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राजनीति की रणनीति- पर्ल चौधरी और बिमला चौधरी के बीच ही होगा सीधा मुकाबला

राजनीति की रणनीति-
पर्ल चौधरी और बिमला चौधरी के बीच ही होगा सीधा मुकाबला
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कांग्रेस ने उच्च शिक्षित पर्ल चौधरी को भेजा तो राव इंद्रजीत ने बिमला पर किया भरोसा
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पटौदी विधानसभा क्षेत्र में पहली बार मुख्य मुकाबले में दो महिलाएं
पटौदी के पूर्व कांग्रेस विधायक स्वर्गीय भूपेंद्र चौधरी की पुत्री है पर्ल चौधरी
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भाजपा की विमला चौधरी को राव इंद्रजीत सिंह का प्राप्त खुला समर्थन
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बिमला चौधरी के लिए भाजपा विरोधी लहर बनती जा रही परेशानी
फतह सिंह उजाला
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पटौदी । आरक्षित पटौदी विधानसभा क्षेत्र में पहली बार मुख्य मुकाबला दो महिलाओं के बीच में देखने के लिए मिल रहा है । कांग्रेस पार्टी की तरफ से उच्च शिक्षित सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट और प्रदेश कांग्रेस एससी सेल की महासचिव श्रीमती पर्ल चौधरी को चुनाव के मैदान में भेजा गया है। दूसरी तरफ सरकार की हैट्रिक बनाने की दावेदार भारतीय जनता पार्टी के द्वारा केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की समर्थक पूर्व विधायक बिमला चौधरी पर भरोसा किया गया है। राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात की जाए तो पटौदी से कांग्रेस पूर्व विधायक स्वर्गीय भूपेंद्र चौधरी की पुत्री कांग्रेस नेत्री श्रीमती पार्लर चौधरी है। इतना ही नहीं श्रीमती चौधरी के मामा शिवलाल पटौदी से ही विधायक चुने जा चुके हैं । इसके अलावा  बिमला चौधरी की बात की जाए तो वह 2014 से 2019 तक पटौदी से ही भाजपा विधायक रह चुकी है।
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लोकसभा चुनाव से लेकर और अब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने तक प्रदेश में बने राजनीतिक हालात को देखते हुए सत्ताधारी भाजपा और मुख्य विपक्षी कांग्रेस में ही सीधा-सीधा मुकाबला बना हुआ है । यह बात अलग है कि अन्य पॉलिटिकल पार्टियों भी अपनी अपनी दावेदारी लेकर उम्मीदवारों की बदौलत राजनीतिक शक्ति परीक्षण में शामिल है। पटौदी विधानसभा क्षेत्र में 251958 मतदाता संख्या बताई गई है । इसमें से 132832 पुरुष और 121946 महिला मतदाता की संख्या शामिल है। बिल्कुल सीधा गणित है, दोनों महिला दावेदारों में से विधायक का चुनाव करने में महिला मतदाताओं की महत्वपूर्ण भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसा माना जा रहा है कि दोनों महिला उम्मीदवार दावेदारों में से जो भी दावेदार महिला वर्ग के बीच में परेशानियों को सुनते हुए अपनी और अपनी पार्टी की नीतियों को बेहद सरल शब्दों में समझाने में सफल रहेगा , उसको वोट का भी फायदा निश्चित रूप से मिलेगा।
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भाजपा की उम्मीदवार और राव इंद्रजीत की समर्थक बिमला चौधरी की तरफ अभी तक केवल और केवल राव इंद्रजीत के समर्थक चेहरे ही अधिक दिखाई दे रहे हैं । चर्चाओं के मुताबिक पटौदी मे भाजपा की व्याख्या राव समर्थक भाजपा, पूर्व सांसद डॉक्टर सुधा यादव समर्थक भाजपा, मोदी समर्थक भाजपा और  निवर्तमान विधायक सत्य प्रकाश समर्थक भाजपा कहीं जा सकती है । भाजपा के पोलिंग बूथ स्तर से लेकर पन्ना प्रमुख तक पदाधिकारी हैं । वहीं भाजपा टिकट के और भी दावेदार थे । चुनावी मैदान में भाजपा उम्मीदवार के साथ अधिकांश राव इंद्रजीत समर्थक भाजपाई  ही दिखाई दे रहे हैं। दूसरी तरफ नामांकन के बाद आरंभिक दिनों में विधानसभा पहुंचने के लिए सुस्त कदमों के साथ चलने वाली बताई जा रही कांग्रेस की उम्मीदवार पर्ल चौधरी कि अब पटौदी विधानसभा क्षेत्र के देहात में दौड़ के साथ मिल रहे समर्थन को देखते हुए मुख्य मुकाबले ही नहीं बल्कि आने वाले समय में भाजपा और भाजपा की बिमला चौधरी के लिए बड़ी चुनौती ठहराया जा रहा है।
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इसका मुख्य कारण है कांग्रेस का पारंपरिक वोट बैंक पर्ल चौधरी के पक्ष में मजबूती के साथ हाथ की ताकत को बढ़ता चला जा रहा है । कांग्रेस के द्वारा घोषणा पत्र के साथ गारंटी भी आम जनमानस के बीच में मजबूत विश्वास और भरोसा बनती चली जा रही है । बहरहाल अभी तो कांग्रेस और भाजपा दोनों ही  पॉलिटिकल पार्टियों की तरफ से बड़े और नामी नेताओं का अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में आने और मतदाताओं को रिझाने का सिलसिला भी आरंभ होगा। अंतिम और निर्णायक फैसला जनता जनार्दन को करना है । जिस प्रकार से लोगों के बीच में कहीं ना कहीं भाजपा के खिलाफ नाराजगी महसूस की जा रही है । यह नाराजगी कांग्रेस के लिए मौजूदा समय में राजनीतिक ताकत बनती जा रही है।
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