हरियाणा बीजेपी सरकार की एक और बड़ी कामयाबी के चलते फर्जी कार्डिलॉजिस्ट ने 70 से 80 लोगों की कर डाली हार्ट सर्जरी
फरीदाबाद /10 जून/अटल हिन्द ब्यूरो
मासूम प्रियांशिता की मौत की आंच अभी ठंडी भी नहीं हुई थी की हरियाणा में बीजेपी की नायब सरकार की मेहरवानी और हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री की मिलीभगत के चलते फरीदाबाद के जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल के हार्ट सेंटर में फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट का खुलासा हुआ है जिसने लगभग 70 से 80 लोगों की हार्ट सर्जरी कर डाली और किसी को खबर तक नहीं लगी।
हरियाणा में यह कोई नया कारनामा नहीं हुआ इससे पहले भी हरियाणा बीजेपी की सरकार की नाकामियों और हरियाणा बीजेपी नेताओँ की जनविरोधी नीतियों और अपने पार्टी आका को खुश करने की घटिया राजनीति के चलते हरियाणा की जनता को काफी कुछ सहन करना पड़ा है लेकिन इन सब विवादों के बाद भी हरियाणा बीजेपी सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा ?कहने का मतलब है की हरियाणा में नायब सैनी बिहारी को सत्ता सौंप कर सिर्फ चेहरा बदला है और नायब सैनी भी हरियाणा के सबसे नकारा मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर वाली घटिया राजनीति ,हरियाणा की जनता को दबा कर सत्ता सुख भोगने सोच ज्यों की त्यों बनी हुई है जिसके चलते गलतिया सरकार करती है और खामियाजा हरियाणा की निर्दोष जनता को भुगतना पड़ रहा है।
अब ताजा घटनाक्रम को ही ले लीजिये जिसमे फरीदाबाद के जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल(Faridabad district Badshah Khan Hospital) के हार्ट सेंटर में फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट का खुलासा हुआ है जिसने लगभग 70 से 80 लोगों की हार्ट सर्जरी कर डाली. मामले का खुलासा होने पर अस्पताल प्रशासन ने डॉक्टर को हटा दिया है. वहीं इस डॉक्टर की पहचान डॉक्टर पंकज मोहन के रूप में हुई है. हालांकि डॉक्टर के ऊपर आरोप ये भी है कि उसने अपने हमनाम डॉक्टर के नाम का दुरुपयोग करके कार्डियोलॉजिस्ट की नौकरी हासिल की थी और लोगों की हार्ट सर्जरी करके उनकी जान से खिलवाड़ कर रहा था.
वहीं इस पूरे मामले को लेकर शिकायतकर्ता संजय गुप्ता की माने तो उन्होंने हार्ट सेंटर में पंकज मोहन के फर्जी डॉक्टर होने की सूचना मिली थी जिसने असली डॉक्टर के नाम का फायदा उठाकर अपने आप को डॉ. पंकज मोहन होने के डॉक्यूमेंट लगाए और जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल के हार्ट सेंटर में नौकरी हासिल कर ली. इस दौरान उसने 70 से 80 मरीजों का ऑपरेशन भी कर डाला, वहीं कई मरीजों की मौत भी इस दौरान हुई. मामले की जानकारी मिलने के बाद संजय गुप्ता अपने स्तर पर जांच में जुट गए और फर्जी डॉक्टर पंकज मोहन के खिलाफ सबूत इकट्ठा करके फरीदाबाद के NIT तीन नंबर स्थित पुलिस चौकी के साथ-साथ उन्होंने सिविल सर्जन को इसके बारे में शिकायत भी की. लेकिन शिकायत मिलने के बाद भी ना तो अस्पताल प्रशासन और ना ही पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई की गई जिसके बाद शिकायतकर्ता संजय गुप्ता ने डीसीपी एनआईटी मकसूद अहमद से मुलाकात करके उन्हें इस मामले की जानकारी दी और उनसे शिकायत की
डीसीपी मकसूद अहमद ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद से हम जांच में जुट गए हैं. दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है और इस दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी. किसी भी सूरत में आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं इस मामले को लेकर जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सत्येंद्र वशिष्ठ ने बताया कि पुलिस ने अस्पताल प्रशासन से कई डॉक्यूमेंट मांगे थे और उन्होंने उन डॉक्यूमेंट्स को पुलिस के हवाले कर दिया है.