिलता है वो डी लसी रेट के अनुसार पूरा नही होता व ईपीएफ भी पूरा जमा नही करवाया गया। इस मामले को लेकर वे कई बार गुहला एसडीएम व डीसी कैथल को अवगत करा चुके हैं लेकिन मामला भरष्टाचार की गर्तों में लिप्त होने के चलते दबा दिया गया और उनकी कहीं कोई सुनवाई नही हुई। पिछले दो सालों से इसी तरह शोषण होता रहा।
फिर उन्होंने गत 14 जनवरी 2020 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को ट्वीट करके पूरे मामले से अवगत कराया। मामला कैथल में दैनिक अटल हिन्द समाचार पत्र और अन्य कई अखबारों में हाई लाइट होने के बाद इस मामले की जांच चल रही है। तब से लेकर अब तक शिकायतकर्ता के दो बार बयान दर्ज हो चुके हैं। आज शिकायतकर्ता के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुहला में बयान दर्ज हुए जबकि इससे पहले गुहला थाने में बयान दर्ज हुए थे। शिकायतकर्ता कर्म सिंह प्रजापति ने बताया कि विभाग के आला अधिकारियों ने उनसे संपर्क करके केवल आश्वासन दिया है कि बजट आ गया है और सभी कर्मचारियों का जनवरी माह तक का वेतन आगामी 15 फ़रवरी तक उनके खाते में आ जायेगा। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि विभाग के आला अधिकारी अपने आश्वासन पर खरा उतरेंगे।
फोटो- अटल हिन्द समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार, शिकायतकर्ता द्वारा सीएम को किया गया ट्वीट और शिकायतकर्ता कर्म सिंह प्रजापति चीका।