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इंडसइंड बैंक ने इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड के साथ की साझेदारी

इंडसइंड बैंक ने इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड के साथ की साझेदारी

 

गुरुग्राम। इंडसइंड बैंक ने आज भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2022 में लॉन्च की गई सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) डिजिटल रुपये की स्वीकृति की सुविधा के लिए इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) के साथ अपने सहयोग की घोषणा की। इस सहयोग से दिल्ली- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में चुनिंदा आईजीएल स्टेशनों पर ग्राहकों को डिजिटल रुपये के ज़रिये भुगतान करने में मदद मिलेगी, जिससे भारत की डिजिटल मुद्रा के उपयोग और स्वीकृति को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, यूपीआई इंटरऑपरेबिलिटी (अन्तरपरिचालन) के ज़रिये ग्राहक सभी आईजीएल स्टेशनों पर अपने डिजिटल रुपया ऐप का उपयोग कर किसी भी यूपीआई क्यूआर को स्कैन कर सकते हैं। आरबीआई की सीबीडीसी पहल में भाग लेने वाले शुरुआती बैंकों में से एक के रूप में, इंडसइंड बैंक सीबीडीसी द्वारा जोड़े जाने मूल्य में विश्वास करता है और इसका लक्ष्य है, डिजिटल मुद्रा के उपयोग के ज़रिये अपने ग्राहकों को सहज और व्यापक भुगतान अनुभव प्रदान करना।

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इंडसइंड बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी, श्री सुमंत कठपालिया ने कहा, “सीबीडीसी को अपनाना वित्तीय परिदृश्य को नया आकार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारा मानना है कि डिजिटल रुपया, अपनी ब्लॉकचेन तकनीक के साथ, तेज़, सुविधाजनक और सुरक्षित लेन-देन की पेशकश कर वित्तीय सेवाओं को मजबूत करता है। यूपीआई इंटरऑपरेबिलिटी की शुरुआत के साथ, डिजिटल रुपया ‘कैशलेस’ अर्थव्यवस्था में योगदान देने वाला एक और महत्वपूर्ण मंच बनने की ओर अग्रसर है।

 

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इस घटनाक्रम के बारे में, इंडसइंड बैंक के उप मुख्य कार्यकारी, श्री अरुण खुराना ने कहा, “हमारे प्रमुख ग्राहकों में से एक, आईजीएल के साथ यह रणनीतिक साझेदारी डिजिटल रुपये को बढ़ावा देने के हमारे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह ग्राहकों और बैंकिंग इको-सिस्टम में प्रतिभागियों के लिए बैंकिंग अनुभव को सरल बनाने के हमारे निरंतर प्रयास में एक प्रगतिशील कदम है।

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