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Manohar Lal Khattar-मनोहर लाल खट्टर जिन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था ,अब लोकसभा चुनाव जीतना चाहते है ?

मनोहर लाल खट्टर जिन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था ,अब लोकसभा चुनाव जीतना  चाहते है ?

मनोहर में सीएम बनने का गुरूर हाथ में फरसा लेकर अपने ही नेता से बोले खट्टर- गर्दन काट दूंगा तेरी
चंडीगढ़ (राजकुमार अग्रवाल )
हरियाणा की राजनीति के इतिहास में हरियाणा की जनता के बीच सबसे ज्यादा नापसंद किये जाने वाले मुख्यमंत्री के रूप में पहचान बना चुके मनोहर लाल खटटर दस साल मुख्यमंत्री बने रहने के बाद भी जनता के बीच जाकर क्यों मोदी के नाम पर वोट मांगने पड़ रहे है। आखिर क्यों मनोहर लाल खटटर को हरियाणा की जनता पसंद नहीं करती। अभी तक के हरियाणा की राजनीति इतिहास के चलते किसी भी पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी की साख पर दाग नहीं लगाया बल्कि सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों (मनोहर लाल खटटर को छोड़ )हरियाणा की जनता के बीच ना केवल अपना नाम कमाया बल्कि पार्टी को भी अच्छा खासा वोट बैंक बना कर दिया चाहे वह कांग्रेस ,इनेलो ,हविपा ,किसी भी दल से रहा हो लेकिन बीते दस वर्षों में मनोहर लाल खटटर ने हरियाणा में ना केवल बीजेपी का नाम बदनाम करवाया बल्कि खुद भी अपनी पहचान आम जनता विरोधी नेता के रूप में बनाई।Manohar Lal Khattar, who was removed from the post of Chief Minister, now wants to win the Lok Sabha elections?
मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के पहले और आखिरी ऐसे मुख्यमंत्री साबित होंगे जिन्होंने अपना राजनीतिक करियर तो खत्म किया ही पार्टी को भी हरियाणा की जनता की नजर में गिरा दिया। और आज हालत ऐसे हो गए की कल तक जो मनोहर लाल खट्टर खुद को हरियाणा की जनता का मालिक समझता था आज उसे अपना अस्तित्व खतरे में नजर आ रहा है।लेकिन यहाँ यह लिखना भी जरुरी है की बीजेपी हाईकमान को अब लगने लगा था की मनोहर लाल खटटर ने मुख्यमंत्री रहते पार्टी के लिए हरियाणा में ऐसे हालात पैदा कर दिए है की फिर से 2014 से पहले वाला समय ना देखना पड़ जाये इसलिए खटटर को हटा दिया। अब मोदी की नाम पर सांसद बनना चाहते है क्योंकि बीजेपी ने उन्हें करनाल से लोकसभा प्रत्याशी बनाया है।
==मीडिया को दबाया ==
जिसके चलते अब पत्रकारों को भी लॉलीपॉप थमा रहा है और हरियाणा के पत्रकार भी देखिये कैसे पिछलग्गू बने हुए है। शायद हरियाणा के पत्रकार साथी भूल गए की यह मनोहर लाल खट्टर वही मुख्यमंत्री है जिसने लोक सम्पर्क विभाग अपने पास रखा था ,हरियाणा के पत्रकारों का गला घोंटा ,हरियाणा सरकार के मान्यता नियमो को सरल बनाने की बजाय उसे और कठिन बना दिया ,मासिक अखबारों के सम्पादकों की मान्यता खत्म कर दी ,वेब पोर्टल के पत्रकारों को आज तक मान्यता नहीं दी ,खुद की सरकारी पोर्टल पर हजारों सब्सक्राइब नहीं है लेकिन न्यूज वेब पोर्टल वालों के लिए अनेक शर्ते लगाई ,?
===अफसरसाही को बढ़ावा दिया
डिजिटल हरियाणा के नाम पर मनोहर लाल खटटर ने हरियाणा की जनता को ना केवल बेवकूफ बनाया बल्कि अफसरशाही और रिश्वत खोरी को भी बढ़ावा दिया। आम जनता का जो काम पहले कागजी कार्यवाही के चलते कुछ घंटो में हो जाता था डिजिटल के नाम पर हफ्तों की बात तो दूर महीनों भी नहीं होता। आम आदमी अनपढ़ की बात छोड़िये पढ़ा लिखा भी मनोहर लाल खटटर ने अपने डिजिटल चुंगल में ऐसा फंसाया की काम धंधा छोड़ दफ्तरों के चककर लगा रहा है उसके बावजूद काम नहीं हो रहे ,पॉपर्टी टेक्स हो ,जन्म प्रमाण पत्र हो ,रजिस्ट्री करवानी हो ,फर्द निकलवानी हो ,कहीं परिवार के सदस्य का नाम बदलवाना हो ,तमाम ऐसे सार्वजनिक मुद्दे है जिन्हे मनोहर लाल खटटर ने अफसरशाही के हवाले किया।
 ===आंदोलन और कोरोना काल
हरियाणा का मुख्यमंत्री रहते मनोहर लाल खट्टर ने अनेक ऐसे जान विरोधी कार्य किये जिसे हरियाणा की जनता आसानी से भुला नहीं सकती। किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री का पहला कर्तव्य राज्य की जनता को सुविधाएं उपलब्ध करवाना होता है लेकिन मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री बनते ही हरियाणा की जनता को गुलाम समझना शुरू कर दिया। मनोहर लाल खटटर ने परिवार पहचान पत्र के नाम पर आम जनता को मिल रही सुविधाएं रोक दी ,प्रोपट्री टैक्स के नाम पर खुली लूट ,किसी ने बच्चों का नाम बदलवाना हो या खुद के नाम में तबदीली करवानी हो मुख्यमंत्री रहते मनोहर लाल खटटर ने आम जनता को इस काम के लिए अदालतों तक पहुंचा दिया ,रोजगार देने की बजाए रोजगार छीन कहा युवा सरकारी नौकरी के पीछे न भागे और अपना काम करें ,जाट आंदोलन को बातचीत से सुलझाने की बजाए उसे उग्र रूप देकर हरियाणा को आग में धकेला ,कोरोना की बीमारी को लेकर आम जनता पर लाठियां बरसवाई ,मनोहर की पुलिस ने घरों ,बैठकों ,में घुस कर लोगों को पीटा ,इस तरह मनोहर लाल ने कोरोना बीमारी से जनता को स्वास्थ्य लाभ दिया ,और खुद कोरोना में रैलियां करते रहे तब बीमारी नहीं फैली। आम जनता को मृतक की चिता भी जलाने का हक़ नहीं दिया और खुद राजनीति का खेल खेलते रहे। इसी कोरोना काल में करोड़ो का शराब घोटाला हुआ ,और अब ताजा ताजा किसान आंदोलन जो शांति पूर्ण चल रहा था इसी किसान के बेटे मनोहर लाल ने उसे युद्द का मैदान बना दिया था। अब जब मुख्यमंत्री रहते मनोहर लाल खटटर इतने बड़े बड़े जनहित के फैसले लेकर हरियाणा को बदनाम करवा सकते है सांसद बनने के बाद क्या क्या करेंगे अभी सोच से परे की बात है।

