पुलिस एनकांउटर में एक-एक लाख के दो इनामी बदमाश दबोचे
बुधवार अलसुबह घाटा के पास जंगली पहाड़ी के बीच हुई मुठभेड़
दोनो बदमाश के पांव में लगी गोली, तीन पुलिस जवान हुए घायल
पीजी संचालक की गोली मार हत्या करने के बाद से दोनो थे फरार
बदमाशों और पुलिस के बीच करीब 40 राउंड चली ताबड़तोड़ गोलियां
फतह सिंह उजाला
गुरूग्राम।
हत्या, हत्या का प्रयास, लूट , पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने वाले एक-एक लाख रुपए के दो कुख्यात ईनामी बदमाशों को अपराध शाखा सैक्टर-39, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने एनकांउटर के बाद किया काबू किया है। आरोपियों ने पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करते हुए ताबड़तोड़ गोंलियां भी चलाई, जिसमें एक जवान को गोली लगी , बुलेटप्रूफ जैकेट पर दो गोलियां लगने के कारण सीआईए इंचार्ज बाल-बाल बच गए। आरोपियों द्वारा बेरीगेट पर सीधी टक्कर मारने पर दो जवान भी घायल हुए है। पुलिस द्वारा अपने बचाव में की गई जवाबी कार्यवाही में दोनों आरोपी भी घासल हुए है। एसीपी क्राईम प्रीतपाल के द्वारा घाटा गांव के पास बुधवार अलसुबह बदमाशों के साथ हुई मुठभेड़ के बारे में जानकारी दी गई।
पुलिस के मुताबिक पीजी संचालक की गोली मारकर हत्या करने के मामले में दोनों आरोपी वांछिंत थे वांछित। 13-14 जुलाई की रात को राजकुमार इंचार्ज अपराध शाखा सैक्टर-39, गुरुग्राम की पुलिस टीम को एक सूचना हत्या, हत्या के प्रयास व लूट सहित संगीन वारदातों को अंजाम देने में संलिप्त दो कुख्यात बदमाश के द्वरीर गुरुग्राम में मोटरसाईकिल पर घूमते हुए दिखाई देने के सम्बंध में प्राप्त हुई। बिना देरी किये उप-निरीक्षक राजकुमार, प्रभारी अपराध शाखा सैक्टर-39, की पुलिस टीम के द्वारा अलग-अलग पुलिस टीमें गठित की गई व सभी पुलिस टीमों को सूचना के बारे में व आरोपियों के कुख्यात होने के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया गया। सभी पुलिस टीमों को उपलब्ध संसाधनों (बुलेटप्रूफ जैकेट, हथियार इत्यादि) सहित आरोपियों को काबू करने के लिए संभावित स्थानों पर भेजा गया व नाकों पर भी विशेष सख्ताई के साथ चेकिंग करने के लिए पुलिस टीमों को तैनात किया गया व दुपहिया वाहनों पर कड़ी नजर रखने के लिए बताया गया।
गठित पुलिस की एक टीम फरीदाबाद रोड पर ग्वाल पहाड़ी से घाटा टी प्वाइंट जाने वाले रोड पर बदमाशों की तलाश कर रही थी । इसी दौरान एक बिना नंबर प्लेट वाली एक मोटरसाईकिल पर दो लड़के बैठे हुए थे, मोटरसाईकिल पर पीछे बैठे लड़के के कपड़े सूचना में द्वारा बताए गए कपड़ो से मिलान हो रहे थे। तभी मोटरसाईकिल गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड पर घाटा जाने वाली साइड मुड़ गई। पहले से नाकाबंदी पर तैनात पुलिस टीम को सतर्क होने के लिए कहा गया व गठित की गई