274 गावों में से 208 गांव हो चुके नशा मुक्त
कैथल, 05 नवंबर ( राजकुमार अग्रवाल)
कैथल जिले को नशा मुक्त करने के लिए कैथल पुलिस एसपी राजेश कालिया के कुशल निर्देशन में लगातार प्रयासरत है। एसपी राजेश कालिया ने जानकारी देते हुए बताया कि डीजीपी हरियाणा शत्रुजीत कपूर के निर्देशानुसार अक्तूबर 2023 में जिला कैथल से डीएसपी कुलदीप बेनीवाल के नेतृत्व में एसआई कर्मबीर सिंह,एएसआई ओमप्रकाश, एचसी सुनील कुमार, महिला सिपाही रितू तथा होमगार्ड शमशेर सिंह को शामिल करके एक नशा जागरूकता टीम का गठन किया गया था। उक्त टीम गांव गांव जाकर विभिन्न स्थानों पर सेमिनार, रैली, नुक्कड़ सभा आदि कार्यक्रम आयोजित करके आमजन सहित युवा वर्ग को नशे के दुष्परिणामों बारे अवगत करवा रही है। उक्त टीम अक्टूबर 2023 में शुरू हुए नशा मुक्त हरियाणा अभियान के तहत करीब 2600 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर चुकी है।
इस दौरान करीब 3 लाख लोगो तक नशा न करने का संदेश पहुंचाया गया। एसपी ने बताया कि सभी चौकी प्रभारी व थाना प्रबंधको द्वारा पंचायतों का सहयोग लेकर कई गांवों में जागरूकता कार्यक्रम करवाए और नशा रोकने के लिए ग्रामीणों की कमेटी भी गठित की गई। इसका असर भी देखने को मिला। नशा तस्करी से लेकर नशा करने वालों में गिरावट हुई। ग्रामीणों व ग्राम पंचायत के सहयोग से कैथल जिले के 274 गांवों में से 208 गांवों को नशा मुक्त गांव घोषित कर दिया गया है। इसके साथ नशा जागरूकता टीम सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहने वाले लोगों के सहयोग से 30 से ज्यादा खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित कर चुकी है,
जिसके तहत कुश्ती, कबड्डी, रेस, वॉलीबॉल जैसी प्रतियोगिताएं करवाई जा रही है। पुलिस की टीम खुद गांव के युवाओं के साथ मैच खेलती है, जिससे युवाओं का ध्यान खेलों की तरफ लगाकर उन्हें नशा की तरफ जाने से रोका जाए। पुलिस टीम सार्वजनिक स्थानों पर जाकर जागरूक करते हैं। सरकार की स्कीम के बारे में बताते है कि सरकारी अस्पताल में नशा छुड़वाने का इलाज किया जाता है। यह एक बीमारी की तरह है जिसे इच्छाशक्ति व इलाज से छोड़ सकते हैं।
एसपी राजेश कालिया ने कहा कि नशा इंसान के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालता है, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इस कारण व्यक्ति बार-बार बीमार होता रहता है। नशा की पूर्ति के लिए कई युवा अपराध का रास्ता चुन लेते हैं। पुलिस टीम लोगों को नशा से बचाने के लिए लगातार जागरूक कर रही है। जागरूकता कार्यक्रमों के अलावा 25 एसपीओ खेल प्रशिक्षक के रूप में नियुक्त किए गए है। जो प्रतिदिन युवाओं को खेलों के प्रति आकर्षित करके सुबह-शाम खेल/योग/व्यायाम का अभ्यास करवा रहे है। इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। सभी मिलकर प्रयास करेंगे तो नशा मुक्त समाज बना सकते हैं। जिला पुलिस प्रशासन का उद्देश्य जिला वासियों के सहयोग से जिला को नशा मुक्त बनाना है।
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