पेपर लीक से परेशान होकर बेरोज़गार युवक ने फांसी लगाई
मैं परेशान हूं. जब किसी को नौकरी नहीं मिल सकती तो डिग्री का क्या फायदा
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में कन्नौज शहर के भूड़पुरवा इलाके में एक 28 वर्षीय बेरोजगार युवक ने अपने सभी शिक्षा प्रमाण-पत्र जलाने के बाद अपने घर पर कथित तौर पर फांसी (Execute)लगा ली. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.रिपोर्ट के मुताबिक, उनके परिवार के सदस्यों ने कहा कि बृजेश पाल हाल ही में एक पुलिस भर्ती परीक्षा (police recruitment exam)में शामिल हुए थे और कथित पेपर लीक(paper leak) से परेशान थे. बीते गुरुवार (22 फरवरी) को उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठा लिया.
अपने पीछे छोड़े गए एक सुसाइड नोट में पाल ने अपने इस कदम के पीछे बेरोजगारी को जिम्मेदार ठहराया है.
पुलिस ने कहा कि नोट में लिखा है, ‘अब मैं परेशान हूं. जब किसी को नौकरी नहीं मिल सकती तो डिग्री का क्या फायदा.’I am troubled. What is the use of a degree when one cannot get a job?
उन्होंने अपने परिवार से कहा, ‘मैंने आप लोगों को धोखा दिया है. मेरी मौत के लिए किसी को परेशान न किया जाए. मैं अपनी मौत का खुद जिम्मेदार हूं. मैं अब और जीना नहीं चाहता हूं. हमें किसी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं थी. बस हमारा मन भर गया है और आज मैं सबका साथ छोड़ने जा रहा हूं.’
उन्होंने अपनी बहन की शादी अच्छे तरीके से करने और पिता का ख्याल रखने को कहा है. पाल के पिता दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं और गांव में उनकी कुछ जमीन है. वह अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे.
उन्होंने आगे लिखा है, ‘हमने बीएससी के सारे कागज जला दिए हैं. क्या फायदा ऐसी डिग्री का जो एक नौकरी न दिला सके. हमारी आधी उम्र पढ़ते-पढ़ते निकल गई इसलिए हमारा मन भर गया है.’
कन्नौज सदर पुलिस स्टेशन के एसएचओ विष्णुकांत तिवारी ने कहा कि पाल के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.
इसी बीच समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने घटना के मद्देनजर भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उसके शासन में नौकरी पाने की उम्मीद रखना एक बेमानी है.
यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘ये एक बेहद दुखद खबर है कि बेरोजगारी की त्रासदी से निराश होकर कन्नौज में एक युवा बृजेश पाल ने फांसी लगाकर जान दे दी और और ऐसा करने से पहले उसने अपनी सारी डिग्रियां जला डाली. जीवन देना कोई समाधान नहीं होता, संघर्ष ही समाधान का रास्ता निकालता है. भाजपा सरकार में नौकरी की उम्मीद बेमानी है.’
उन्होंने कहा, ‘सत्ता में आने के लिए हर हथकंडा अपनाने वाली भाजपा रोजगार देने के नाम पर मुंह मोड़ लेती है.’
Advertisement