पुलिस बर्बरता : CBI जांच मांगने जा रहे परिजनों को पुलिस ने घसीटा, 11 साल की बच्ची को भी नहीं छोड़ा
पिथौरा। छत्तीसगढ़ महासमुंद जिले के किशनपुर हत्याकांड का नाम सुनते ही जेहन कांप उठता है। लेकिन यह मरहम अभी तक सूख नहीं पाया है। इसलिए कि परिजन अभी तक पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हुए हैं। मंगलवार को किशनपुर हत्याकांड के परिजनों ने साईकिल यात्रा निकालकर सीएम भूपेश बघेल से मिलने निकले थे। लेकिन पुलिस की बर्बरता एक बार फिर सामने आई है। पुलिस ने परिजनों को घसीट-घसीट कर थाना पहुंचाया. इनमें सायकल यात्रियों में शामिल एक 11 वर्षीय बच्ची को भी पुलिस घसीटकर थाने तक ले गई. सायकल यात्री रायपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री से शेष आरोपियों को पकड़ने की गुहार लगाने निकले थे।
परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हत्याकाण्ड से जुड़े दो लोगो को पुलिस विभाग द्वारा गवाह बना दिया है, इससे पहले भी आरोपी सुरेश खुंटे और अखंडल प्रधान का मुख्य गवाह बनाया था। वहीं आरोपी धमेन्द्र बरिहा का नार्को सीडी थाने, एसडीओपी और एसपी तीनों कार्यालयों से गायब है। बार-बार मांगने के बाद भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है।इस मामले में पुलिस ने तब साक्ष्य छुपाने सीसीटीवी तक गायब करवा दिया था (जैसा कि मामले के प्रत्यक्षदर्शी सूत्रों का दावा है।)।
नार्को टेस्ट के बाद आरोपियों का खुलासा हुआ। अब आरोपियों को पकड़ने के बजाय, पीड़ित व्यक्ति को ही घसीटकर ले जा रहे हैं। मानवता को शर्मसार करने वाली यह दुःखद घटना है। पीड़ित परिवार की आह न लें। न्याय नहीं दिला पा रहे हैं तो कम से कम अन्याय तो न करें। ईश्वर न करे किसी को भी इस तरह पूरा परिवार उजड़ जाने जैसी घटना का सामना करना पड़े।