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राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा: आडवाणी और जोशी ना अमीर हस्तियों को हाँ

राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा:

आडवाणी और जोशी ना अमीर हस्तियों को हाँ

आडवाणी और जोशी बूढ़े हो गए इसलिए अयोध्या आने से किया गया मना, न्यास प्रमुख

आडवाणी और जोशी को किया मना लेकिन कई अमीर हस्तियां शामिल होंगी अयोध्या राम मंदिर कार्यक्रम में

राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा:
आडवाणी और जोशी ना अमीर हस्तियों को हाँ

 

 

कल तक बीजेपी और देश में जिन दो लोगो लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी की आवाज और ललकार से भारत ही नहीं विदेशी सरकारें भी हिल जाती थी आज उनकी बेचारगी इस कदर बढ़ गई की वो अपने घर से बाहर भी बिना इजाजत के नहीं निकल सकते ,शायद इसके पीछे इस दोनों की वो अच्छाई है जो इन दोनों ने देश और पार्टी के लिए दिखाई जिसे आज उस नई भाजपा ने छीन लिया की ये दोनों नेता साँस भी पूछ कर लेने को मजबूर है शायद इसलिए पहले इन दोनों को राजनीति से फिर पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया और अब तो हद हो गई जब इन दोनों की उम्र को देखते हुए इन्हे राम मंदिर में प्रवेश करने पर भी मना कर दिया ,

Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में राम मंदिर के लिए आंदोलन में आगे रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के स्वास्थ्य और उम्र संबंधी के कारणों से अगले महीने होने वाले मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने की संभावना नहीं है. मंदिर न्यास ने सोमवार को यह जानकारी दी. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करा रही संस्था श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने यहां संवाददाताओं को बताया कि पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी और पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री जोशी स्वास्थ्य और उम्र संबंधी कारणों से समारोह में शामिल नहीं हो सकेंगे.

राय ने कहा, “प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की सभी तैयारियां 15 जनवरी तक पूरी कर ली जाएंगी. प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा 16 जनवरी को शुरू होगी जो 22 जनवरी तक जारी रहेगी.” इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे. उन्होंने इस कार्यक्रम में आमंत्रित किए गए लोगों का विस्तृत विवरण देते हुए कहा, ‘दोनों (आडवाणी और जोशी) परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया है.’ आडवाणी अब 96 साल के हैं और जोशी अगले महीने 90 साल के हो जाएंगे.

 

चंपत राय ने कहा, “विभिन्न परंपराओं के 150 साधु-संतों और छह दर्शन परंपराओं के शंकराचार्यों सहित 13 अखाड़े इस समारोह में भाग लेंगे. कार्यक्रम में लगभग चार हजार संतों को आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा 2200 अन्य मेहमानों को भी निमंत्रण भेजा गया है.” राय ने बताया कि काशी विश्वनाथ, वैष्णोदेवी जैसे प्रमुख मंदिरों के प्रमुखों, धार्मिक और संवैधानिक संस्थानों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है.

राय ने बताया कि आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा, केरल की माता अमृतानंदमयी, योग गुरु बाबा रामदेव, अभिनेता रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित, अरुण गोविल, फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर और प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत, इसरो के निदेशक नीलेश देसाई और कई अन्य जानी-मानी हस्तियां भी प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में मौजूद रहेंगी.

प्रतिष्ठा समारोह के बाद 24 जनवरी से उत्तर भारत की परंपरा के अनुसार 48 दिनों तक मंडल पूजा होगी. वहीं, 23 जनवरी से आम लोग रामलला के दर्शन कर सकेंगे. राय ने बताया कि अयोध्या में तीन से अधिक स्थानों पर मेहमानों के ठहरने की उचित व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा विभिन्न मठों, मंदिरों एवं गृहस्थ परिवारों द्वारा 600 कमरे उपलब्ध कराए गए हैं तथा आगामी 25 दिसंबर से तीन प्रमुख स्थानों पर भंडारा भी शुरू हो जाएगा
इस बीच, अयोध्या नगर निगम ने प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी शुरू कर दी हैं. नगर आयुक्त विशाल सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए शौचालय और महिलाओं के लिए ‘चेंजिंग रूम’ बनाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि राम जन्मभूमि परिसर में राम कथा कुंज गलियारा बनाया जाएगा, भगवान राम के पुत्रष्टि यज्ञ से लेकर राम के राज्याभिषेक तक की घटनाओं को मूर्तियों के माध्यम से मनाने के लिए झांकियां सजाई जाएंगी ताकि युवा पीढ़ी श्री राम के जीवन को करीब से समझ सके.

सिंह ने बताया कि राम कथा कुंज गलियारे को भगवान राम के जीवन पर आधारित 108 प्रसंगों के माध्यम से सजाया जाएगा. सिंह ने बताया कि इसके अलावा यात्री सुविधा केंद्र के मार्ग पर गलियारे को भी सजाया जाएगा.

 

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