आत्महत्या के लिए क्यों मजबूर हुआ प्रवीण मित्तल का परिवार?
==अटल हिन्द ब्यूरो ==
Panchkula family suicide case-पंचकूला में परिवार के सात लोगों ने आत्महत्या कर ली.मृतकों में प्रवीण मित्तल, उनके पिता देशराज मित्तल, मां और पत्नी समेत तीन बच्चों (दो बेटियां और एक बेटा) के रूप में हुई है.मृतकों में कारोबारी प्रवीन मित्तल (42), उनकी पत्नी रीना (38), मां विमला (71), पिता देशराज (72), जुड़वां बेटियां ध्रुविका व डलिशा (11) और बेटा हार्दिक (14) शामिल हैं।इस खबर ने भारत में तहलका मचा दिया आखिर ऐसा क्या हुआ की पुरे परिवार को यह कदम उठाना पड़ा। चश्मदीद ने बताया “हमारे पार्किंग एरिया में उत्तराखंड नंबर की कार खड़ी थी. मैंने कार चालक को कहीं ओर कार को पार्क करने के लिए कहा. मैंने देखा कि कार में लोग बेहोश थे और कार से बदबू आ रही थी. जब मैंने कार चालक से पूछा तो, वो कार ने नीचे उतर कर बैठ गया. उसने कहा कि मैंने बहुत कर्ज ले लिया है. पूरे परिवार ने जहर खा लिया है इतना कहकर वो भी गिर गया.Panchkula suicide case = Praveen Mittal family, who committed suicide along with his entire family, was a resident of Barwala (Hisar)
इतना सुनते ही मैंने पुलिस को फोन किया. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन एंबुलेंस 45 मिनट की देरी से आई. अगर एंबुलेंस वक्त पर आती तो शायद जान बच सकती थी.” आनन-फानन में सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया.प्रवीण मित्तल मूल रूप से हरियाणा के हिसार जिले के बरवाला का रहने वाला था. उसने पंचकूला में स्क्रैप फैक्ट्री लगाई थी. धीरे-धीरे फैक्ट्री घाटे में चली गई और प्रवीण पर कर्ज बढ़ता चला गया.
इस दौरान प्रवीण पर करीब 20 करोड़ से ज्यादा का कर्ज हो चुका था. बैंक की तरफ से और जिन लोगों से उसने लोन लिया था. उनकी तरफ से उसे कॉल आने लगे. देनदार उसे धमकी भी देने लगे थे. इन सभी से पीछा छुड़ाने के लिए प्रवीण परिवार सहित उत्तराखंड के देहरादून में शिफ्ट हो गया. इस दौरान बैंक ने उसके पंचकूला में स्थित दो फ्लैट और फैक्ट्री को कब्जे में लिया, क्योंकि प्रवीण ने बैंक का लोन नहीं चुकाया था.
प्रवीण मित्तल के भतीजे अंकित मित्तल ने बताया कि वो साल 2007 में उन्हें नुकसान हुआ था. जिसके बाद वो पंचकूला छोड़कर पहले कोलकाता गए और फिर वहां तीन महीने बाद देहरादून शिफ्ट हो गए. वहां वो कैब चलाकर परिवार का गुजर बसर कर रहे थे. हाल ही में वो और उनकी फैमली शादी में शामिल हुई थी. तब भी उन्होंने ऐसा कुछ नहीं बताया था. अंकित ने कहा कि अगर उन्हें आत्महत्या करनी ही थी तो तब करते जब कर्ज में डूब गए थे. अब तो उनके ऊपर कर्ज नहीं था. क्योंकि बैंक ने उनकी प्रॉपर्टी, कार और फैक्ट्री जब्त कर ली थी. देनदारों ने भी उनको कुछ नहीं कहा था. अभी तक पुलिस ने हमें सुसाइड नोट नहीं दिया. उसके मिलने के बाद ही सही वजह का पता चल पाएगा.देहरादून से प्रवीण हाल ही में अपनी पत्नी, दो बच्चे और माता-पिता के साथ अपने ससुराल पंचकूला में रहने लगा था, लेकिन वहां उनकी अपने सास-ससुर से नहीं बनी. जिसके बाद वो सेक्टर-27 में परिवार के साथ किराये के मकान में रहने लगा. अचानक से सोमवार (26 मई 2025) की देर रात खबर सामने आई कि प्रवीण, उसकी पत्नी, उसके माता-पिता और तीन बच्चों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली. बताया ये भी जा रहा है कि इससे पहले वो पंचकूला में बागेश्वर धाम की हनुमंत कथा सुनकर लौटे थे. हालांकि इस बात की अभी पुष्टि होना बाकी है. सभी ने खुद से जहर खाया है या किसी ने जबरदस्ती इन्हें जहर खिलाया है. पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच कर रही है.
हरियाणा के पंचकूला में एक ही परिवार के 7 सदस्यों ने सोमवार देर रात सेक्टर 27 में आत्महत्या कर ली. मृतक परिवार पिछले तीन साल पहले देहरादून के कोलागढ़ में किराए पर रहता था और उसके बाद नींबूवाला में किराए पर रहा. देहरादून के अलग-अलग जगह पर रहने में बाद करीब एक साल महीने पहले पंचकूला चले गए थे. वहीं आसपास के लोगों का कहना है कि परिवार काफी हिम्मतवाला था और परिवार खुशहाल था. परिवार मूल रूप से चंडीगढ़ का रहना वाला था और वर्तमान में पंचकूला में किराए पर रह रहा था.
जिस कार में ये लाशें मिलीं वह कार प्रवीन मित्तल के दोस्त गंभीर सिंह नेगी के नाम पर पंजीकृत थी. जब पुलिस ने गंभीर से पूछताछ की तो नेगी ने बताया कि वह प्रवीण को एक NGO के माध्यम से जानते थे. प्रवीण को बैंक से लोन नहीं मिल पा रहा था क्योंकि उसका क्रेडिट रिकॉर्ड खराब था. दोस्ती के नाते नेगी ने अपने नाम पर कार फाइनेंस करवाई थी, जिसे प्रवीण ही चला रहे थे
सात शवों का हुआ पोस्टमार्टम, बिसरा रिपोर्ट का इंतजार
हरियाणा के पंचकूला में सोमवार देर रात कर्ज से परेशान परिवार के 7 लोगों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। सेक्टर-27 में एक घर के खाली प्लॉट के बाहर खड़ी गाड़ी में ये लोग मृत पाए गए थे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, जहां एक व्यक्ति जिंदा मिला, जिसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया।
बिसरा रिपोर्ट आने के बाद होगा मौत का खुलासा
पंचकूला डीसीपी अमित दहिया ने बताया कि सभी शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है। प्रथम दृष्टया यह जहर खाने से मौत का मामला सामने आया है। सभी मृतकों का बिसरा करनाल स्थित मधुबन लैब भेजा गया है और जल्द ही इसकी रिपोर्ट भी आ जाएगी, जिससे मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
डीसीपी हिमाद्री कौशिक ने कहा कि पहली नजर में मामला आत्महत्या का नजर आ रहा है, लेकिन जांच सभी पहलुओं से की जा रही है.’ जांच टीम इलाके के लोगों से पूछताछ कर रही है और CCTV फुटेज खंगाल रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या यह मामला वाकई आत्महत्या का है या इसके पीछे कोई और कहानी छुपी है.
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