देखा है कहीं, ऐसा डेढ़ करोड़ रुपए से बना हुआ बैडमिंटन कोर्ट !
अमर शहीद राव तुलाराम के नाम पर बैडमिंटन कोर्ट या फिर स्लम परिसर
अमर शहीद राव तुलाराम के वंशज केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत के द्वारा उद्घाटित
यहां पर न तो बिजली , न हीं खेल के संसाधन और न उपकरण उपलब्ध
मेंटेनेंस और देखभाल के नाम पर ठेकेदारी का ही चल रहा है परिषद में खेल
फतह सिंह उजाला
हेलीमंडी । पटौदी जाटोली मंडी परिषद (Pataudi Jatoli Mandi Parishad)के पुराना हेली मंडी क्षेत्र में अमर शहीद राव तुलाराम के नाम पर बना हुआ बैडमिंटन कोर्ट(badminton court) का नाम लेना ही अमर शहीद राव तुलाराम (Amar Shaheed Rao Tularam)की शहादत का अपमान से कुछ कम नहीं हो सकता , यह बात महसूस की जा सकती है। केवल और केवल कथित अपनी राजनीति चमकाने के लिए कुछ लोगों के द्वारा अपने राजनीतिक आका को गुमराह करते या भावनाओं से खेलते हुए राव तुलाराम बैडमिंटन कोर्ट नामकरण कर इसका उद्घाटन करवा लिया गया। करीब 3 वर्ष पहले उद्घाटित हो चुके इस बैडमिंटन कोर्ट में शायद ही आज तक किसी भी लेवल की या किसी भी स्तर की कोई बैडमिंटन प्रतियोगिता आयोजित की गई हो ? इससे और अधिक खरी-खरी बात यह है कि उद्घाटन होने के बाद इस बैडमिंटन कोर्ट में शायद ही आज तक जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि विधायक या फिर पटौदी प्रशासन के अधिकारी के द्वारा यहां आने की या झांकने की जरूरत महसूस की गई हो।

केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के बेहद करीब रहे पूर्व अध्यक्ष सुरेश यादव की धर्मपत्नी रितु यादव के कार्यकाल में उनके द्वारा घोषणा की गई थी हेली मंडी में राव तुलाराम के नाम से बैडमिंटन कोर्ट बनाया जाएगा। इसकी प्रस्तावित लागत अथवा कीमत या निर्माण बजट डेढ़ करोड़ रुपए का आकलन किया गया । जैसे तैसे यह बैडमिंटन कोर्ट बना और बहुत ही जोश के साथ अपने प्रिय सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत का के अभिनंदन में कसीदे पढ़ते हुए इसका उद्घाटन करवा लिया गया । उद्घाटन के बाद अब यहां के जो भी कुछ हालात बने हुए हैं , वह अपने आप में शासन प्रशासन सिस्टम और पटौदी जाटोली मंडी परिषद के लिए बेहद गंभीर और युवा वर्ग की खेल भावना से खिलवाड़ किया जाने का कारण बना हुआ है।
यहां पर बैडमिंटन खेलने या फिर अभ्यास करने के लिए आने वाले मानव शर्मा, वरुण, आर्य, चिराग, आर्यन, देवकरण, ऋषभ, श्रेष्ठ व अन्य के द्वारा बहुत ही मासूमियत के साथ बताया गया , यहां के केयरटेकर को जब भी समस्याओं के लिए बताया जाता है। एक ही जवाब होता है, कहीं और जाकर खेल लिया करो। कथित रूप से हाल ही में इस राव तुलाराम बैडमिंटन कोर्ट कि मेंटेनेंस व अन्य खर्च संबंधित लाखों रुपए के भुगतान किया जाने पर परिषद के ही एक प्रतिनिधि के द्वारा हस्ताक्षर किए गए हैं । कथित रूप से इस बैडमिंटन कोर्ट की देखभाल करना संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध करवाना यह सब ठेके पर दिया गया है। सीधे और सरल शब्दों में बैडमिंटन कोर्ट के नाम पर यहां युवा वर्ग से अधिक ठेकेदार और नगर परिषद के अधिकारी आपस में मिलकर खेल-खेल रहे हैं। इस फ्रेंडली खेल या फ्रेंडली मैच की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच होना युवा होनहार बच्चों के उज्जवल खेल भविष्य के हित में बहुत जरूरी है।

यहां पर ने तो बिजली की व्यवस्था है, खेल कोर्ट परिसर में सीसीटीवी कैमरे भी नहीं है । ठंडी और गर्म हवा तथा बरसात से बचने के लिए खिड़कियों में लग गए शीशे चकनाचूर होकर के गायब हो चुके हैं । यहां आने वाले सुबह-शाम अभ्यास करने वाले और खेलने वाले बच्चों का कहना है कई बार हिंसक बंदर कोर्ट कैंपस में आकर हमला कर चुके हैं। इसी प्रकार से यहां बरामदे में या कैंपस में कई बार आवारा गोधन, गाय, आकल, सांड या अन्य जानवर भी हमला करते रहते हैं । कोर्ट परिसर के सामने ही लगी हुई घास का ने तो लेवल किया गया नहीं इसकी कटिंग की जा रही है। कई बार तो जहरीले जानवर भी निकल आते हैं। शौचालय में आपात स्थिति में जाना किसी के लिए भी संभव नहीं है । यहां पर वाश बेसिन , संडास इत्यादि अपने यहां मौजूद होने का अफसोस मना रहे हैं ।
एक तरफ तो सरकार जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि मंत्री और केंद्रीय मंत्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा प्रदेश के युवाओं के द्वारा सबसे अधिक मेडल लाने के गीत गाते रहते हैं। दूसरी तरफ किस प्रकार की युवा वर्ग को खेल सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध हो रहे हैं। इसका सबसे जीवंत उदाहरण पटौदी जाटोली मंडी परिषद में पुराना हेली मंडी में बना हुआ शहीद तुलाराम बैडमिंटन कोर्ट पूरे सिस्टम की पोल पट्टी खोल रहा है । यहां आने वाले युवा वर्ग का यह भी कहना है कि कोर्ट परिसर में जो नेट लगा हुआ है वह भी आपस में पैसे इकट्ठे करके खरीदने के बाद यहां लगाया गया है।
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