कैथल पुलिस को इंमरजैंसी रिस्पॉस विहिक्ल के रुप में अलॉट हुई 22 ईनोवा गाडिय़ां,
अपराध पर कारगर अंकुश लगाने हेतू 24 घंटे मुस्तैद डयूटी करने हेतू नियुक्त किए गये 159 पुलिस कर्मचारी व अधिकारी,
पुलिस के घटनास्थल पर देरी से पहुंचने की नहीं मिलेगी शिकायत, क्राईम पर कारगर अंकुश लगने कारण जनता में सुरक्षा की भावना तथा अपराधियों में बनेगा भय का माहौल,
शिकायत कर्ता के पास शहरी क्षेत्र में मात्र 15 मिंट तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 20 मिंट मध्य पहुंचेगी पुलिस,
गाडियों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों को पुलिस लाईन में एसपी लोकेंद्र सिंह द्वारा दिशा निर्देश देते हुए 24 घंटे निष्ठापूर्वक कर्तव्यपालना के आदेश, कोताही की सुरत में कडी कार्रवाई की दी गई चेतावनी
कैथल, 12 जुलाई ( अटल हिन्द/राजकुमार अग्रवाल )
सरकार द्वारा इमरजैंसी रिस्पॉस एवं स्पोर्ट सिस्टम के तहत आपातकालीन सेवाओं के लिए एक ही नंबर डायल 112 को लॉच किया गया है, जिसके अंतर्गत कैथल पुलिस को इंमरजैंसी रिस्पॉस विहिक्ल के रुप में 22 ईनोवा गाडिय़ा प्राप्त हुई है। उक्त गाडियां प्राप्त होने कारण आमजन को पुलिस के घटनास्थल पर देरी से पहुंचने की शिकायत नहीं मिलेगी, जिसके चलते जहां क्राईम पर कारगर अंकुश लगने कारण जनता में सुरक्षा की भावना पैदा होगी वहीं पर अपराधियों में भय का माहौल बनेगा। उक्त गाडिय़ों पर नोडल अफसर डीएसपी कुलवंत सिंह की अगुवाई में अपराध पर कारगर अंकुश लगाने हेतू 24 घंटे मुस्तैद डयूटी करने हेतू 159 पुलिस कर्मचारी नियुक्त किए गये है। जिनको सोमवार की शाम पुलिस लाईन में एसपी लोकेंद्र सिंह द्वारा दिशा निर्देश देते हुए 24 घंटे निष्ठापूर्वक कर्तव्यपालना के आदेश दिए गये है। डयूटी दौरान कोताही करने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी विभागिय कार्रवाई अमल में लाई जाने की चेतावनी दी गई है।
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पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने बताया कि डायल 112 प्रोजैक्ट के संचालन के लिए पंचकुला में स्टेट इमरजैंसी रिस्पोंस सैंटर बनाया गया है, जहां से डायल 112 की सभी गाडिय़ों की मुवमैंट पर निरंतर नजर रखी जाएगी। प्रोजैक्ट के तहत सभी थानों के लिए 2-2 ईनावा गाडिय़ां उपलब्ध रहेंगी। जिन पर एक शिफ्ट दौरान ड्राईवर, इंचार्ज तथा स्पोर्टिंग स्टाफ सहित 3-3 पुलिस कर्मचारी डयूटी देंगे। एसपी ने बताया कि कैथल पुलिस द्वारा उक्त सभी गाडियों पर 132 कर्मचारी तथा 27 बफ्फर स्टाफ सहित कुल 159 कर्मचारियों सहित व्यापक स्टाफ को नियुक्त किया गया है। बफ्फर कर्मचारियों की डयूटी गाडियों पर नियुक्त हुए पुलिस कर्मचारियों की छुट्टी अथवा अन्य आपात स्थिती में गाडीयों पर लगाई जाएगी।


पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शहरी क्षेत्र की कोई भी शिकायत प्राप्त होने पर डायल 112 प्रोजैक्ट के तहत अधिकतम 15 मिंट तथा ग्रामिण क्षेत्र में 20 मिंट में शिकायत कर्ता के पास पुलिस टीम पहुंच जाएगी। जिस कारण जहां जिला में पुलिस की सक्रियता बढ़ेगी, वहीं समय रहते घटनास्थल पर पहुंचने कारण अपराध पर कारगर अंकुश लगाया जा सकेगा। एसपी ने प्रोजैक्ट डायल 112 पर तैनात सभी पुलिस कर्मचारियों को कडाई पूर्वक आदेश दिए कि कोई भी कर्मचारी किसी