ड्रेनेज विभाग व नगर परिषद को कार्रवाई करने के आदेश दिए
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नगर परिषद की टीम द्वारा जब सुखना चो किनारे बने शैडों को हटाने के लिए मौकी पर पहुंची
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वहां नगर परिषद के पूर्व प्रधान पहुंच गए और टीम को कार्रवाई करने से रोक दिया
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रोहित गुप्ता
जीरकपुर 13,अगस्त
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बलटाना क्षेत्र से निकलने वाली सुखना चो के किनारे कई लोगों द्वारा अवैध रूप से निर्माण किए हुए हैं। जिन्हे हटाने के लिए हलका विधायक कुलजीत सिंह रंधावा ने ड्रेनेज विभाग व नगर परिषद को कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। जिसके चलते मंगलवार को नगर परिषद की टीम द्वारा जब सुखना चो किनारे बने शैडों को हटाने के लिए मौकी पर पहुंची तो वहां नगर परिषद के पूर्व प्रधान पहुंच गए और टीम को कार्रवाई करने से रोक दिया और कहा की यह उनकी जद्दी जमीन है। जिस के लिए उनके पास अदालत के आदेश भी हैं, जिसे वह दुपिहर के बाद कार्यकारी अधिकारी को दिखा भी देंगे। जिसके बाद नगर परिषद की टीम मौके से वापिस चली गई। हैरानी की बात है के अकाली दल पार्टी से नगर परिषद के पूर्व प्रधान द्वारा अवैध निर्माण करना बड़ी बात है।
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बता दें इन कि अवैध निर्माण के बनने से पहले स्थानीय लोगों द्वारा इसकी शिकायत नगर परिषद व ड्रेन डिपार्टमेंट को की थी, जिस के चलते ड्रेनेज विभाग ने दो बार शैड का काम बंद भी करवा दिया था। लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते यहां करीब 9 से 10 शैड बनकर तैयार हो गए हैं। अब जब बाढ़ के कारण सुखना चो पर बने पुल को नुकसान पहुंचा है तो विधायक ने सोमवार को मौके का दौरा करने के बाद इन निर्माण को हटाने के आदेश दिए थे। यहां यह बताना भी अनिवार्य है के बहुत सारे लोगों द्वारा सुखना चो के किनारे अवैध निर्माण किए हुए हैं। जिस कारण सुखाने चो का बैड संकरा हो गया है और जब भी चो में पानी का स्तर बढ़ता है तो वह बाढ़ का रूप धारण कर लेता है और काफी नुकसान करता है। जबकि अवैध निर्माणों से पहले बाढ़ के समय इतना नुकसान नही होता था। इस लिए स्थानीय लोगों द्वारा भी यहीं मांग की जा रही है के सुखाने चो किनारे जितने भी अवैध निर्माण है, उन्हें बिना देरी जल्द से जल्द हटाया जाना चाहिए।
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बॉक्स
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बता दें के करीब ढाई महीने पहले यहां शैड वाली मार्किट में आग लग गई थी और फर्नीचर की दर्जनों दुकाने जल कर राख हो गई थी। जिस कारण दुकानदारों का करीब 50 लाख रूपये का नुकसान हुआ था। लेकिन हैरानी की बात तो यह है के आग लगने के कुछ दिन बाद ही उसके सामने यहां 9से 10 दुकाने बना दी गई थी। जबकि पहले भी यहां अगजनी से बचने के लिए कोई प्रबंध नही था और अब भी यहां किसी तरह का कोई प्रबंध नही है। जिस समय यहां अगजनी की घटना हुई तो तो उस समय शैड के 20 मीटर दायरे में पूर्व प्रधान की एक गैस एजेंसी भी थी, यदि आग वहां तक पहुंचती तो बड़ा नुकसान हो सकता था। फिलहाल गैस एजेंसी को यहां से हटा दिया गया है। लोगों ने मांग की है के प्रसाशन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
कोट्स
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यह मेरी जद्दी जमीन है, जिस पर माइनिंग एक्ट लगा हुआ है। जिसके तहत यहां पक्का निर्माण नही किया जा सकता। जिसके चलते मैंने यहां टीन के शैड बनाए थे। पहले सुखना चो का 20 – 25 फीट में से निकलती थी, जिसका हाईकोर्ट ने आदेश दिया था तो यहां धारा 55 लगी हुई है। हमारे गांव की 40 एकड़ जमीन सुखना चो में है और मेरी एकेले की 7 एकड़ जमीन सुखना चो में है। मैनें किसी भी क़ानून का उलंघन नही किया है। मैंने अपने कागजात कार्यकारी अधिकारी को दिखा दिए हैं। बाकी मेरे नाम पर कोई नोटिस नही आया है जब मेरे नाम पर कोई नोटिस आएगा तो मैं उसका जवाब भी दे दूंगा।
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कुलविंदर सोही, पूर्व प्रधान नगर परिषद जीरकपुर।
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