फर्जी डॉक्टर, फर्जी सेक्सवर्धक दवाईयां बेचने वाले ठग पुलिस ने दबोचे
मेडिसिन सेल के नाम पर ठगी करने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़
कॉल सेंटर के मालिक व 04 महिला आरोपियों सहित कुल 11 आरोपी काबू
इंस्टाग्राम पर दवाइयों का फर्जी विज्ञापन करके दवाईयां बेचने का खेल
13 मोबाईल, सेक्सवर्धक नकली 54 कैप्सूल बॉक्स, 35 ऑयल स्प्रे बरामद
फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम 27 सितंबर । प्रियांशु दीवान, सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध, गुरुग्राम के निर्देशानुसार कार्य करते हुए इंस्पेक्टर नवीन कुमार प्रबंधक थाना साईबर दक्षिण, गुरूग्राम की पुलिस टीम को पुलिस तकनीक के आधार पर कुछ मोबाईल नंबर का प्रयोग इंस्टाग्राम व फेसबुक पर नकली सेक्सवर्धक दवाईयां बेचने के लिए लोगों को विश्वास में लेकर उससे रुपए ट्रांसफर करवाकर साईबर ठगी करने का पता लगा। पुलिस टीम द्वारा तकनीकी विश्लेषण के आधार पर कार्यवाही करते हुए 26 सितंबर शुक्रवार को उद्योग विहार फेज-5 में बनी बिल्डिंग के बेसमेंट में संचालित एक कॉल सेंटर पर रेड़ की । जहां से 07 लड़के व 04 लड़कियों को काबू किया।
आरोपियों की इस सरकार से पहचान की गई
पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक इनकी पहचान 1. पीयूष कुमार निवासी न्यू कॉलोनी, जिला गुरुग्राम (हरियाणा), 2. अभिषेक शर्मा निवासी गांव डेरा, नई दिल्ली, 3. चेतन सैनी निवासी कन्हैया नगर, नई दिल्ली, 4. देव सिंह कापसहेडा बॉर्डर, नई दिल्ली, 5. अल्ताफ अंसारी निवासी झड़ेला, नई दिल्ली, 6. नीरज कुमार निवासी पट्टी मोहल्ला, सहसवान, जिला बदायूं (उत्तर-प्रदेश), 7. अरुण भारद्वाज निवासी डेरा गांव, नई दिल्ली, 8. किरण निवासी सैक्टर-17, जिला गुरुग्राम (हरियाणा), 9. जूही निवासी कापसहेड़ा, नई दिल्ली, 10. मोनी निवासी सरहौल सैक्टर-17, जिला गुरुग्राम (हरियाणा) व 11. सिमरन निवासी कापसहेड़ा, नई दिल्ली के रूप में हुई। पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त आरोपियों के खिलाफ नियमानुसार पुलिस थाना साईबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत अभियोग अंकित करके आरोपियों को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।
20000 तक सैलरी और 3 प्रतिशत कमीशन
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त आरोपी पीयूष उपरोक्त कॉल सेंटर का मालिक व उसके द्वारा ही सेक्सवर्धक दवाईयां का विज्ञापन इंस्टाग्राम व फेसबुक पर करवाया जाता है। जब भी कोई व्यक्ति/उपभोक्ता इनके इश्तेहार देखकर फार्म भरते है तो कॉल सेंटर पर बैठी इनकी टीम/उपरोक्त साथी आरोपी उससे संपर्क करके फर्जी डॉक्टर बनकर उसे नकली दवाईयां बेचते है और ऑनलाईन पेमेंट करवाकर ठगी करते है। उपरोक्त दवाईयां दिल्ली से किसी व्यक्ति से 50/100 रुपए में खरीदकर उसे 2000 रुपए से भी अधिक कीमत पर बेच देते है। इंस्टाग्राम व फेसबुक पर विज्ञापन का काम शिव कुमार करता है व बाकी टीम कॉल के माध्यम से उपरोक्त दवाईयां बेचती है। उपरोक्त आरोपी लड़कियां व लड़को को 15 से 20 हजार रुपए प्रति माह वेतन मिलता है व ठगी करने पर अलग से 3 प्रतिशत कमीशन दिया जाता है।
सात आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया
पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जा से वारदातों को अंजाम देने में प्रयोग किए गए 13 मोबाईल फोन्स व नकली सेक्सवर्धक दवाईयों के 54 कैप्सूल बॉक्स, 35 ऑयल स्प्रे (छोटी बोतल) बरामद किए गए है। पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त 04 आरोपी महिलाओं को अभियोग में नियमानुसार शामिल अनुसंधान किया गया व बाकी 07 आरोपियों को शनिवार को अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया। अभियोग का अनुसन्धान जारी है। यहां पर यह भी उल्लेखनीय है कि बढ़ते साईबर अपराधों को देखते हुए गुरुग्राम पुलिस त्वरित कार्यवाही करते हुए साइबर अपराधियों पर कार्यवाही करती है। गुरुग्राम पुलिस बढ़ते साईबर अपराध को रोकने मे तथा आपराधियों को पकड़ने मे पूर्ण निष्ठा से कार्यरत है।
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