पंजाब सरकार ने डी.बी.टी. बी.आई.आर.ए.सी के साथ एम.ओ.यू किया सहीबद्ध
पंजाब में बायोटैक्नोलॉजी क्षेत्र को प्रफुल्लित करना है मुख्य उद्देश्य
चंडीगढ़, 22 नवंबर:
बायोटैक्नोलॉजी क्षेत्र को पंजाब के आर्थिक विकास के मुख्य केंद्र के तौर पर पहचानते हुए राज्य सरकार द्वारा बायोटैक्नोलॉजी विभाग- बायोटैक्नोलॉजी इंडस्ट्री एसिस्टेंट कौंसिल(बी.आई.आर.ए.सी) के साथ एक एम.ओ.यू सहीबद्ध किया गया है जिससे राज्य में इस क्षेत्र से सम्बन्धित चुनौतियों, सेवाओं और जरुरी ज्ञान के वातावरण को प्रफुल्लित किया जा सके।
विज्ञान, टैक्नॉलॉजी और वातावरण के प्रमुख सचिव और पंजाब राज्य बायोटैक कॉर्पोरेशन के चेयरमैन श्री आर.के. वर्मा ने बी.आई.आर.ए.सी. के मैनेजिंग डायरैक्टर डॉ. मुहम्मद के साथ समझौते पर दस्तखत किये। श्री असलम द्वारा भारत सरकार के बायोटैक्नोलॉजी विभाग के सचिव और बी.आई.आर.ए.सी के चेयरपर्सन डा. रेनू स्वरूप की हाजिऱी में नयी दिल्ली में आयोजित मैगा इवेंट ‘ग्लोबल बायो-इंडिया 2019’ के दौरान यह एम.ओ.यू सहीबद्ध किया गया। इस समारोह का उद्घाटन विज्ञान और प्रौद्यौगिकी और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने किया।
समागम के दौरान बायोटैक क्षेत्र के सर्वपक्षीय विकास के लिए राज्य सरकार के दृष्टिकोण और रणनीतियों को साझा करते हुए श्री वर्मा ने कहा कि बी.आई.आर.ए.सी के साथ डाली गई इस सांझ से पंजाब को ग्लोबल बायोटैक डेस्टिनेशन के तौर पर उभरने में सहायता मिलेगी। डॉ. स्वरूप ने पंजाब की पहलकदमियों की प्रशंसा की और भारत द्वारा 2025 तक 100 अरब डॉलर की आर्थिकता के लक्ष्य को प्राप्त करने में राज्यों के योगदान की महत्ता पर ज़ोर दिया।
जि़क्रयोग्य है कि पंजाब ने इस मैगा इवेंट में सहभागी राज्य के तौर पर हिस्सा लिया जिसमें 30 से अधिक देशों के 3000 से अधिक डेलिगेट्स और माहिर मौजूद थे। राज्य ने बायोटैक्नोलॉजी के क्षेत्र और पाइपलाइन में भविष्य की पहलकदमियों में अपनी मौजूदा शक्तियों का प्रदर्शन किया।
Uncategorized