टीमों व पुलिस कंट्रोल रूम को बदमाशों की लोकेशन के बारे में अवगत कराते हुए पुलिस टीम ने सरकारी गाड़ी की बत्ती जलाकर साइरन देते हुए मोटरसाईकिल को रुकने का इशारा किया ,लेकिन मोटरसाईकिल चालक ने सरकारी गाड़ी देखकर साइरन की आवाज सुनते ही अपनी मोटरसाईकिल की स्पीड बढ़ा दी। पुलिस टीम ने जब उनका पीछा किया तो मोटरसाईकिल पर पीछे बैठे लड़के ने सरकारी गाड़ी पर गोली चला दी। सामने नाकाबन्दी पर तैनात पुलिस टीम ने बेरिगेट को टाइट करते हुए रोड बंद कर दिया । लेकिन मोटरसाईकिल चालक ने बेरीगेट की तरफ सीधा फायर किया तथा बेरिगेट को टक्कर मारते हुए बच निकलने की कोशिश की। नाका पर तैनात पुलिस टीम निडरता से डटी रही और बेरीगेट को लगाए रखा तथा मोटरसाईकिल सवार दोनों लड़को को रोकने की कोशिश की । मोटरसाईकिल की बेरीगेट मे टक्कर लगते ही बेरिगेट के पीछे खड़े सिपाही संजय कुमार व सिपाही मनोज कुमार गिर गए तथा मोटरसाईकिल भी बेरिगेट मे टक्कर लगते ही गिर गई। तभी दोनों लड़के खड़े होकर जंगली पहाड़ी की तरफ भागने लगे, पुलिस टीम भी उनका पीछा करने लगी । दोनों लड़के भागते-भागते गोली चला रहे थे।
इसी दौरान पुलिस टीम का नेतृत्व कर रहे एसआई राजकुमार द्वारा पहनी हुई बुलेट प्रूफ जैकेट पर छाती पर दो गालियां लगी व एक गोली इनके साथ ही बदमाशों का पीछा कर रहे सिपाही आकाश के बाए हाथ को छूते हुए निकल गई। पुलिस टीम ने चेतावनी देते हुए अपने बचाव मे गोली चला दी । जो पुलिस टीम पर गोलियां चालते हुए भाग रहे बदमाशों के पैरों में लगी। गोलियां लगने के कारण वे वही पर गिर गए और पुलिस टीम द्वारा उनको काबू कर लिया गया। काबू किए गए दोनों बदमाशों से उनका नाम व पता पूछा तो उन्होंने अपना नाम व पता प्रशांत उर्फ जोन्टू पुत्र संजीव कुमार उर्फ संजू निवासी गाँव कुलासी, थाना सदर बहादुरगढ़, जिला झज्जर, उम्र 24 वर्ष और मनीष कुमार जाखड़ पुत्र उमेद सिंह निवासी गाँव साल्हावास थाना साल्हावास, जिला झज्जर, उम्र 30 वर्ष। (मोटरसाईकिल चालक) बताया।
बदमाशों के साथ हुई मुठभेड़ में बदमाश प्रशांत उर्फ जोन्टू के दाएं पैर में व आरोपी मनीष कुमार जाखड़ के बाएं पैर मे गोली लगी। बदमाशों का पीछा करते हुए सिपाही आकाश बाएं हाथ में गोली लगी तथा सिपाही संजय कुमार व सिपाही मनोज को नाका पर मोटरसाईकिल से बेरिगेट में टक्कर लगने के कारण घायल हुए तथा एसआई राजकुमार की छाती पर दो गोलियों लगी, जिन्होंने बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के कारण वो अपना बचाव कर गए। इस मुठभेड़ में घायल हुए बदमाश प्रशांत उर्फ जोन्टू व मनीष कुमार जाखड़ तथा सिपाही आकाश, सिपाही संजय कुमार व सिपाही मनोज कुमार को उपचार के लिए हॉस्पिटल में दाखिल करवाया गया। आरोपी प्रशांत उर्फ जोन्टू व मनीष कुमार जाखड़ द्वारा पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से हमला करके व बेरीगेट में टक्कर मारकर सरकारी कार्य मे बाधा डालकर धारा 186, 332, 353, 307, 34 भाइस- 25 आम्र्स एक्ट का अपराध किए जाने पर आरोपियों के खिलाफ थाना सैक्टर-56 में मामला किया गया।
