मनोहर सरकार के लिए सिरदर्द बनी
देहात की सरकार बोली पहले पहले बनाया जाए अंडरपास,अधिकारी दे लिखित आश्वासन तब खुलेगा रोड जाम
गुरुग्राम-पटौदी के बीच जोड़ी कला में अंडर पास को लेकर रोड जाम
सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक अनेक ग्रामीण सड़कों पर ही डटे रहे
महिला सरपंच-ग्रामीणों की चेतावनी पहले पहले बनाया जाए अंडरपास
जब तक अंडर पास नहीं बनेगा एनएचआई नेशनल हाईवे का भी नहीं
स्थानीय एमएलए से लेकर केंद्रीय मंत्री,एनएचआई तक की गई फरियाद
गुरुग्राम के डीसी द्वारा भी यहां पहुंच अंडरपास को जायज माना गया
अटल हिन्द ब्यूरो /फतह सिंह उजाला
पटौदी । 27 नवंबर सुपर सरप्राइजिंग संडे । एक तरफ तो जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव परिणाम घोषित हो रहे थे , दूसरी ओर गुरुग्राम से पटौदी होते हुए रेवाड़ी तथा आगे जाने वाले फोरलेन के नेशनल हाईवे पर मौजूद गांव जोड़ी जोड़ी कला , जोड़ी खुर्द और गांव घोष गढ़ के ग्रामीणों के द्वारा यहां बनाए जा रहे सड़क मार्ग पर सबसे पहले 3 गांव की गंभीर समस्या को देखते हुए बीते लंबे समय से अंडर पास की मांग की अनदेखी से आहत होकर सुपर संडे को रोड जाम कर दिया गया ।Manohar became a headache for the government, the government of the countryside said that the underpass should be built first, the officer should give written assurance, then the road jam would open.
खास बात यह रही कि अंडरपास बनाने की मांग को लेकर नेतृत्व करने वालों में हाल ही में देहात की निर्वाचित सरकार की मुखिया सरपंच निशा देवी, सरपंच योगेंद्र यादव, के अलावा सुभाष , कैप्टन , रामफल, मुकेश, सुरेश , संतपाल, दिनेश, रघुवीर, महेश, महिपाल , कपिल, लीलाराम , आशा देवी, कौशल्या ,निशा ,रेखा देवी ,सुशीला ,ललित, राजवीर , राजू शर्मा ,रामकिशन , ललित प्रसाद, इंद्रपाल सहित अनेक ग्रामीण महिला और पुरुष सर्दी के मौसम में अपने घरेलू कामकाज को छोड़कर दिन प्रतिदिन विकट चली होती जा रही सड़क पार करने की समस्या के समाधान के लिए यहां अंडर पास बनवाने की मांग को लेकर सड़क जाम कर धरना पर बैठ गए ।
यह धरना ग्रामीणों के द्वारा 27 नवंबर सुपर संडे को प्रातः काल 9 बजे गुरुग्राम पटौदी के बीच गांव जोड़ी कला जोड़ी खुर्द के सामने ही मुख्य सड़क मार्ग पर विभिन्न प्रकार के अवरोध डालकर सड़क मार्ग को पूरी तरह से जाम कर दिया गया । जैसे ही सड़क मार्ग जाम किए जाने की सूचना पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार व अन्य संबंधित अधिकारियों के कानों तक पहुंची , प्रशासन में हड़कंप मच गया।
इस दौरान पटौदी से गुरुग्राम और गुरुग्राम से पटौदी होते हुए विभिन्न शहरों कस्बों में जाने वाले वाहनों की जाम लगाए वाले स्थान पर हम भी लंबी लाइनें लगना आरंभ हो गई । आनन-फानन में पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों को बहुत समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण बीते करीब 6 महीने से अपने यहां पर अंडरपास बनाने की मांग को लेकर अड़े रहे ।
ग्रामीणों की यह मांग प्रमुख रूप से रही कि जब तक एन एच आई और संबंधित विभागों के अधिकारी यहां मौके पर पहुंचकर लिखित में ठोस आश्वासन नहीं दे देते, तब तक सड़क मार्ग से जाम नहीं हटाया जाएगा ।
ग्रामीणों की माने तो जिस स्थान पर यह तीनों गांवों का एक प्रकार से संपर्क मार्ग है, पटौदी से गुरूग्राम आ जाते हुए लेफ्ट हैंड साइड पर 2 गांवों का सामूहिक श्मशान घाट और मुख्य सकूल आसपास के गांवों के छात्रों के लिए एकमात्र शिक्षण संस्थान है ।
इसके दूसरी ओर गांव घोष गढ़ तथा आगे आने जाने वाला मुख्य सड़क मार्ग बनाया जा रहा है , अब ऐसे में लाख टके का सवाल यह है की एन एच आई के द्वारा जो गुरुग्राम पटौदी रेवाड़ी होते हुए नेशनल हाईवे बनाया जा रहा है , उसकी चौड़ाई इतनी अधिक है कि यहां से आम आदमी बुजुर्गों बच्चों का सड़क क्रॉस करना संभव ही नहीं है ।
