आखिर कैथल जिला पुलिस ने सीवन पुलिस वालों को बचा ही लिया ?
कैथल 9 जुलाई/अटल हिन्द ब्यूरो
सीवन पुलिस ने दलित महिला और तरड़ डिग्री टार्चर किया गुप्तांगों पर वार किये पीड़िता अस्पताल में दाखिल करवाई पुलिस कर्मी नर्स की तरह देखभाल करती नजर आई आखिर क्यों ?लेकिन जिला कैथल पुलिस और अन्य सभी स्वतंत्र संग़ठन चाहे हरियाणा महिला आयोग हो या कोई मानवाधिकार संगठन किसी ने कुछ नहीं किया हाँ इस मामले में इतना जरूर हो रहा है सच है या सिर्फ झूठ ये तो वे दोनों पक्ष जानते है जो इस मामले में एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है लेकिन पुलिस प्रशासन अपने आरोपी पुलिस कर्मियों को बचाने में सफल जरूर रहा और जैसा की होता रहा है उल्टा पीड़िता को ही दोषी ठहराया जा रहा है उसने लड़की को भागने में मदद की और उसका शारीरिक शोषण करवाया ?मामला तब और उलझ जाता है की अगर सीवन पुलिस ने ममता को नहीं मारा पीटा तो फिर सीवन थाने में कौन लोग थे जिन्होंने दलित महिला ममता को थर्ड डिग्री टार्चर किया ?खैर सच्चाई तो सामने आने से रही कुछ दिनों बाद मामला ठंडा पड़ जाएगा और पीड़िता पर दबाब बना दिया जाएगा हो भी वही रहा है दोषी पुलिस कर्मी सरेआम घूम रहे है आखिर वर्दीधारी गुंडे जो है।
सीवन थाना में पूछताछ के दौरान महिला पर कथित थर्ड डिग्री टॉर्चर के मामले में अब तक चंडीगढ़ पीजीआई में उसका मेडिकल परीक्षण नहीं हो पाया है, जबकि घटना को 10 दिन बीत चुके हैं। पीड़िता ममता के परिजनों ने मंगलवार को सीवन थाने के बाहर प्रदर्शन कर आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग की।
उधर, हरियाणा अनुसूचित जाति आयोग की एक टीम आज वीरवार को कैथल पहुंचेगी। सुबह आयोग लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में अन्य मामलों की सुनवाई करेगा, जबकि दोपहर दो बजे के बाद पीड़िता ममता से सीवन नगर स्थित उसके निवास पर जाकर मुलाकात करेगा। आयोग की ओर से मामले की गंभीरता को देखते हुए ममता से विस्तृत पूछताछ की जाएगी।
आयोग ने बुधवार दोपहर को इस संबंध में पत्र जारी कर कैथल निरीक्षण की सूचना दी है। मामले में सीवन थाना प्रभारी ओमप्रकाश ने बताया कि ममता के आरोपों की जांच करनाल एसआईटी कर रही है और इसमें कैथल पुलिस की कोई भूमिका नहीं है।
हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने संज्ञान लिया है। मुख्य आरोपी नसीब की तत्काल गिरफ्तारी के आदेश जारी करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के निर्देश पुलिस को दिए हैं।
उधर, रेनू भाटिया ने कैथल पहुंचकर पीड़िता पक्ष की सुनवाई की। किशोरी ने आरोप लगाया था कि नसीब नामक युवक ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया और उसके बाद शादी से इन्कार कर दिया। साथ ही उसने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी की परिचित महिला ममता ने न केवल बहला-फुसलाकर उसके संबंध नसीब से करवाए, बल्कि बाद में दूसरे युवक से शादी कराने का झांसा देकर उससे भी शारीरिक शोषण कराया।
किशोरी से दुष्कर्म के मामले में हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया के निर्देश के कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी नसीब को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को बुधवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है वहीं दूसरा आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर है।
कैथल पुलिस ने मामले की जांच करनाल पुलिस को सौंप दी थी, जिसके बाद करनाल पुलिस की एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) मामले की जांच कर रही है। इसी टीम द्वारा पीड़िता का पीजीआई चंडीगढ़ में स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जाना है, जो अब तक लंबित है।