विदेशों से रिश्तेदार या जानकार बनकर साइबर ठग कर रहें हैं ठगी, रहे सावधान: Kaithal एसपी उपासना
पैसे ट्रांसफर करने से पहले अच्छी तरह से कर लें जांच, टेक्नोलोजी के दौर में सावधानी ही एकमात्र उपाय
कैथल, 05 दिसंबर (Atal Hind ) आज के समय साइबर अपराध चरम पर हैं, साइबर अपराधियों द्वारा आए दिन नए-नए तरीकों से लोगों को ठगा जा रहा है। ऐसे में विदेशों से रिश्तेदार या जानकार बनकर साइबर अपराधियों द्वारा साइबर ठगी का एक नया तरीका अपनाया जा रहा है।
इस बारे पूर्ण जानकारी देते हुए एसपी उपासना ने बताया कि आजकल बहुत से बच्चे पढ़ाई व काम के सिलसिले विदेशों में गए हुए हैं। साइबर ठग इसी बात का फायदा उठाते हुए विदेशों से कॉल करते हैं और कहते हैं कि आपके रिश्तेदार या आपके बच्चे का झगड़ा हो गया है या एक्सीडेंट हो गया है या उसको किसी मामले में पुलिस ने पकड़ लिया है, या कोई अन्य बात बताकर वह आपसे पैसो की डिमांड करता है और कहता है कि समझौता वगेरा में पैसे देने पडेगें।
ऐसी स्थिति में हम घबरा जाते है क्योंकि हमारा रिश्तेदार व बच्चा हमसे दूर होता है और हम अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए बिना सोचे समझे ही हडबडाहट में उनको पैसे भेज देते हैं और बाद में हमें पता चलता है कि हमारे साथ तो ठगी हुई है। इसके अलावा विदेश से कोई आपका रिश्तेदार बनकर आपको कॉल करता है और कहता है कि उसने आपके खाते में पैसे डाले हैं।
वह पैसे आप से भारत में कोई एजेंट ले लेगा। साइबर ठग डाले हुए पैसों की नकली रसीद भी आपको व्हाट्सएप देता है। इसके अतिरिक्त साइबर ठग आपका संबंधी बनकर कहता है कि वह आपके खाते में पैसे डालेगा, जो आप से एक एजेंट लेकर जाएगा, इसके लिए वह आपको एक लिंक भेजेगा और उस पर क्लिक करने बारे कहेगा। आपके द्वारा उस लिंक पर क्लिक करते ही आपको खाता खाली हो जाएगा।

एसपी ने कहा कि इस तरह के ठगो से सावधान रहें। यदि इस तरह की कोई फोन कॉल आपके पास आती है तो बिना घबराए संयमता से काम ले और इस काल की पहले अच्छी तरह जांच कर ले। विदेश में बैठे अपने अन्य जानकार/रिश्तेदार से इस बारे बात करे। उसके बाद ही अगला कदम उठाए। एसपी ने कहा कि किसी अनजाने लिंक पर क्लिक बिल्कुल भी न करे और नाहि किसी अनजान के साथ ओटीपी या अन्य जरुरी डोकोमेटंस शेयर करे।
हमें सावधान और सतर्कता से हम साइबर अपराधियों के चंगुल में आने से बच सकते हैं। उन्होने बताया कि इसके बावजूद भी हम साइबर क्राइम के शिकार होते हैं तो तुरंत भारत सरकार द्वारा जारी साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर काल करे।