यमुनानगर /कैथल/27 मई /अटल हिन्द ब्यूरो
किशोरी की दुष्कर्म के बाद हत्या को सड़क हादसे का रूप देने की साजिश का खुलासा होने के बाद पुलिस ने इस मामले में पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता में हत्या की धारा 103 व पॉक्सो एक्ट के तहत रादौर थाने में जीरो एफआईआर दर्ज कर मामला कैथल ट्रांसफर कर दिया। बाद में कैथल जिले के थाना गुहला में मामला दर्ज किया गया। गुहला प्रभारी एसआई विजेंद्र सिंह की टीम कर रही है
पुलिस ने मां और डॉक्टर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में किशोरी की मां, यमुनानगर के गांव जुब्बल निवासी रेखा, हंसू माजरा निवासी डॉ. राजेश, रणजीत व रणजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया है।मुख्य आरोपी लाडी व एक अन्य गिरफ्त से बाहर हैं।
आरोपियों को मंगलवार को गूला सब डिवीजन की अदालत में पेश किया। कोर्ट ने सभी आरोपियों को एक दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया गया।
किशोरी की मां ने बताया कि रेखा नाम की महिला उसके साथ एक फैक्ट्री में काम करती है। रेखा ने उसकी दोस्ती कैथल के हंसी माजरा निवासी लाडी के साथ करवाई। एक दिन जब वह लाडी से मिलने गई तो दोनों के बीच शारीरिक संबंध बन गए। यह सिलसिला जारी था। एक दिन लाडी ने उसे अपने बेटी को भी लाने के लिए कहा।
जब उसने इनकार किया तो लाडी ने धमकी दी कि वह निजी संबंधों की बात महिला के परिजनों को बता देगा। यह बात रेखा को बताई तो उसने भी बात मानने की सलाह दी। रेखा की बातों में आकर वह 19 मई को घर से सत्संग में जाने की बात कहकर निकली और अपनी बेटी को लेकर लाडी के पास चली गई।
लाडी ने उसे नशीले पदार्थ की पुड़िया दी। उसने पुड़िया बेटी को खिला दी। मां से संबंध बनाने के बाद वह बेटी के कमरे में चला गया। थोड़ी देर बाद बेटी की चीख सुनाई दी। वह और रेखा कमरे में पहुंचे। लाडी ने एक और पुड़िया दी। दोनों महिलाओं ने जबरन बेटी को नशीला पदार्थ खिला दिया। बेटी के मुंह से झाग निकलने लगा। थोड़ी देर में लाडी का भाई रणजीत भी वहां पहुंच गया। किशोरी की तबीयत बिगड़ने पर गांव के ही डॉक्टर राजेश को बुलाया। डॉक्टर ने इंजेक्शन दिया। इसके बाद बेटी की मौत हो गई। रणजीत ने उनके गांव के ही चालक रणजीत सिंह को गाड़ी लेकर बुलाया। सभी ने शव धौलरा अड्डे पर फेंक दिया। इसके बाद महिला ने घर पर पति को दुर्घटना की कहानी सुनाई।