सबसे गंभीर समस्या सड़क के दोनों तरफ तीनों गांवों के ग्रामीणों के आवास और खेती-बाड़ी के क्षेत्र भी मौजूद हैं । ग्रामीण पहले दिन से ही गांव जोड़ी कला ,जोड़ी खुर्द और घोषगढ़ व अन्य गांवों को जोड़ने वाले मुख्य संपर्क सड़क मार्ग पर किसी प्रकार की आने जाने में परेशानी नहीं हो ,
उसके लिए यहां अंडर पास बनवाने के मांग पत्र एनएचआई के संबंधित अधिकारियों के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री राव इंदजीत सिंह, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव , गुरुग्राम के डीसी निशांत कुमार यादव , पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार और पटौदी के ही एमएलए एडवोकेट सत्यप्रकाश जरावता को कई बार इस अति व्यस्त रहने वाले सड़क मार्ग पर अंडर पास बनवाने की तरफ ध्यान आकर्षित कर चुके हैं।
संडे को मौके पर मौजूद ग्रामीणों के मुताबिक एनएचएआई के अधिकारियों के द्वारा भी इस बात को स्वीकार किया जा चुका है कि संबंधित स्थान पर अंडर पास का बनवाया जाना या उपलब्ध होना ग्रामीणों की सुविधा के लिए बहुत जरूरी है ।
इसी कड़ी में योगेंद्र सिंह सुभाष कैप्टन रामपाल मुकेश दिनेश सुशीला ललित प्रसाद के मुताबिक जिला गुरुग्राम के डीसी के द्वारा यहां दौरा किया जाने के बाद भी उन्होंने भी संबंधित स्थान पर अंडर पास बनाए जाने की जरूरत सहित आवश्यकता पर अपनी स्वीकृति प्रदान की हुई है ।
लेकिन एनएचएआई के अधिकारियों की अनदेखी और उनके हठीले पन के कारण यहां अंडरपास बनाने के काम को पूरी तरह से ठंडे बस्ते के हवाले कर दिया गया है ।Manohar became a headache for the government, the government of the countryside said that the underpass should be built first, the officer should give written assurance, then the road jam would open.
जब कई घंटे तक जाम नहीं खोला तो उसके बाद पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार के निर्देश पर जाम लगाने वाले ग्रामीणों के बीच कानूनगो लक्ष्मण सिंह, पटवारी योगेंद्र सिंह और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पटवारी मंगतू राम सड़क जाम पर बैठे ग्रामीणों के बीच पहुंचे और जल्द से जल्द यहां अंडरपास बनवाने की प्रक्रिया आरंभ करवाने का आश्वासन दिलाया ।
ग्रामीणों के मुताबिक ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही खरा और टका जवाब दिया कि इस प्रकार के आश्वासन सुन सुनकर ग्रामीणों के कान पक चुके हैं ।
ग्रामीणों ने सुपर संडे 27 नवंबर को एनएचआई के मौके पर पहुंचे अधिकारियों को लिखित में यह चेतावनी भी दे दी है कि जब तक पटोदी से गुरुग्राम के बीच गांव जोड़ी कला जोड़ी खुर्द और घोषगढ़ व अन्य गांवों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण अंडरपास का निर्माण कार्य आरंभ नहीं हो जाता है ?
तब तक एन एच आई के द्वारा बनाए जा रहे हाईवे के निर्माण का कार्य पूरी तरह से अवरुद्ध करके रखा जाएगा ।
सीधे-सीधे शब्दों में चेतावनी दी गई है कि जब तक यहां अंडरपास का निर्माण कार्य आरंभ नहीं होता , तब तक एन एच आई के सड़क निर्माण कार्य को 1 इंच भी ग्रामीण आगे नहीं बनाने देंगे । ग्रामीणों ने साफ-साफ कहा है कि अपनी मांगों को पूरा करवाने तथा अंडर पास बनवाने के लिए इस मुख्य मार्ग से आने जाने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो , उस बात को ध्यान में रखते हुए किसी भी प्रकार से सड़क मार्ग जाम करने का कोई भविष्य में अब कार्यक्रम नहीं है ।
लेकिन एनएचआई सहित संबंधित विभाग और अधिकारियों को साफ-सफ चेतावनी दी गई है कि जब तक यहां अंडर पार्क का काम या निर्माण आरंभ नहीं हो जाएगा ?
तब तक गुरु ग्राम पटौदी होते हुए रेवाड़ी आगे तक बनने वाले इस नेशनल हाईवे के निर्माण कार्य को भी पूरी तरह से ग्रामीण एकजुट होकर आगे नहीं बनाने देंगे ।
अब इस पूरे मामले की गंेद एनएचआई सहित जिला प्रशासन और संबंधित विभाग सहित वरिष्ठ अधिकारियों के पाले में पहुंच चुकी है । अब देखना यह है कि देहात की नई चुनी हुई सरकार की इस प्रकार की देहात सहित आसपास के ग्रामीणों की सामूहिक सुविधाओं के लिए की गई पहल का क्या और किस प्रकार का सकारात्मक परिणाम कितनी जल्दी आने वाले समय में देखने के लिए मिल सकेगा।
Advertisement