कथित ब्लैकमेलर रेणु राणा फिर से नहीं हुई जांच में शामिल
पानीपत पहुंची पंचकूला साइबर क्राइम सेल की टीम घंटों इंतजार के बाद वापिस लौटी—–
सुबह 10 बजे महिला थाना पानीपत में हाजिर होने का पुलिस ने दे रखा था नोटिस
पानीपत(Atal Hind )सोशल मीडिया का दुरुपयोग आजकल फैशन बनता जा रहा है। नए युवाओं के लिए यह एक मनोरंजन का साधन है, वहीं ब्लैकमेलर और जल्द अमीर बनने की चाहत रखने वाले लोग इस प्लेटफार्म का गलत उपयोग करने से बाज नहीं आते। इस प्रकार के मामले लगातार पुलिस के लिए सिरदर्द बने नजर आते रहे हैं।इसी प्रकार का एक मामला पंचकूला पुलिस के लिए सिर दर्द ही बन गया है।
फेसबुक व्हाट्सएप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म का प्रयोग कर विभिन्न लोगों को ब्लैकमेल व बदनाम करने की साजिश करने वाली महिला रेणु राणा को शामिल तफ्तीश करने के लिए पंचकूला की साइबर क्राईम सेल पानीपत पहुंची।
लेकिन पानीपत के महिला थाना में लंबे कई घंटों के इंतजार के बाद खाली हाथ लौट गई। आरोपी रेणु राणा 23 मार्च को भी शामिल तफ्तीश होने के लिए पंचकूला साइबर क्राइम थाना में पहुंची थी। लेकिन तबीयत खराब होनेे का हवाला देकर स्वयं 26 मार्च शामिल तफ्तीश होने के अनुरोध पर वापस लौट आई थी।
आज थाना महिला पानीपत में पंचकूला साइबर क्राइम की टीम पहुंची। सुबह 10 बजे थाना में हाजिर होने को लेकर पुलिस ने आरोपी को नोटिस तक दे रखा था। लेकिन जब तय समय पर पहुंची टीम ने रेणु राणा को फोन किया तो फोन किसी और ने उठाया और रेणु को अस्वस्थ बताते हुए नही आने की बात कही।
इन्स्पेक्टर मोहिंदर सिंह ढांडा के नेतृत्व में पंचकूला साईबर क्राइम सैल की टीम ने जानकारी देते हुए बताया कि रेणु राणा के खिलाफ एफआईआर नम्बर 58, धारा आईटी एक्ट 67, 384, 500, 506 आईपीसी, दिनांक 8 फरवरी 2022 पुलिस स्टेशन सैक्टर-14, पंचकूला में मुख्य अभियुक्त रेणु राणा की तलाश पंचकूला पुलिस को है। लेकिन उनका लगातार मोबाइल नंबर बंद आ रहा है।
समाजसेवी के रूप में स्वयं को प्रदर्शित करने वाली रेणु स्वयं को नेता भी बताती है गौरतलब है कि ब्लैकमेलिंग की आरोपी रेणु राणा खुद को एक समाजसेवी के रूप में प्रदर्शित करती हैं। जबकि अतीत में वह खुद को आम आदमी पार्टी की नेता के रूप में पेश करती थी, जो कि आजकल यह खुद को इनेलो से संबंधित बताकर प्रचार कर रही है।
ब्लैकमेलिंग की आरोपी रेणु के खिलाफ उत्तराखंड में भी है मुकदमा दर्ज—–
सूत्रों के अनुसार उत्तराखंड पुलिस को भी है तलाश
इस कथित ब्लैकमेलर रेणु राणा के खिलाफ देहरादून के थाना डाकपत्थर में एक दहेज उत्पीड़न मारपीट जान से मारने की धमकी व धोखाधड़ी का मुकदमा नंबर 1510, 12-3-2022 को उत्तराखंड पुलिस ने शिकायतकर्ता शिवानी की दरखास्त पर दर्ज किया है।इस मुकदमे में कथित ब्लैकमेलर रेणु राणा के साथ-साथ इसका भाई रजनीश, पिता आत्माराम, माता सुमित्रा, बहन मनीषा, व यूएचबीवीएन में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत इसका जीजा सचिन राणा मुख्य आरोपी हैं।
सूत्रों के अनुसार डाकपत्थर थाना पुलिस को भी इस परिवार की तलाश है। लेकिन लगातार डाकपत्थर पुलिस को भी यह लोग गच्चा देने में कामयाब हो रहे हैं। रेणु राणा तथा इसके परिवार के खिलाफ दहेज का एक मुकदमा देहरादून में इसकी भाभी शिवानी ने भी दर्ज करवा रखा है।
एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग कर कथित तौर पर मोटी रकम वसूली कर चुकी है रेणु
