लॉकडाउन में प्रेमी को स्कूटी पर लेने उसके घर पहुंची युवती, छह जिलों की पुलिस को ऐसे दिया चकमा
Girlfriend did such work regardless of lockdown ,,,,,,
In the lockdown, the girl came to her house to take the lover on scooty, dodging the police of six districts
Panipat(Atal Hind)कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिती बनी हुई है, इसी बीच मोहाली की एक युवती लॉकडाउन के दौरान छह जिलों की पुलिस को चकमा देकर 127 किलोमीटर दूर स्कूटी से पहुंची और अपने प्रेमी को उठाकर अपने साथ स्कूटी पर ही ले गई। इस घटना के खुलासे से पुलिस भौंचक्की रह गई।
दरअसल पानीपत का युवक अपनी प्रेमिका को मोहाली छोड़ आया। इसके बाद उसने प्रेमी को खुद लेकर आने की ठान ली और यह कदम उठा लिया।उसने पहले मोहाली पुलिस से गुहार लगाई कि उसके प्रेमी को खोजे, लेकिन पुलिस ने लॉकडाउन का हवाला देकर मना कर दिया।
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प्रेमिका ने खुद प्रेमी को ढूंढऩे का निश्चय किया। युवती चंडीगढ़ सहित छह जिलों की पुलिस को चकमा देकर 167 किलोमीटर दूर स्कूटी से पानीपत की पावर हाउस कॉलोनी पहुंची।वहीं युवती ने स्थानीय पुलिस को प्रेमी के घर के सामने भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी, जिससे पुलिस भी सकते में आ गई। पुलिस ने प्रेमी को खोजा, लेकिन नहीं मिला। प्रेमी ने मोबाइल फोन भी बंद कर रखा था।
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प्रेमिका ने दो दिन तक अपने प्रेमी को तलाशा और मिलने पर अपने साथ ले गईं। जिसके बाद ही पुलिस ने राहत की सांस ली।आठ मरला चौकी के प्रभारी राजबीर ने बताया कि मोहाली की युवती कोमल सिलाई सेंटर चलाती है। सात महीने पहले पॉलीटेक्निक का कोर्स अधूरा छोड़े चुका पावर हाउस कॉलोनी का लक्ष्यदीप दिल्ली में नाटक का मंचन करने गया था। वहीं पर कोमल भी थी। दोनों को एक दूसरे से प्रेम हो गया और वे साथ में रहने लग गए।
युवती दावा करती रही थी कि दोनों ने विवाह कर लिया है। लेकिन विवाह से संबंधित दस्तावेज नहीं दिखा पाई। एक सप्ताह पहले लक्ष्यदीप युवती को मोहाली छोड़ घर लौट आया था।कोमल ने दो दिन तक लक्ष्यदीप को मोहाली में ढूंढा लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। फिर वह स्कूटी से 31 मार्च की रात को वहां से चली। 40 से ज्यादा नाकों पर उसे पुलिस ने रोका। उसने बताया कि पति बीमार है और पानीपत के एक निजी अस्पताल में भर्ती है। वो रोने लगी तो पुलिस को यकीन हो गया और उसे जाने दिया। वो पावर हाउस कॉलोनी में लक्ष्यदीप के घर पहुंची। वहां पर नहीं मिला तो शहर में ढूंढने निकल गईं। 1 अप्रैल को वह लक्ष्यदीप को साथ ले गई।