(बुरा ना मानो होली है)
भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिलकर रातों रात दुष्यंत चौटाला ने बनाई सरकार ?
पंजाब का विधायक के कपड़े फाड़ने के बाद जजपा विधायकों ने दुष्यंत की खिंचाई ?
जजपा के चार विधायक और निर्दलीय विधायकों को बनाया गया कैबिनेट मंत्री ?
रणधीर गोलान को बनाया गया उपमुख्यमंत्री ?
कुलदीप खंडेलवाल
किसान आंदोलन जब से शुरू हुआ है तब से लेकर अब तक सबसे ज्यादा गुस्सा का शिकार दुष्यंत चौटाला हुए हैं क्योंकि उन्होंने वोट भाजपा को गालि दे देकर लिए थे अब वही भाजपा की गोद में जाकर बैठ गया है। किसानों के नाम पर वोट मांगने वाला अब किसानों से दुरी बना ली है। जबकि अकाली दल और हनुमान बैनीवाल ने भी भाजपा से दुरी बना ली पर दुष्यंत चौटाला भाजपा की ही बोली बोलने लगा है।
किसान लगभग तीन महीने से सड़कों पर बैठे हैं तो अब उनका सब्र साथ छोड़ गया और एक ऐसी घटना पंजाब में हुई जिसका अंदाजा किसी को नहीं था। मलोट में पंजाब सरकार के चार सालों की कारगुज़ारी को लेकर मलोट में प्रैस कांफ्रैंस करने पहुंचे भाजपा के अबोहर से विधायक अरुण नारंग और जिला श्री मुक्तसर साहिब के प्रधान राजेश पठेला गोरा को किसान नेताओं के गुस्सा का सामना करना पड़ा। गुस्सा इस हद तक बढ़ गया कि किसानों ने मारपीट के अलावा विधायक के कपड़े तक फाड़ दिए।
इस बात का असर हरियाणा की राजनीति पर भी हुआ और रात को ही जजपा के विधायकों ने दुष्यंत चौटाला पर दबाव बनाया और कहा की हम सब मिलकर एक नई पार्टी बनाकर जजपा को छोड़ देंगे। घबराए दुष्यंत चौटाला ने आनन-फानन में भूपेंद्र सिंह हुड्डा से रात मुलाकात की और गठबंधन सरकार बनाने की पेशकश रखी। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मौका की निजाकत देखते हुए हां भर दी क्योंकि कांग्रेस अब हुड्डा पर विश्वास जी 23 के बाद करना छोड़ दिया था। जिसके बाद उनको चुनाव प्रचार से भी दूर कर दिया था। अब मौका उनके पास है तो उन्होंने दुष्यंत चौटाला की शर्त के साथ गठबंधन की सरकार रातों-रात बना ली।
दुष्यंत की शर्त थी की वो खुद मुख्यमंत्री बनेंगे और चार जजपा विधायकों को कैबिनेट मंत्री का पद देंगे। इसके बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दुष्यंत चौटाला ने निर्दलीयों से संपर्क साधा और मंत्री पद का प्रलोभन दिया और मान गये। रातों रात पुरा खेल खेला गया। जब तक इस बात का पता मनोहर लाल खट्टर को पत्ता चला तब तक देर हो चुकी थी। खट्टर रात को ही अमित शाह से मिला और पुरी जानकारी दी। इसके बाद शाह ने तिलमिलाए कहा यह खेल तो मेरा था दुष्यंत कैसे खेल सकता है। इसके बाद अमित शाह ने शराब घोटाला की फाइल खोलकर दुष्यंत चौटाला पर कार्यवाही करने के आदेश दे दिये हैं।
हुडा साहब सरकार बनाने की करो तैयारी, आ गये हैं जजपाधारी- दुष्यंत चौटाला
रामकुमार गौतम ने जजपा विधायकों का नेतृत्व किया और दुष्यंत चौटाला के आवास पर जाकर बोला रै खोपर इब बुढ़ापे मैं म्हारे कपड़े पड़वावैगा के सारी उम्र की कमाई हुई इज्जत इब खोवैगे के। कैदे पंजाब का विधायक आला काम म्हारा गेल्यां हो ज्या। इसके बाद तुंरत रामकरण काला बोल पड़ा दुष्यंत जी आज तो पांच बजे की बुरी बणरी सै गाल म्ह कुत्ता भी कुकावै तो लागै सै। किसान आ लिये मेरे कुर्ते पड़ागें। काला के तुंरत बाद अमरजीत ढांडा बोल्या दुष्यंत जी बहोत माड़ी बणरी सै। विधायक बणे पाछै किते भी जाण के चोर होगे सां। खाणे तो विधानसभा के काजू बादाम पर खावै रोज गैल। म्हारा गेल्याँ तो वा बणगी खाए कुते खीर। बबली बोल्या ढांडा की बात पै एक छोटी सी कहाणी याद आगी। जब नई नई बहू आए करै तो वा श्रंगार करके दिखाए करै के मै नई बहु सूँ। नये नये चौंचले करे करै सै। पर उस नई बहु की टांग टुटज्या वा बैढ पै पड़ी पड़ी सोचे जा सै। इबै तो मनै दिखाण का टेम था अर इबो या टांग टुटगी। इसे तरियां मसा तो विधायक बणे थे इबो टोर ना दिखा सकदे। गधी का फायदे होया विधायक बणन का। इतना सुणते ही ईश्वर सिंह बोल्या हंसल्यो मसा आवै सै होली का त्यौहार मिलकै खुशी मनाओ बुरा ना मानो होली सै। इसके बाद दुष्यंत कै भी समझ म्ह आगी और गाड़ी उठाकै हुड्डा साहब से मिला और जाकै बोल्या हुड्डा साहब करलयो तैयारी आपकी सरकार बणाण खातर आग्ये जजपाधारी।