पुलिस टीम ने आरोपियों के कब्जा से 01 पिस्टल, 2 जिंदा कारतूस, 01 देशी कट्टा, कारतूस खोल खोल व 01 मोटरसाईकिल बरामद की है। आरोपी प्रशांत उर्फ जोन्टू का अपराधिक इतिहासरू 10 दिसम्बर 2014 को इसने अपने ही गाँव के ढीला नाम के व्यक्ति की अपने पिता संजु के साथ मिलकर हत्या कर दी थी उस समय यह (प्रशांत उर्फ जोन्टू) रनअमदपसम था जिसके कारण यह 21 दिन बाद ही जमानत पर बाहर आ गया था। उसके बाद ये अपने मामा के घर गाँव झाडसा, में रहने लगा। वर्ष 2018 में आरोपी प्रशांत उर्फ जोन्टू ने अपने गाँव के कृष्ण काले पर रंजिश की वजह से अपने साथी के साथ मिलकर उसके घर जाकर उस पर गोली चला दी थी लेकिन उसे गोली नहीं लगी थी, फिर यह झज्जर जेल में चला गया था जोन्टू के जेल जाने के 1-2 महीने बाद इसके पिता की मर्डर केस में जमानत हो गई व जोन्टू भी दिसम्बर 2018 में जमानत पर बाहर आ गया था। उसके बाद उस मर्डर के केस में जोन्टू के पिता को 20 साल की सजा हो गयी थी जोन्तु उस समय रनअमदपसम होने के कारण मर्डर केस रनअमदपसम कोर्ट मे विचारधीन है।
मार्च-2019 मे जोन्टू ने अपने साथी परमिंदर जून उर्फ काला निवासी लोवा माजरा बहादुरगढ़, दीपक निवासी कुलासी व आशीष निवासी छुड़ानी, जिला झज्जर के साथ मिलकर लाहोरी गेट दिल्ली नया बाजार से सिंघानिया ट्रेडर्स से 24,7400ध्- रुपये लूटे थे। उसके बाद से ही जोन्टू फरार चल रहा था। पिछले 5-6 महीने से जोन्टू अपने साथी मनीष के साथ गाँव इस्लामपुर में एक पी.जी. में रह रहा था। पी.जी. संचालक के साथ प्क् देने को लेकर झगड़ा हो गया और उसकी हत्या कर दी। जिस संबंध में अभियोग संख्या 359 दिनाँक 05.05.2021 धारा 302,34 प्च्ब् – 25 आर्म्स एक्ट थाना सदर, जिला गुरुग्राम अंकित है। आरोपी मनीष कुमार उपरोक्त आरोपी मनीष कुमार का कोई भी अपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। मनीष वर्ष 2013 से 2017 तक दुबई में काम किया वापिस आने पर मनीष ने गाँव इस्लामपुर में पीजी किराए पर ले लिया था पी.जी. का काम न चलने के कारण ट्रांसपोर्ट का काम शुरू कर दिया और गाँव इस्लामपुर में पी.जी. किराए पर लेकर रहने लगा। इसके बाद मनीष की मुलाकात उपरोक्त आरोपी प्रशांत उर्फ जोन्टू से उसके दोस्त के जरिए हुई और दोनों आपस मे एक दूसरे से बात करने लगे दोनों एक साथ पी.जी. में रहने लगे पी.जी. संचालक के साथ प्क् देने को लेकर झगड़ा हो गया और इन्होंने उसकी हत्या कर दी। पीजी संचालक की गोली मारकर हत्या करने की वारदात के संबंध में आरोपियों के खिलाफ थाना सदर में अंकित अभियोग में आरोपियों की गिरफ्तारी पर एक-एक लाख रुपयों का ईनाम घोषित किया गया था।