मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मांग
सड़क दुर्घटना में मारे गये तीनों दोस्तों के परिवारों को दिये जाएं दस दस लाख रूपये व बहनों को दी जाये एक एक सरकारी नौकरी
तीनों दोस्त अपनी-अपनी बहनों के थे इकलौते भाई
उनके मौत के बाद अब आठ बहनों पर से भाईयों का साया उठ गया वहीं साथ ही मां-बाप के बुढापे का सहारा भी।
जींद : अखिल भारतीय अग्रवाल समाज जीन्द की एक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता अग्रवाल समाज के अध्यक्ष डा. राजकुमार गोयल ने की। बैठक में रामधन जैन, सावर गर्ग, पवन बंसल, मनोज गुप्ता, तरसेम गोयल, राजेश सिंगला, सुभाष गर्ग, जय भगवान सिंगला, बजरंग लाल सिंगला, दीपक गुप्ता, सुशील सिंगला, मनीष मित्तल, भारत सिंगला, राजेश गोयल, जतिन जिन्दल, मनीष गर्ग, इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मांग कि गई की जींद-हांसी मार्ग पर सड़क दुर्घटना में मारे गये तीनों दोस्तों के परिवारों को दस दस लाख रूपये व एक एक सरकारी नौकरी दी जाए।
अग्रवाल समाज के अध्यक्ष राजकुमार गोयल ने कहा की कल जींद के पास एक बड़ा दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। इस दिल हिला देने वाले हादसेे में तीन घरों के इकलौते चिराग बुझ गए। इन घरों में मां-बाप व बहनों के अलावा कोई कमाने वाला नहीं बचा। तीनों युवक फिलहाल अपनी अपनी स्टडी कर रहे थे। बुढ़ापे में मां बाप की लाठी का सहारा बंनने वाले थे। घर वालों को उम्मीद थी कि इकलौते चिराग पढ लिख कर नौकरी पर लगेंगे और उनकी चिंता दुर होगी लेकिन अनहोनी को कुछ और ही मंजूर थी। जब ये तीनों दोस्त एक कार में सवार होकर हिसार से जींद की ओर लौट रहे थे तो गांव रामराय और गुलकनी के बीच उनकी कार की सामने से आ रहे एक ट्रक से जबरदस्त भिड़त हुई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी की कार के परखच्चे उड़ गये और तीनों की दर्दनाक मौत हो गई ।
गोयल का कहना है की तीनों दोस्त अपनी-अपनी बहनों के इकलौते भाई थे। उनके मौत के बाद अब आठ बहनों पर से भाईयों का साया उठ गया वहीं साथ ही मां-बाप के बुढापे का सहारा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मांग है कि वे तुरत प्रभाव से तीनों परिवारों कोे दस दस लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा करें व उनकी बहनों को एक एक सरकारी नौकरी देने की। गोयल का कहना है कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को भी इस मामले में हस्तक्षेप करना चहिए क्योंकि घटना जींद जिले से संबधित है। गोयल की सरकार से मांग है कि आर्थिक सहायता के साथ साथ उनकी बहनों को सरकारी नौकरी भी जरूर दी जाए ताकि वे अपने मां-बाप की रोटी का सहारा बन सकें।