मनोहर में सीएम बनने का गुरूर हाथ में फरसा लेकर अपने ही नेता से बोले खट्टर- गर्दन काट दूंगा तेरी

हाथ में फरसा लेकर अपने ही नेता से बोले मनोहर लाल खट्टर- गर्दन काट दूंगा तेरी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो हाथ में फरसा लिए खड़े हैं. जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान पहले कार्यकर्ताओं द्वारा भेंट किया गया एक फरसा लेते हैं, इसके बाद उनके पीछे खड़े नेता डॉ. हर्ष मोहन भारद्वाज द्वार मुकुट पहनाए जाने से नाराज हो जाते हैं और उसे कहते हैं कि मैं तेरी गर्दन काट दूंगा।
इस बयान पर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अब सफाई दी है। उन्होंने कहा कि हमने 5 साल मेहनत करके नई संस्कृति को जन्म दिया।
पहले चांदी के मुकुट, सोने के मुकुट की रीत चल रही थी, हमने इसे बेरहमी से बंद किया था। आज भी कोई व्यक्ति खासकर मेरा कार्यकर्ता, मुझे जानकारी दिए बिना मेरे सिर पर मुकुट पहनाएगा तो मुझे गुस्सा आएगा।
खट्टर ने कहा कि हालांकि वे मेरे कार्यकर्ता हैं। हमारे पुराने परिचित हैं। वे सरकार के भी हिस्सेदार रहे हैं, उन्होंने बुरा भी नहीं माना है।
====बार बार यू टर्न लेने वाला मुख्यमंत्री
मनोहर लाल खट्टर फिर यूँ कह लीजिये की उन्हें यू टर्न मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल में हरियाणा की जनता के लिए क्या क्या किया बताने से  बचते रहे या फिर उन्हें अपने शासन काल में ऐसा कोई जनहित कार्य किया ही नहीं जिनके दम पर जनता के बीच जाकर उसे बताएं और वोट मांग कर जीत सुनिश्चित कर सकें। मनोहर लाल ऐसा पहला हरियाणा का मुख्यमंत्री है जो अपनी नाकामियां छिपाने में अव्वल है तभी तो  पूर्व सीएम  मनोहर लाल खट्टर ने गुरुग्राम में प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भाजपा के संकल्प पत्र में राष्ट्र प्रथम की भावना है। मोदी की गारंटी वाला संकल्प पत्र देश के हर वर्ग और हर व्यक्ति को ध्यान में रखकर बनाया गया है।  सोमवार को पूर्व सीएम खट्टर गुरुग्राम के एक होटल में भाजपा के संकल्प पत्र पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। यहां संकल्प पत्र के हरेक प्वाइंट्स को अच्छे से रखा और पत्रकारों के हर सवाल का जवाब बेबाकी से दिया।
सबसे पहले मनोहर लाल ने भाजपा के संकल्प पत्र का उद्देश्य पत्रकारों के सामने रखते हुए कहा कि मोदी की गारंटी वाले संकल्प पत्र का लक्ष्य भारत को आत्मनिर्भर बनाना है। भाजपा ने दस साल के शासन के दौरान हर व्यक्ति और हर परिवार की चिंता की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा के संकल्प पत्र में गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी आदि चारों वर्गों को आत्मनिर्भर बनाने का वादा किया है। पूर्व सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के करिश्माई नेतृत्व के कारण विश्व में भारत की साख बढ़ी है। अब तो देश और दुनिया में मोदी है तो मुमकिन का नारा लग रहा है।
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