नरवाना भंडारण गृह में गेहूं तभी लगेगा साहब जब दोगे नजराना FCI अधिकारियों ने कलायत CM विंडो प्रतिनिधि से की मांग
कलायत(अटल हिन्द/राजकुमार अग्रवाल )
प्रदेश में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए विजिलेंस और विभिन्न एजेंसियों द्वारा तेजी से चलाए जा रहे अभियान के बाद भी कुछ विभागों में सरकारी काम की एवज में नजराने की मांग का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा।
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ताजा घटनाक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा के गृह निर्वाचन क्षेत्र कलायत के सीएम विंडो प्रतिनिधि राकेश कंसल ने घूसखोरों के खिलाफ आवाज बुलंद करने का फैसला लिया है।
कंसल अनाज मंडी व्यापारी होने के साथ-साथ मुख्यमंत्री पटल के माध्यम से बतौर प्रतिनिधि जन समस्याओं का निपटान करते आए हैं।
भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में कंसल ने नरवाना स्थित एफसीआई विभाग की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े किए हैं। इनका कहना है कि एफसीआई द्वारा कलायत अनाज मंडी से जो गेहूं की खरीद की जाती है उसका भंडारण नरवाना में किया जा रहा है। खरीदे गए अनाज को रखने के लिए पैसे की मांग की जाती है।
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इसका शिकार तीन दिन पहले उन्हें भी बनना पड़ा। वे कलायत मंडी से उक्त एजेंसी द्वारा खरीदे गए अनाज को उतरवाने गए थे। इस दौरान अन्य 11 गाड़ियों में लोड अनाज को तो ले-देकर एजेंसी अधिकारियों ने भंडारण गृह में उतरवा लिया। जब उन्होंने सरकार की पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था का हवाला देते हुए कर्मियों की डिमांड को नहीं माना तो उनके वाहन को वापिस लौटा दिया। बार-बार उनके सामने नजराना देने का प्रस्ताव रखा गया।
उन्होंने घूसखोरों के सामने झुकने की बजाए भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार को अवगत करवाने की ठानी। क्योंकि वे अनाज खरीद से जुड़े तमाम मानदंडों को पूरा कर रहे थे। उनका कसूर केवल इतना है कि उन्होंने अधिकारियों की मांग को पूरा करने से इंकार किया।
इस पर गाड़ी में लोड अनाज को कसौटी पर फेल बताते हुए अधिकारियों द्वारा लौटा दिया गया। जबकि इस अनाज को खुद एजेंसी अधिकारियों ने मंडी से नियमों के अनुरूप खरीदा था।
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गेहूं खरीद के बाद भंडारण के नाम पर चल रहे इस गोलमाल की शिकायत उन्होंने प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल और शीर्ष अधिकारियों को भेजी है। इसमें उन्होंने सरकारी कार्य के बदले निजी मांग करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
डीटीपी से शुरू हुई थी विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई
काबिल-ए-जिक्र है कि कुछ समय पहले सीएम सिटी में विजिलेंस ने डीटीपी के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में बड़ी कार्रवाई की थी। इसके उपरांत निरंतर राज्य के विभिन्न हिस्सों में घूस मांगने वाले अधिकारियों को दबोचने की कार्रवाई तेजी से जारी है। इसके चलते भ्रष्टाचारियों में हड़कंप मचा है। परिणामस्वरूप अधिकारी लेन-देन से हाथ पीछे खंीच रहे हैं। जिस प्रकार कलायत निवासी मुख्यमंत्री पटल प्रतिनिधि राकेश कांसल ने एफसीआई विभाग पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं उससे अधिकारी जांच के घेरे में आ गए हैं।
आगामी कार्रवाई रोहतक सर्कल के अधीन
एफसीआई कुरुक्षेत्र डीएम जनार्दन पासवान ने बताया कि उन्हें इस संदर्भ में शिकायत मिली थी। इस पर फौरी कार्रवाई करते हुए कलायत अनाज मंडी का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान जो गेहूं के कट्टे मिले उनमें खरपतवार के अलावा कुछ और दूसरे अवशेष मिले हैं। इस पर मंडी आढ़तियों से भी बातचीत की गई। नरवाना एफसीआई भंडारण रोहतक सर्कल के अंतर्गत आता है। इसलिए आगामी कार्रवाई रोहतक सर्कल के अधिकारियों के कार्यक्षेत्र का विषय है।
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