आज हिंदी प्राध्यापक,डॉ विजय कुमार चावला द्वारा तैयार कक्षा सातवीं की पाठ्यपुस्तक में संकलित कठपुतली कविता की वीडियो हुई दीक्षा ई-पोर्टल पर लाइव ।
विषय को रुचिकर व आकर्षक बनाने में तनु के चित्र करेंगे महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा= – डॉ॰चावला
kaithal (atal hind)
दीक्षा ई-लर्निंग पोर्टल शिक्षकों और छात्रों के लिए संतुलित सीखने को सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम है।शिक्षक वर्तमान शिक्षण सामग्री में योगदान करने अपनी उपलब्धियों को साझा करने और अन्य शिक्षकों के काम को प्रमाणित करने के लिए भी इसका उपयोग कर सकेंगे।हरियाणा में शिक्षा विभाग की इकाई राज्य शैक्षिक शिक्षा अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद, गुरुग्राम द्वारा डॉ ऋषि गोयल, निदेशक की अध्यक्षता में दीक्षा ई-लर्निंग पोर्टल पर कक्षा पहली से आठवीं तक के सभी विषयों की शिक्षण-अधिगम सामग्री तैयार करने हेतु कार्य चल रहा है।प्रत्येक ज़िले की डाइट के माध्यम से विषय विशेषज्ञों को कक्षा वार पाठ की शिक्षण-अधिगम सामग्री बनाने के लिए कहा जाता है।
इसी कड़ी में राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक क्योड़क में कार्यरत हिंदी प्राध्यापक,डॉ विजय कुमार चावला द्वारा कक्षा सातवीं की हिन्दी की पाठ्यपुस्तक वसंत भाग 2 में संकलित कवि भवानीप्रसाद मिश्र कृत कठपुतली कविता की वीडियो बनाने का कार्य जिला कैथल डाइट की प्राचार्या डॉ॰सुदेश सिवाच द्वारा प्रदान किया गया।
चावला ने बताया कि उन्होंने कठपुतली कविता पर एक शैक्षणिक वीडियो तैयार की।इस वीडियो में उन्होंने कठपुतली के मन में उभर रहे भावों को चित्रों सहित समाने का एक पूर्ण प्रयास किया।इस वीडियो में बच्चो के स्व-आकलन हेतु बहु-विकल्पीय प्रश्नोत्तरी भी तैयार की।बच्चे वीडियो को ध्यानपूर्वक देखने व सुनने के उपरान्त अपना स्व-आकलन भी कर पाएंगे।चावला ने बताया कि उनके द्वारा तैयार कठपुतली नामक कविता की वीडियो के रूप में तैयार शिक्षण-अधिगम सामग्री आज दीक्षा पोर्टल पर लाइव हो चुकी है।इस वीडियो को न केवल हरियाणा राज्य के शिक्षक व बच्चे देख पाएंगे बल्कि पूरे भारत के शिक्षक व बच्चे भी इसका सदुपयोग कर पाएंगे।
चावला ने बताया कि कठपुतली कविता के इस वीडियो में प्रयुक्त चित्र कक्षा नौवीं की छात्रा तनु द्वारा तैयार किए गए हैं।इन चित्रों ने वीडियो के ई-कंटैंट में चार चाँद लगा दिए हैं।विषय को रुचिकर व आकर्षक बनाने में तनु के चित्र महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं।चावला ने बताया कि बच्चों को आज उनके हुनर दिखाने का एक मौका देना चाहिए, वे नित नए कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं।इस वीडियो के माध्यम से बच्चे यह जान पाएंगे कि गुलाम व्यक्ति कभी खुश नहीं रह सकते।इसके अतिरिक्त वह यह भी जान पाएंगे कि जब मनुष्य पर अन्य व्यक्तियों की ज़िम्मेदारी आती है,तो उन्हें सोच-समझकर निर्णय लेना पड़ता है,जैसे कठपुतली को लेना पड़ा।