भी सूरत दौरान डबल शिफ्ट में डयूटी ना करके मात्र अपनी शिफ्ट में पूर्ण निष्ठा व संजिदगी के साथ डयूटी करेगा। डायल 112 की मार्फत प्राप्त हुई सुचना उपरांत घटनास्थल पहुंची ईवीआर टीम पिडि़त व्यक्ति से मिलकर शिकायत के बारे में जानकारी लेगी, जिसके दौरान कोई संज्ञेय अपराध घटित होना पाए जाने उपरांत संबधित थाने को सुचित करने का जिम्मेवार होगा। तथा घटनास्थल पर अनुसंधानाधिकारी के पहुंचने उपरांत ही वहां से फारिग हो सकेगा। मौके पर पहुचा थाने का आईओ घटनास्थल पर ही नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाएगा। प्रोजैक्ट के दौरान किसी भी कर्मचारी व अधिकारी द्वारा कोताही बरतने पर उसके खिलाफ कड़ी विभागिय कार्रवाई अमल मेंं लाई जाएगी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी आधुनिकतम तकनीकों के साथ लैस ईआरवी गाड़ी के डैसबोर्ड पर एटोमैटिक रिकार्डिग सिस्टम निरंतर जारी रहेगा, तथा शिकायत मिलने पर क्लिक करते ही तकनीकी माध्यम द्वारा गाडी घटनास्थल तक पहुंचने का रास्ता स्वम दिखाएगी। उक्त गाडी का प्रयोग आपातकाल के दौरान पडौसी जिले के नजदीकी घटनास्थल पर भी तुरंत रिस्पॉस देने के लिए किया जा सकेगा, परंतु अन्य किसी की स्थिती में एसपी द्वारा प्राप्त की गर्ई परमिशन उपरांत ही आपात काल कार्य के लिए किया जा सकता है, वर्ना यह वाहन मात्र क्विक रिस्पॉस कार्य पर ही काम करेगी। ईआरवी गाडीयों पर तैनात सभी कर्मचारियों को पहले ही एक सप्ताह पूर्व से विशेष वर्कशॉप के दौरान प्रशिक्षण दिया जा चुका है। एसपी ने बताया कि डायल 112 की इनोवा ईआरवी की प्रत्येक गतिविधी पर पुलिस मुख्यालय की निरंतर नजर रहेगी, जिसके दौरान स्थानीय पुलिस कंट्रोल रुम में डीआरओ इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह, कंट्रोल रुम के एचसी विजय सिंह तथा मुख्यालय से जुड़े डीओडीसीआर हवलदार जयभगवान व एचसी नवीन द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी। डीएसपी कुलवंत सिंह को डायल 112 परियोजना का नोडल अफसर नियुक्त किया गया है, तथा डीआई मुकेश कुमार ईचार्ज के तौर पर कार्य करेंगे, जिसके दौरान पुलिस परिवहन शाखा ईंचार्ज हैडकांस्टेबल ईकबाल सिंह गाडियों की देखरेख व मैंटेनश का दायित्व देखेंगे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मॉर्डन तकनीक से लैस उक्त ईआरवी में स्ट्रक्चर, आग बुझाने का यंत्र, वाटर कैनन, रस्सा, सड़क़ पर रास्ते के अवरोध को दूर करने के लिए कुल्हाडी आदी उपकरण, टॉर्च, डैस कैमरा, पोर्टेबल फाईलड टैब, लॉगबुक, रिफ्लैक्टिव जैकेट, क्राईम सीन प्रौजेक्शन किट, एंटी राईट एक्यूपमैंट, ट्रैफिक कोन, मिनी एक्सट्रैक्शन किट, बॉडी वार्म कैमरा, फीचर फोन, जीएसपी डिवाईस, रेडियो वाईफाई विद होल्डर, फस्ट एड किट, तथा अन्य उपकरणों सहित सभी आवश्यक साजो सामान के साथ लैस रहेगी। जिसके चलते आमजन को पुलिस के घटनास्थल पर देरी से पहुंचने की शिकायत नहीं मिलेगी, जिसके चलते जहां क्राईम पर कारगर अंकुश लगने कारण जनता में सुरक्षा की भावना पैदा होगी वहीं पर अपराधियों में भय का माहौल बनेगा। सभी गाडियों को पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह द्वारा पुलिस लाईन स्थित परेड ग्राउड से उनके निर्धारित थानों में पहुंचने के लिए रवाना कर दिया गया।
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