चर्चाओं में आए इस आडियों में वायरल हो रही बातचीत को एक थानाध्यक्ष और दरोगा की बताई जा रही है। जिसमें कथित थानाध्यक्ष अपने माहतत दरोगा को डंपरों को थाने में नहीं लाने की बात करते हुए कह रहे हैं कि डंपर विधायक के हैं थाने लाए तो कार्रवाई करनी पड़ेगी।
बेतालघाट क्षेत्र में थाना अध्यक्ष और सब इंस्पेक्टर सादिक का ऑडियो वायरल होने के बाद इस मामले को पुलिस महकमे की नींद उड़ा दी है। बताया जा रहा है कि पुलिस अधिकारियों ने इसे ने गंभीरता से लिया है और मामले की जांच की बात कही है। पुलिस अधिकारी अभी बातचीत को ट्रेस नहीं कर पाने की बात कर रहे हैं।
सोशल मीडिया में वायरल खबर और ऑडियो के मुताबिक सब इंस्पेक्टर द्वारा बेतालघाट क्षेत्र में अवैध खनन कर रहे डंपर पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई कर रहे थे तो थाना अध्यक्ष ने दरोगा के लिए डंपर छोड़ने का दबाव बनाया और यह भी कहा कि “यह विधायक की गाड़ियां हैं इसलिए इनको छोड़ दिया जाए यह देखना तुम्हारा काम नहीं बल्कि विधायक का काम है” यही नहीं जब दरोगा ने अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई की तो थानेदार ने दरोगा का ट्रांसफर बागेश्वर करवा दिया। सोशल मीडिया के माध्यम से जब इस मामले का खुलासा हुआ तो पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता से लेते हुए एसएसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए।
पता लगा है कि एसएसपी ने इसपर सख्त रुख अपना है। पूरे मामले की जांच एडिशनल एसपी को सौंपी है और दरोगा का बागेश्वर ट्रांसफर भी जांच पूरी होने तक रोका गया है।
पुलिस और विधायक के गठजोड़ का खुलासा-
इस घटना के सामने आने के बाद बेतालघाट में लगातार हो रहे अवैध खनन की न सिर्फ पोल खुली है, बल्कि पुलिस और सत्ताधारी विधायकों के गठजोड़ का भी खुलासा हुआ है। फिलहाल जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाली सरकार इस घटना के सार्वजनिक होने पर किस तरह का एक्शन इख्तियार करती है यह देखने वाली बात होगी।
ईमानदार एसआई को ट्रांसफर का ईनाम
बताया जा रहा है कि अवैध खनन रोकने के चलते एसआई सादिक हुसैन का ट्रांसफर बागेश्वर कर दिया है पिथौरागढ़ में पोस्टिंग पर रहते हुए कुछ महीने पहले ही पैर फेक्चर होने के वास्ते विभाग से रिक्वेस्ट के चलते एसआई हुसैन का बेतालघाट थाने में टांसफार्मर किया गया था।
जानकारी के अनुसार ग्रामीणों की सूचना के अनुसार को मौके पर अवैध खनन रोकने के लिये पहुचे थे जहां पर 7 डम्फर बिना रोयल्टी व बिना कागजात के अवैध खनन से भरे मिले तभी एसआई को थानाध्यक्ष का फोन जाता है जिसमे किसी भी कार्यवाही न करने व डम्फरो के सीज करने की डर से थाना नही लाने व विधायक के लोगो की गाड़ी होने के चलते कार्यवाही ना करने का आडियो तेजी से सोशियल मीडिया में वायरल हो रहा (अटल हिन्द ) इस आडियों की सच्चाई की पुष्टि नहीं करता है लेकिन क्षेत्र में गठजोड़ एक बार फिर नए स्वरूप में परिभाषित हुआ है।