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कैथल व मानस डे्रन पर 11 करोड़ 50 लाख रुपये से निर्मित हुए पंपिंग स्टेशन, ड्रेनों की सफाई का कार्य जल्द हो पूर्ण : उपायुक्त

कैथल व मानस डे्रन पर 11 करोड़ 50 लाख रुपये से निर्मित हुए पंपिंग स्टेशन, ड्रेनों की सफाई का कार्य जल्द हो पूर्ण : उपायुक्त
कैथल / कलायत / गुहला / पूंडरी, 1 जुलाई (अटल हिन्द/राजकुमार अग्रवाल ) उपायुक्त प्रदीप दहिया ने कहा कि जिला में बाढ़ संभावित क्षेत्रों में जो भी कार्य बचाव के लिए किए गए हैं, उस पर लगातार निगरानी रखी जाए। ड्रेनों की सफाई का कार्य चल रहा है, उसे भी जल्द  पूरा किया जाए। पूंडरी के फतेहपुर, काकौत, पिलनी, पाई, करोड़ा, हजवाना आदि के क्षेत्रों पडऩे वाले खेतों से संभावित बरसाती पानी को निकालकर नहर में डालने के लिए इनलैट व्यवस्था बनाई गई है, जिससे इन क्षेत्रों में बरसाती पानी खड़ा होने से निजात मिलेगी और किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।


उपायुक्त प्रदीप दहिया कैथल, गुहला, पूंडरी व कलायत क्षेत्रों में बाढ़ बचाव प्रबंधन के लिए किए गए कार्यों के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर के बरसाती पानी की निकासी कैथल व मानस डे्रन पर अमरूत योजना के तहत 11 करोड़ 50 लाख रुपये से नए पंपिंग स्टेशन बनाए गए हैं, जिनके माध्यम से बरसाती पानी को तुरंत डे्रन में डाला जा सकेगा। कैथल ड्रेन में 6 पंप सैट तथा मानस डे्रन में 4 पंप सैट लगाए गए हैं। अगर बरसात की वजह से शहर में पानी होता है तो उसकी निकासी के लिए यह व्यवस्था व्यापक होगी। उपायुक्त ने अमीन डे्रन, ग्योंग डे्रन व कैथल ड्रेन का बारिकी से निरीक्षण किया और सफाई व्यवस्था को और अधिक समूचित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।


उपायुक्त प्रदीप दहिया ने निरीक्षण के दौरान गुहला क्षेत्र के सरस्वती हैरिटेज द्वारा गांव सरोला में घग्घर साईफन से मिट्टी निकालने के कार्य का अवलोकन किया। कुछ खामी पाने पर उन्होंने निर्देश दिए कि नदी के बाईं ओर से और भी मिट्टी निकाली जाए, ताकि संभावित बाढ़ की स्थिति में पानी का बहाव समुचित ढंग से चले। मलिकपुर में पटियाला नदी से मिट्टी निकालने का कार्य पूरा कर लिया गया है, जिस पर उपायुक्त ने संतोष व्यक्त किया। डीसी ने गांव श्यूमाजरा में खेतों में डाली गई 7 हजार फुट पाईप लाईन के कार्य का निरीक्षण किया। इस कार्य के पूरा होने से चाणचक, खेड़ी दाबन, श्यूमाजरा व दुसेरपुर गांव को सीधा लाभ मिलेगा। इस स्थान पर पूर्व में बाढ़ का पानी एकत्रित होकर फसल को खराब कर देता था। उन्होंने गांव मस्तगढ़, थेहबुटाना में बरसाती पानी की निकासी हेतू बनाए गए साईफन को देखा। इस साईफन से मस्तगढ़, थेहबुटाना व तारावाली के किसानों को लाभ पहुंचेगा। उन्होंने घग्घर बंद में की गई व्यवस्था का भी अवलोकन किया।

