जीरकपुर तहसील में लोगों की रजिस्ट्रीआं टाईप करने वाला कैसे बना डेराबस्सी में अवैध कॉलोनियों का बड़ा कारोबारी ?
अधिकारियों से साँठ गांठ कर आसानी से चल रहे इस कारोबार की आखिर कौन करेगा जांच ?
भाजपा नेता द्वारा करवाई गई गैर कानूनी तरीके से 6 रजिस्ट्रीआं भी इस मामले में हो सकती हैं शामिल ।
डेराबस्सी ( धामी शर्मा ) ” ये हम नहीं कहते जमाना कहता है चोर कितना भी चतुर क्यों न हो एक दिन सकंजे में फस के रहता है “ मामला डेराबस्सी इलाके में चल रही अवैध कॉलोनियों का है यहाँ एक व्यक्ति द्वारा अनेकों अवैध कॉलोनियाँ अपना नाम गुप्त रखकर काटी जा रही हैं । जानकारी के मुताबिक जीरकपुर तहसील में लोगों की रजिस्ट्रीआं टाईप करने वाला यह व्यक्ति डेराबस्सी का बताया जा रहा है जिसकी आड़ में यह कारोबार काफी लंबे समय से चल रहा है । हैरानी की बात तो यह है की नगर परिषद के अधिकारी यह सब कुछ जानते हुए भी मेहरबान क्यों हैं ? यह सच्च अभी तक खुल के सामने नहीं आया है । एक आम आदमी जो अपनी पूरी ज़िंदगी की गाड़ी कमाई घर बनाने में लगा देता है उसको जब ये पता चले की यह सब फर्जी है तो बह अपने आप को ठग्गा सा महसूस करता है । गौरतलव है की समय समय पर मीडिया इन फर्जी कॉलोनियों के संबंध में खबर प्रकाशित करता आ रहा है । लेकिन प्रशासन के अधिकारियों के कानो में जूं तक रेंगती नजर नहीं आ रही । यहाँ एक तरफ पंजाब सरकार के आला अधिकारी बार बार सरकार के आदेशों का हवाला देकर कारवाई की बात करते हैं बहीं जमीनी स्तर पर यह फर्जी बिल्डर कुछ सरकार के ही अधिकारियों से साँठ गांठ कर अपना गैर कानूनी कारोबार आसानी से चला रहें हैं ,जिसकी मिसाल कुछ दिन पहले एक भाजपा नेता द्वारा गैर कानूनी तरीके से करवाई रजिस्ट्रीओं से साफ तोर पर दिखाई देती नजर आ रही है । लेकिन पिस्ता है तो सिर्फ एक गरीब आदमी ।
सूत्रों के मुताबिक इस कारोबार में कई छोटे छोटे कारोबारी व शहर में राजनीति से संबंध रखने वाले कुछ लोग भी शामिल हैं । इस कारोबारी ने गाँव सैदपूरा ,धनोनी ,खेड़ी ,सूंडरा,पंडवाला ,डेराबस्सी ,बेहड़ा, में अनेकों कॉलोनियाँ काटी हुई हैं जो पंजाब सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ा रहीं हैं । उक्त कारोबारी के एक नजदीकी व्यक्ति ने बताया की इन कॉलोनियों में गरीबी रेखा में रहने वाले लोगों को निशाना बना के प्लाटो को बेचा जा रहा है जब की यह पूरी तरह से अवैध मानी जा रही हैं जिन की पंजाब सरकार से कोई रजिस्ट्रेशन भी हासिल नहीं की गई है । अब सवाल यह खड़ा होता है की प्रशासन के अधिकारी इस मामले को लेकर कारवाई करते हैं जा फिर अपनी भाग्यदारी निभाने में सफल होते हैं ।
इस मामले से संबंधत कारोबारी से जब बात की गई तो उन्होने मामले को गोलमोल करते हुए कहा की मेरी कोई कॉलोनी नहीं है ।
क्या कहते हैं अधिकारी
हमे जानकारी नहीं है जो कॉलोनी काटी जा रही है वो किस की है। हमारी तरफ से कॉलोनी के संबंध में पुलिस को बेनाम लोगों के खिलाफ बनती कानूनी कारवाई के लिए लिखा जाएगा ।
बलदेव वर्मा एम.ई नगर परिषद डेराबस्सी ।