ज्योति गिरी प्रॉपर्टी विवाद
आरोपियों पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, कभी भी गिरफ्तारी संभव
ज्योति गिरी के स्वामित्व वाला अस्पताल फर्जी मलिक बन किराए पर देने का आरोप
ज्योति गिरी की प्रॉपर्टी को किराए पर देने के मामले में प्रतिनिधि मंडल सीपी से मिला
प्रतिनिधि मंडल के मुताबिक आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के दिए गए निर्देश
एक दिन पहले सोमवार को ही महामंडल से ज्योति गिरी के खिलाफ की पंचायत
अटल हिन्द ब्यूरो/फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम / बोहड़ाकला । महाकालेश्वर कल्याण ट्रस्ट की अधिष्ठाता एवं महामंडलेश्वर ज्योति गिरी के स्वामित्व वाली बिल्डिंग और चैरिटी अस्पताल का मामला अब आरोपियों के लिए गिरफ्तारी की दहलीज तक पहुंच गया है इस संदर्भ में एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा से मिला और ठोस एवं सटीक और तथ्यात्मक जानकारी देते हुए दस्तावेज भी उपलब्ध करवाए इससे पहले एक दिन सोमवार को बोहड़ा कला गांव में ही राधा कृष्ण मंदिर में संपन्न पंचायत में मौजूद प्रबुद्ध ग्रामीणों के द्वारा अपना अपना पक्ष रखते हुए गंभीर आरोप भी लगाए गए पंचायत में यह भी मांग की गई वायरल कथित वीडियो की सीबीआई जांच भी करवाई जाए
गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर से मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल में विशेष रूप से बेगराज यादव राम भूल प्रधान अरुण कुमार महेश चौहान विक्रम चौहान रजवा प्रधान जीतू चौहान जाटोली महेश पत्र छतर चौहान मोनू चौहान सहित आसपास के इलाके से भी बड़ी संख्या में पर प्रबुद्ध व्यक्ति मौजूद रहे। प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने जानकारी देते हुए बताया पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने एसीपी को तुरंत प्रभाव से फर्जी दस्तावेज बनाकर अस्पताल के भवन को एक अकादमी को किराए पर देने वालों को तुरंत गिरफ्तार करने के आदेश दिए । पुलिस कमिश्नर को कहा की स्वामी ज्योति गिरी महाराज ने गरीब जरूरतमंद लोगों के लिए अस्पताल का निर्माण कराया था। जिसका उद्घाटन दिसंबर 2015 में तत्कालीन राज्यपाल कप्तान सोलंकी ने किया स्वामी ज्योति गिरी महाराज का सपना था की अस्पताल के माध्यम से गरीब लोगों की ओर सेवा कर सकूं। मगर गांव के कुछ लोगों ने स्वामी जी के खिलाफ बड़ा षड्यंत्र रचा।
प्रतिनिधि मंडल के आरोप अनुसार महामंडलेश्वर स्वामी ज्योति गिरी और चैरिटी अस्पताल बिल्डिंग सहित प्रॉपर्टी पर बनी हुई थी। पुलिस कमिश्नर को मिलने वालों में ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष गांव के बड़े किसान राम भूल सिंह चौहान ने बताया की स्वामी जी जब गांव भोड़ा कला में आए उसे समय मंदिर की हालत ठीक नहीं थी। हजारों श्रद्धालुओं ने मंदिर के निर्माण में योगदान दिया और मंदिर बहुत सुंदर बना दिया गया । महेश चौहान ने पुलिस कमिश्नर को जानकारी दी की कुछ लोगों की ज्योति गिरी की प्रॉपर्टी पर नजर थी। इसलिए उनके खिलाफ बहुत ही गहरा षड्यंत्र रचा गया।
एक समय था जब स्वामी ज्योति गिरी महाराज और और श्रद्धालुओं के द्वारा के हनुमान मंदिर के लिए दिल खोलकर दान दिया और अस्पताल और गौशाला का भी निर्माण कराया गया । मगर चंद लोगों की नजर मंदिर , गौशाला, अस्पताल जैसी प्रॉपर्टी पर लगी और गौशाला की हालत भी खराब कर दी। आरोप लगाया गया बेहद शातिराना, बेबाक और मनमाने तरीके से अस्पताल के भवन को फर्जी मालिक बनकर अवैध तरीके से किराए पर दे दिया गया।विक्रम सिंह चौहान ने कहा कहा पंचायत के सहयोग जोहड़ में गौशाला भवन बनाया और पूरे प्रदेश में पंचायती भूमि पर गौशाला गौशाला भवन बने हुए हैं। लेकिन कुछ लोग अब गौशालाओं को भी टारगेट कर रहे हैं ।
भाजपा के प्रदेश किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष बेगराज यादव ने पुलिस कमिश्नर को जानकारी देते हुए कहा की स्वामी ज्योति गिरी महाराज ने ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे उन पर कोई उंगली उठा सके।
स्वामी ज्योति गिरी दुर्घटनाग्रस्त बीमार लाचार बेबस जख्मी गाय को खुद उठाते थे और उनका इलाज कराकर सही करते थे । आज कुछ लोगों की हरकत से गौशाला की हालत खराब है । ऐसे अपराधिक हरकत करने वालों को तुरंत गिरफ्तार कराया जाए। जिससे साधु समाज की इज्जत हो सके और किसी की हिम्मत ना हो सके साधुओं पर उंग उठाने की और उनकी प्रॉपर्टी पर कब्जा करने की। प्रतिनिधि मंडल के दावे के मुताबिक विकास अरोड़ा पुलिस कमिश्नर ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन देते हुए कहा है की आरोपियों की जल्दी से जल्दी गिरफ्तारी की जाएगी। किसी भी सूरत में बक्से नहीं जाएंगे। पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने बिलासपुर थाना क्षेत्र में स्वामी ज्योति गिरी महाराज के स्वामित्व वाले बने निशुल्क अस्पताल भवन पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए कब्जा करने वालों को तुरंत गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं।
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