जानकारी के मुताबिक कथित तौर पर ब्लैकमेलर महिला रेणु राणा का इतिहास केवल यही तक सीमित नहीं है। इससे पहले भी वह पानीपत में कई लोगों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट का गलत प्रयोग करते हुए पानीपत पुलिस को दरखास्त दे चुकी है और फिर उस पर कथित तौर पर मोटी रकम लेकर समझौता लिख चुकी है।
साइबर क्राइम पुलिस की टीम इन मामलों की परतें भी अपनी जांच के दौरान खोल सकती हैं। अगर ऐसा हुआ तो संभव है कि आरोपी रेणु राणा के उत्पीड़न के कई लोग सामने आ सकते हैं।शनिवार को पानीपत पहुंची पंचकूला साइबर क्राइम सेल की जांच में रेणु राणा ने किसी प्रकार का सहयोग नहीं किया और कथित तौर पर बीमारी का बहाना लगाकर पानीपत के सिविल अस्पताल में दाखिल हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पंचकूला साइबर क्राइम सेल की विशेष टीम रेणु राणा को जल्दी ही पुनः जांच में शामिल करवाएगी। रेणु राणा के खिलाफ पंचकूला के सेक्टर 14 के अंदर आईटी एक्ट तथा ब्लैक मेलिंग का एक मुकदमा 8 फरवरी को दर्ज हुआ था। प्राप्त जानकारी के अनुसार रेणु राणा 2 दिन पहले भी इस मामले में पंचकूला पुलिस के पास इन्वेस्टिगेशन ज्वाइन करने के लिए गई थी। मगर उस दिन तबीयत खराब होने का बहाना लगाकर पुलिस को बिना सहयोग किए लौट आई।
आज शनिवार को भी पानीपत महिला थाने के अंदर पंचकूला साइबर क्राइम की टीम रेणु राणा के अनुरोध पर उसे जांच में शामिल करवाने के लिए पहुंची थी, लेकिन घंटों संपर्क करने की मशक्कत करने के बाद वापस लौट गई।
दर्ज मुकदमे के अनुसार सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार बंद करने की एवज में 2 लाख की मांग कर रही थी रेणु
प्राप्त जानकारियों के अनुसार रेणु राणा के खिलाफ पंचकूला, सेक्टर 14 के पुलिस स्टेशन में एक मुकदमा वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर धरणी की शिकायत पर आईटी एक्ट की धारा 67, 384, 500 आईपीसी में दर्ज है। पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही है।
वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर धरणी ने पुलिस को बताया है कि रेणु राणा सोशल मीडिया विशेषकर फेसबुक पर आकर अनाप-शनाप, दुष्प्रचार उनके खिलाफ कर रही है तथा ऐसा ना करने की एवज में उसने उनसे 2 लाख रुपये ब्लैक मेलिंग करते हुए मांग की थी।
चंद्रशेखर धरणी रेणु राणा को यह राशि देने से स्पष्ट मना कर दिया था। 24 नवंबर 2020 से लगातार रेणु राणा फेसबुक तथा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आकर चंद्रशेखर धरणी को जहां बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
वही उनकी छवि खराब करने का षड्यंत्र किया जा रहा है। इन्हीं आरोपों पर एफआईआर नम्बर 58, धारा-आई टी एक्ट 67, 384, 500, 506 आईपीसी, दिनांक 8 फरवरी 2022 पुलिस स्टेशन, सैक्टर-14, पंचकूला में मुख्य अभियुक्त रेणु राणा के खिलाफ दर्ज है।
मुकदमा दर्ज होने के बावजूद सोशल मीडिया के दुरुपयोग से बाज नहीं आ रही आरोपी
कोई भी अपराधी कितना भी शातिर क्यों ना हो वह आखिर एक न एक दिन अपने कर्मों से पुलिस के शिकंजे में आ ही जाता है।रेणु राणा वासी पानीपत द्वारा सोशल मीडिया का जिस प्रकार से दुरुपयोग तथा ब्लैक मेलिंग की जा रही है। इसमें पंचकूला पुलिस को इसके खिलाफ अहम तथ्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मस से मिल चुके हैं। रेणु राणा पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए लगातार पंचकूला पुलिस से झूठ बोलती आ रही है। जबकि दूसरी तरफ रेणु राणा मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अभी तक अपनी ब्लैकमेलिंग की प्रैक्टिस को बंद नहीं कर रही है।
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