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उपायुक्त ने अपने दौरे के दौरान कलायत में पूंडरी ड्रेन तथा सिरसा ब्रांच पर बने पंप हाउस का भी निरीक्षण किया। सफाई व्यवस्था पर संतोष जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था निरंतर बनी रहनी चाहिए। उन्होंने आमजन से भी आह्वान किया कि नहरों आदि में गंदगी नही डाले, पशुओं को नहलाने के लिए नहरों में एक स्थान निर्धारित किया जाता है, उससे आगे नही जाएं और नहरों में प्लास्टिक इत्यादि नही डालें। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर सिंह कुंडू, एसडीएम नवीन कुमार व विरेंद्र ढुल, नगराधीश अमित कुमार, डीआरओ राजकुमार, अधीक्षक अभियंता सज्जन सिंह, कार्यकारी अभियंता वरूण कुमार, हंसराज, प्रशांत, बनारसी दास, कर्णवीर सिंह, शब्द दयाल, ईओ बलबीर रोहिला व अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

बॉक्स: साड्डी वरसा पराणी मंग हुई पूरी, हुण साड्डी फसल नही होणगी खराब
उपायुक्त प्रदीप दहिया बाढ़ प्रबंधन कार्यों की निगरानी के लिए गांव श्यूमाजरा पहुंचे, जहां पर खेतों से संभावित बाढ़ के पानी को निकालने के लिए 7 हजार फुट पाईप लाईन व्यवस्था की गई है, जैसे ही डीसी गांव में पहुंचे गांव के सुखविंद्र, हरमेश, कारा सिंह, बलजीत सिंह, हंसा सिंह, अवतार सिंह, दर्शन सिंह, जगदेव सिंह आदि लोगों ने उनका अभिवादन किया और अपने पंजाबी लहजे में सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि साड्डी  वरसा पराणी मंग हुई पूरी, हुण साड्डी  फसल नही होणगी खराब । ग्रामीणों ने कहा कि इस मांग को सरकार के समक्ष रखा गया था, जिसे सरकार ने सहर्ष पूरा किया। इस व्यवस्था से चाणचक, खेड़ी दाबन, श्यूमाजरा व दुसैरपुर गांव को सीधा लाभ पहुंचेगा। डीसी ने इस बात पर सभी का साधुवाद किया।

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बॉक्स: गांव आंधली में पाईप लाईन व्यवस्था के लिए भी ग्रामीणों ने जताया प्रशासन का आभार
बाढ़ प्रबंधन की दिशा में पंजाब की सीमा पर पडऩे वाले गांव आंधली में बाढ़ के पानी को निकालने के लिए पाईप लाईन व्यवस्था की गई है, जिससे अगर बाढ़ का पानी आता है तो पाईप लाईन के जरिए वह पानी घग्घर में चला जाएगा। इससे पहले बाढ़ का पानी पंजाब की ओर जाता था और उसे वहीं पर रोक दिया जाता था, जिससे पूरे क्षेत्र में बाढ़ का पानी खड़ा हो जाता था। ग्रामीण हरदीप आंधली व अन्यों ने शासन व प्रशासन का आभार प्रकट किया।

बॉक्स: मस्तगढ़ में ग्रामीणों ने रखी पुलिया को चौड़ी करने की मांग
डीसी प्रदीप दहिया ने गांव मस्तगढ़ में बनाए गए साईफन को देखा। इस साईफन से मस्तगढ़, थेहबुटाना तथा तारावाली गांव के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। ग्रामीणों ने साईफन बनने पर सरकार का आभार प्रकट करते हुए कहा कि बाढ़ के पानी की समुचित निकासी इस साईफन के जरिए होगी। उन्होंने मांग रखी कि इस साईफन से होकर पानी आगे पुलिया से गुजरेगा, जोकि लगभग 4 फुट की है। इस पुलिया को भी 12 फुट की बना दिया जाए, जोकि गांव चक्कू से खरकड़ा के बीच है तो पानी की निकासी जल्दी होगी। इस पर डीसी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

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