गांव जाजनपुर में पंचायती जमीन पर 2 पेड़ों की बोली को लेकर उठा विवाद !
एक व्यक्ति ने परमिशन का दावा कर करवाई बोली, पंचायत ने मौके पर रूकवाई : सरपँच प्रतिनिधि
सरपंच ने कार्रवाई के लिए डी.सी., ए.डी.सी., बी.डी.पी.ओ. व ढांड थाने में
दी लिखित शिकायत
कैथल, 9 सितम्बर (कृष्ण प्रजापति): गांव जाजनपुर में एक व्यक्ति द्वारा गांव के दो
लोगों से मिलकर गांव में ही बनी बाबा साधू राम की समाध पर लगे दो पेड़ों को कटवाकर बोली करवाने पर विवाद शुरू हो गया है। हालांकि गांव के पूर्व सरपंच मियां सिंह ने मौके पर जाकर बोली को रूकवा दिया था जबकि गांव के सरपंच का कहना है कि पंचायत को इस बारे में कोई सूचना नहीं है और उक्त लोगों ने स्वयं को प्रधान व सरपंच कहकर वन विभाग को गुमराह कर ऐसा किया है और वन विभाग उस मंजूरी को सूचना देने के साथ ही रद्द कर दिया है। दूसरी तरफ उक्त व्यक्ति का दावा है कि उसके पास वन विभाग की लिखित रूप में पेड़ कटवाकर बोली करवाने की परमिशन है।
गांव के सरपंच कृष जाजनपुर ने डी.सी., ए.डी.सी., बी.डी.पी.ओ. व ढांड थाने में दी अपनी लिखित शिकायत में कहा कि गांव में बाबा साधू राम की समाधि के पास काफी संख्या में पेड़ लगे हुए है जिसको कटवाने को लेकर ग्राम पंचायत ने एक प्रस्ताव पास करके बी.डी.पी.ओ. के माध्यम से जिला उपायुक्त के पास परमिशन के लिए भेजा हुआ है, जिसकी अभी तक कोई प्रशासन की तरफ से परमिशन नहीं आई है। सरपंच ने कहा कि गांव के ही एक व्यक्ति गांव निवासी जगतार सिंह ने बाबा साधू राम समाध पर लगे पेड़ों में से दो पेड़ों को कटवाने को लेकर स्वयं को समाध का प्रधान बताकर वन विभाग को कहा कि समाध पर रास्ता पक्का करवाने के दौरान पेड़ अड़ रहे है, जिसको हटवाने की परमिशन दी जाए। जिस पर वन विभाग ने गत 3 सितम्बर को एक पत्र जारी कर बी.डी.पी.ओ. को पत्र भेजकर अपने स्तर पर कार्रवाई कर पेड़ कटवाने बारे कहां और उक्त व्यक्ति के साथ मोनिद्र व विक्रम ने हस्ताक्षर करके परमिशन का पत्र ले लिया। जिसके बाद गत 5 सितम्बर को उक्त व्यक्ति ने पेड़ कटवाने की परमिशन का दावा कर बोली शुरू करवा दी, जिस पर पूर्व सरपंच मियां सिंह जाजनपुर को जानकारी मिलते ही पंचायत सदस्यों के साथ मौके पर पहुंचकर इस प्रकार की कोई परमिशन ना होने
का कहकर बोली को रूकवा दिया गया। सरपंच ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि गांव में फर्जी तरीके से पंचायत की जमीन पर लगे दो पेड़ को कटवाने की साजिश रचकर गांव का आपसी भाईचारा व माहौल खराब करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी पंचायत के नाम पर फर्जीवाड़ा ना कर सके और आपसी भाईचारा, शांति व सद्भाव बना रहे।
वर्जन – ढांड थाना प्रभारी
उधर इस बारे में ढांड थाना प्रभारी से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत की तरफ से शिकायत मिली है, यह जांच का विषय है इसलिए इस मामले में अभी जांच की जा रही है, जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।