बलबीर के सभी आरोप झूठे व निराधार, मामले को लेकर जाऊंगा हाई कोर्ट : धर्मपाल रोहेड़ा
37 साल की सर्विस के दौरान न रिश्वत ली और ना कभी दी, कानून का करता हूं सम्मान : रिटायर्ड एसएचओ
कैथल, 22 जनवरी (कृष्ण प्रजापति): रिटायर्ड एसएचओ धर्मपाल रोहेड़ा ने कहा कि हमारा जमीन बंटवारे को लेकर उप तहसील राजौंद में मामला चला हुआ है जिसकी फाइल रिमाइंड के लिए एसडीएम कैथल कमलप्रीत कौर के पास आई थी जिसमें 50 प्रतिशत शेयरिंग हमारे तीन भाइयों की है और 50 प्रतिशत शेयरिंग बलबीर सिंह की है जोकि खेड़ी रायवाली निवासी है।
उन्होंने कहा कि उनका इस मामले में कोई भी मारपीट का केस ही दर्ज नहीं है और ना किसी भी प्रकार का कोई विवाद था। बलबीर ने जो पैसे लेकर फैसला पलटवाने के आरोप लगाए हैं वे झूठे हैं। अगर मैं पैसे देता तो फैसला अपने पक्ष में ही करवा लेता। रोहेड़ा ने कहा कि धारा 145 लगाने के खिलाफ वे हाईकोर्ट में जाएंगे क्योंकि वे इसके हक में नहीं हैं। रिटायर्ड एसएचओ धर्मपाल ने कहा कि मैं माननीय कोर्ट का सम्मान करता हूं और मैंने 37 साल 2 महीने 1 दिन की सर्विस में कभी भी पैसे का लेन-देन नहीं किया और पूरी निष्ठा व ईमानदारी से नौकरी की है। रिश्वत देने के आरोप झूठे, बेबुनियाद और निराधार हैं। धर्मपाल ने कहा कि मैं ना तो रिश्वत लेता और ना रिश्वत देने में विश्वास रखता हूँ, मैं तो कानून में विश्वास रखने वाला इंसान हूं।
उन्होंने कहा कि बलबीर सिंह के सभी आरोप झूठे हैं और इनमें कोई सच्चाई नहीं है। धर्मपाल ने बताया कि जो चार एफआईआर दर्ज करवाने की बात बलबीर सिंह कर रहा है उनमें धर्मपाल रोहेड़ा और उसके भाइयों का कोई रोल नहीं है, वह बलबीर सिंह और उसके सगे भाईचारे की बात है। उन्होंने कहा कि यह जमीन उनके पूर्वजों की है जिनका पिछले 70 सालो से कब्जा था। चार एफआईआर में से तीन एफआईआर विचाराधीन है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जो धारा 107 व 151 के 7 मामले हैं, उनमें भी हमारा कोई लेना-देना नहीं है। धर्मपाल ने बताया कि वे बलबीर सिंह के खिलाफ मानहानि का दावा डालेंगे क्योंकि उन्होंने उनकी मान प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है। रिटायर्ड एसएचओ ने कहा कि हमारे खिलाफ बलबीर ने 30 जगहों पर शिकायतें दी हुई हैं।
बॉक्स– यह था मामला
कैथल जिले के खेड़ी राववाली निवासी बलबीर पुत्र विजय सिंह जोकि जमीनी विवाद को लेकर कैथल प्रशासन से परेशान है। अपनी परेशानी का जिक्र करते हुए खेड़ी रायवाली निवासी बलबीर ने बताया था कि वह रोहेड़ा और खेड़ी रायवाली में खेती करके अपने परिवार का गुजारा कर रहा था लेकिन उनका जमीनी विवाद रिटायर्ड एसएचओ धर्मपाल रोहेड़ा के साथ चल रहा था जिसको लेकर उनका एसडीएम कोर्ट में केस चला हुआ है लेकिन जब इस मामले में उन्होंने न्याय की मांग की तो उन्हें न्याय नहीं मिला।
उन्होंने बताया कि खेड़ी रायवाली में 8 एकड़ और रोहेड़ा में 32 एकड़ जमीन के विवाद को लेकर वर्ष 2013-14 में उप तहसील राजौंद में एक केस फाइल किया जिसमें उनके इस मामले को लेकर 7 केस दर्ज धारा 107, 151 के हुए और चार बार एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं लेकिन इनके बावजूद भी उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई। गत 25 जून 2018 को धारा 145 लगाने की मांग को लेकर उन्होंने कैथल की एसडीएम कमलप्रीत कौर के पास अपील की थी लेकिन जब इस मामले को लेकर गांव में पंचायत हुई तो पंचायत में विपक्षी पार्टी के धर्मपाल ने 6 लाख रुपये की रिश्वत देकर कथित तौर से फैसला बदलवाने की बात कही थी।