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हरियाणवी शैली के मुरीद बन पारंपरिक गीतों पर खूब झूमें बुजुर्ग पर्यटक
हरियाणा के साथ-साथ पंजाब के कलाकारों ने खूब बांधा समां
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कुरुक्षेत्र, 01 दिसंबर (Atal Hind)
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में बनाए गए हरियाणा मंडप के सांस्कृतिक मंच पर वीरवार को हरियाणवी शैली से ओतप्रोत गीतों व रागनियों की प्रस्तुतियां रही। पारंपरिक शैली के मुरीद बनकर दर्शक विशेषकर बुजुर्ग पर्यटक खूब झूमते नजर आए। इसके साथ-साथ पंजाब से आए कलाकारों ने भी अपनी लोक शैली की प्रस्तुति देकर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया।
हरियाणा कला परिषद व कला एवं सांस्कृतिक विभाग द्वारा करवाए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ यूके की डिप्टी हाई कमीश्नर कैरलीन रोवेट, हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन, रधुविन्द्र मलिक,सौरभ चौधरी, कला एवं सांस्कृतिक अधिकारी दीपिका, हेमा, तान्या चौहान, रेणू हुडडा आदि ने दीपशिखा प्रज्वलित किया।
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कार्यक्रम की शुरूआत में दिलावर एण्ड पार्टी ने गीता ज्ञान की प्रस्तुति दी और अपने गीत के बोल में श्री कृष्ण ने दिया अर्जुन को ज्ञान गीता का, राम नाम सबसे बड़ा, इसतै बड़ा न कोई आदि के माध्यम से सभी को परमेश्वर के चरणों में ध्यान लगवाया।UK Deputy High Commissioner Caroline Rowett dances to Haryanvi dances
सांस्कृतिक मंच पर इन्द्र लाम्बा एण्ड पार्टी ने मांगे राम की प्रसिद्ध रचनाएं सुनाई और उन्होंने आगे भाई कृष्ण भगवान, धरलो ध्यान, सुथरी शान, पीताम्बर बाणा सै हरियाणवी प्रस्तुतियों से पंडाल में बैठे विशेषकर बुजुर्गों को झुमने पर मजबूर किया।
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इसके बाद राजकुमार व उनके गु्रप ने हरियाणवी समूह नृत्य पेश करके सभी को अपने साथ नचाया। कार्यक्रम में बल्ले रोमिया के ग्रुप की लड़कियों ने लोक गीत हरि भरी धरती, प्रदेश म्हारा हरियाणा, गऊ धन भण्डार भरे, यहां दूध-दही का खाना गाकर हरियाणा की समृद्घ संस्कृति से सबको रूबरू करवाया।
इसी प्रकार पंजाब के मोहाली से सुखदर्शन व उनके कलाकार साथियों ने पंजाब की संस्कृति को परिभाषित करती हुइ प्रस्तुतियां दी। उनकी प्रस्तुतियों में भंगड़े का स्वरूप समाहित था, जिस पर सभी दर्शकों ने झूमकर व तालियां बजाकर कलाकारों का हौंसला बढ़ाया।
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हरियाणवी मंडप में नजर आ रहा है ग्रामीण परिवेश का संजीव दृश्य
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में बनाए गए हरियाणा मंडप में दर्शकों को ग्रामीण परिवेश के संजीव दृश्य देखने को मिल रहे है, जहां एक ओर दर्शक हरियाणा की पारंपरिक वेशभूषा व विरासत के दर्शन कर रहे हैं, वहीं हरियाणवी व्यंजनों का लुत्फ भी उठा रहे हैं।UK Deputy High Commissioner Caroline Rowett dances to Haryanvi dances at Geeta Mahotsav
मंडप में पहुंचने वाले पर्यटक हरियाणवी शान के प्रतीक पगडी बंधवाकर बड़े चाव से अपने मोबाइल में फोटो खींच रहे हैं। पंडाल में बनाए गए सैल्फी प्वाइंट तथा ताऊ-ताई के कटआउट पर भी फोटो ले रहे हैं। इस मंडप में मचान, विरासत, सांझी, मणके, खाट-पीडडा, लोहार, बाडा आदि स्थापित किए गए है जिनको मंडप में पहुंचने वाले सभी दर्शक बड़ी उत्सुकता से देखकर उनके बारे में जानकारी ले रहे हैं। इस मंडप के माध्यम से युवा वर्ग को पौराणिक हरियाणवी संस्कृति को जानने का अवसर मिल रहा है।
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टका, आन्ना, कोड़ी आदि पुरानी मुद्रा को बड़े चाव से देख व ले रहे हैं पर्यटक
क्या तुम्हारी जेब में एक पैसा है, हां मेरी जेब में एक पैसा है
हरियाणवी मंडप में हिसार से आए विजेन्द्र कुमार ने एक विशेष स्टॉल लगाई है, इस स्टाल की विशेषता है कि इस पर पुराने समय की प्रचलित मुद्राएं टका, आन्ना, कोड़ी आदि प्रदर्शित की गई है, जिसे पंडाल में पहुंचने वाले पर्यटक बड़ी उत्सुकता से देख रहे हैं और इतना ही नहीं इस स्टाल पर इन मुद्राओं को लेने की भी व्यवस्था है, जिसका लाभ उठाकर पर्यटक उन्हें ले रहे हैं। इस स्टाल पर पहली शताब्दी से अब तक के मुद्रा के सफर के सभी मुद्राएं प्रदर्शित है।UK Deputy High Commissioner Caroline Rowett dances to Haryanvi dances at Geeta Mahotsav
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उल्लेखनीय है कि एक पैसा से लेकर अब तक मुद्रा के सफर दौरान जितनी भी मुद्राएं चलन में आई वे सभी यहां पर मुहैया है। ब्रिटिश समराज्य के दौरान एक बटा दो आन्ना से 16 आन्ना तक तथा कोड़ी से रूपए तक की जर्नी का सफर एक विर्शेष पैकेज में सम्माहित किया गया है, जिसे पर्यटक देख भी रहे है और खरीद भी रहे है।
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यूके की डिप्टी हाई कमीश्नर कैरलीन रोवेट खूब झूमी हरियाणवी नृत्यों पर
हरियाणा मंडप में पहुंची यूके की डिप्टी हाई कमीश्नर कैरलीन रोवेट ने मंडप का दौरा करते हुए हरियाणवी संस्कृति को जाना और अपने भ्रमण के दौरान जैसे ही डिप्टी हाई कमीश्नर मंडप में मौजूद हरियाणवी परिधान से सजी महिलाओं के पास पहुंची जो कि हरियाणवी नृत्य कर रही थी, तो उन्होंने ने भी गंठी, पगड़ी धारण करके खूब नृत्य किया और उन्हें ऐसा करते देखकर सभी आश्चर्यचकित हुए और सभी ने तालियां बजाकर उनका साथ दिया। इस मौके पर उनका पारंपरिक रूप से स्वागत किया, कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड की ओर से उन्हें अंग्रेजी भाषा में अनुवादित गीता भी भेंट की। कार्यक्रम में केडीबी के सदस्य सौरभ चौधरी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।
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