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एच.पी.एस.सी. भर्ती रिश्वत मामला: प्रवर्तन निदेशालय को शिकायत भेजते हुए भ्रस्टाचार से अर्जित कि गई संपत्ति जांच की मांग । ​​​​​​​

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एच.पी.एस.सी. भर्ती रिश्वत मामला: प्रवर्तन निदेशालय को शिकायत भेजते हुए भ्रस्टाचार से अर्जित कि गई संपत्ति जांच  की मांग ।

चंडीगढ़: (Atal Hind)हरियाणा लोक सेवा आयोग के भर्ती घोटाले की जांच प्रवर्तन निदेशालय से करवाने की मांग उठी है । ‘सबका मंगल हो’  संस्था  ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के वकील प्रदीप रापड़िया के माध्यम से प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक (इन्टेलिजन्‍स) को शिकायत भेजते हुए कहा है कि अब  तक तीन करोड़ से ज्यादा नगदी और पचास लाख से ज्यादा कि  जमीन के दस्तावेज आरोपियों से बरामद हो  चुके  हैं  । ऐसे में बरामद की गई नगदी व जायदाद भ्रस्टाचार के माध्यम से अर्जित कि गई संपत्ति है, इसलिए प्रवर्तन निदेशालय को भी केस दर्ज करके मामले की  तह तक जांच करनी  चाहिए  ।

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गौरतलब है कि बहुचर्चित एचपीएससी भर्ती रिश्वत मामले में डिप्टी सेक्रेटरी (एचपीएससी) अनिल नागर समेत अश्वनी शर्मा और नवीन की गिरफ्तारी हो चुकी है । राज्य सतर्कता ब्यूरो के मुताबिक आरोपियों से साढ़े तीन करोड़ रुपयों से अधिक की वसूली हो चुकी है । 

अनिल नागर ने राज्य सतर्कता ब्यूरो को बताया कि उसको एचसीएस और डेंटल सर्जन भर्ती परीक्षा पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी एचपीएससी चेयरमैन ने दी थी । नागर ने यह भी कबूला कि उसका लगभग 20-22 उम्मीदवारों से 30 लाख प्रत्येक उम्मीदवार के हिसाब से लेने का प्लान था । अभी तक किसी भी उम्मीदवार की गिरफ़्तारी नहीं हो पाई है ।

शिकायतकर्ता संस्था के वकील प्रदीप रापड़िया का मानना है कि इतने संगीन मामले में और भी वरिष्ठ अधिकारियों के शामिल होने की संभावना है और हरियाणा सरकार पूरे मामले लीपापोती करने का प्रयास कर रही है । अगर प्रवर्तन निदेशालय ने तुरंत केस दर्ज नहीं किया तो उन्हें पूरे मामले कि तह तक जांच करवाने के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा!

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