कैथल सिविल अस्पताल में बिगड़ रही व्यवस्था से आम पब्लिक को हो रही भारी परेशानी अधिकारी नहीं ले रहे रुचि.. i
कैथल (अटल हिन्द /मनोज मालिक )
जहां केंद्र व राज्य सरकार करोना महामारी की तीसरी लहर से लड़ने के लिए जी जान से जुटी हुई हैं वहीं कैथल नागरिक अस्पताल में इस समय सुविधाओं की कमी का अंबार लगा हुआ है..जिला नागरिक अस्पताल की व्यवस्था अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ रही अस्पताल में मरीजों की सुविधाओं को लेकर अधिकारी अंसवेदनशील बने हुए हैं यहां आने वाले मरीजों को झेलना पड़ रहा है..जिला नागरिक अस्पताल में इस समय तीनों लिफ्ट खराब हैं इसके साथ एक्सरे मशीन तथा अन्य कई मशीने पिछले काफी दिनों से खराब पड़ी है जिसकी तरफ हंसपाल प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा, अधिकारी इन्हें खुद श्रेय लेकर ठीक करवाना तो दूर इनको ठीक करवाने के लिए दिए जाने वाले कागजों पर हस्ताक्षर करने को तैयार नहीं हैं.. सिविल अस्पताल में व्यवस्था संभालने की जिनको जिम्मेदारी सौंपी गई है उनके पास सिर्फ प्रशासनिक पावर है फाइनेंशियल पावर सिविल सर्जन के पास है जब भी किसी काम के लिए राशि मांगी जाती है तो उस कार्य को अधर में ही लटका दिया जाता है इसके लिए अस्पताल में एक के बाद एक व्यवस्था बिगड़ रही हैं इसके साथ साथ सिविल सर्जन कार्यालय से देरी से फाइलें पास होने का भी आरोप एक स्वास्थ्य अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि जब भी कोई कागज लेकर सिविल सर्जन कार्यालय जाते हैं तो कोई रिस्पांस नहीं मिलता.. हस्पताल के लिए ऊपर मुख्यालय बजट देने को तैयार हैं लेकिन सिविल सर्जन कैथल जयंत आहूजा इस और कोई रुचि नहीं ले रहे.. इसलिए सिविल सर्जन कार्यालय से कागजों पर साइन करने में देरी होने के कारण विभाग के बहुत सारे जरूरी कार्य अभी भी पेंडिंग पड़े हैं जिस कारण आम पब्लिक को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है इसके साथ ही सिविल सर्जन कार्यालय में किसी भी कागज पर साइन लेने हो तो उसके लिए भी कई चक्कर काटने पड़ते हैं, इसलिए सिविल सर्जन की लापरवाही की मार आम जनता को झेलनी पड़ रही है जिससे उनको भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है,जब अस्पताल की व्यवस्था बारे PMO डॉ रेनू चावला से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके पास सिर्फ प्रशासनिक कार्यों का ही चार्ज है वित्तीय चार्ज CMO साहब खुद देख रहे हैं और लिफ्ट की समस्या काफी दिनों से है जिन को दूर करने के लिए प्रयास जारी हैं डॉक्टरों की कमी भी अस्पताल में है जिसके लिए अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है इसके साथ-साथ एक्स-रे फिल्म की कमी भी नहीं आने दी जाएगी।सिविल सर्जन कैथल का यह रवैया उनके विभाग के उच्च अधिकारियों तक पहुंच गया है अब देखना होगा कि इस महामारी की तीसरी लहर में कैथल के CMO जयंती आहूजा कब अपनी इस कुंभकरण की नींद से जागते हैं या फिर स्वयं सरकार ही इस पर कोई संज्ञान लेती है !
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