बाबैन, 29 मार्च (सुरेश अरोड़ा) : कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हुए हालतों ने प्रदेश के पोल्ट्री व्यवसाय को हिला दिया है और अब पोल्ट्री फीड़ की समस्या के साथ साथ अंड़े का उठान नही होने से पोल्ट्री मालिकों के लिए मुसीबत बन गई है। पोल्ट्री मालिक दीपक मोरथला, ललित मोहन दुधला, सेवा सिंह मसाना का कहना है कि जल्द ही सरकार के द्वारा पोल्ट्री फार्म के हितों में फैसला लेना चाहिए और सरकार के द्वारा फीड व अंड़े के उठान का लेकर ट्रांसपोर्ट को परमीशन देनी चाहिए। अगर सरकार के द्वारा जल्द ही पोल्ट्री फार्म के पक्ष में फैंसला नहीं लिया गया तो पोल्ट्री फार्म का बहुत बुरा हाल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अंड़ों की डिमांड़ तो हमारे तक पहुंच रही है लेकिन ट्रासंपोर्ट न चलने के कारण पोल्ट्री फार्म के पास बहुत मात्रा में अंड़ों का स्टाँक हो चुका है अगर अड़ों का उठान जल्द नही हुआ तो अंड़ा खराब होना शुरू हो जाएगा जिससे पोल्ट्री मालिकों को बहुत बड़ा नुक्सान हो सकता है। अगर सरकार ने उनकी सुध नहीं ली तो मुर्गीपालक बर्बाद हो सकता है। पोल्ट्री फार्मो से अंड़े का उठान व फीड आवक ठप्प है। पोल्ट्री मालिकों का कहना है कि लॉकडाउन की स्थिति में फीड़ की किल्लत के कारण बड़ी संख्या में मुर्गीयों की मौत हो सकती है। पोल्ट्री मालिकों को कहना है सरकार जल्द ही पोल्ट्री फार्म के हितों में फैंसला ले क्योंकि पहले ही पोल्ट्री मालिक कर्ज के नीचे दबा हुआ है अगर सरकार के द्वारा जल्द ही कोई फैसला नही लिया गया तो पोल्ट्री मालिक पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा।