कुरूक्षेत्र में बीजेपी पार्षद के पति की गुंडागर्दी विधायक अशोक अरोड़ा के साथ की मारपीट
अटल हिन्द ब्यूरो
कुरुक्षेत्र: थानेसर नगर परिषद की बैठक शुक्रवार दोपहर 3 बजे शुरू हुई,बैठक में पूर्व पार्षद नरेंद्र शर्मा जिस तरह बदतमीजी के साथ बात करते नजर आये उससे लगता है की वे अशोक अरोड़ा से लड़ाई करने के मूड में ही नगरपालिका आये थे दूसरी बात यहाँ इस बात का उल्लेख करना भी जरुरी है की नरेंद्र शर्मा वर्तमान में पार्षद नहीं है फिर उन्हें मीटिंग में किसने और क्यों बुलाया गया। जिसके चलते विधायक अशोक अरोड़ा और पूर्व पार्षद नरेंद्र शर्मा बैठक के दौरान ही आपस में भिड़ गए.विधायक अशोक अरोड़ा और नरेंद्र शर्मा के बीच हुई मारपीट और हंगामे ने थानेसर नगर परिषद की बैठक को चर्चा का विषय बना दिया. अरोड़ा का कहना था कि नियमों के अनुसार केवल पार्षदों को ही बैठक में शामिल होना चाहिए बैठक शुरू होते ही पार्षदों के बीच आपसी बातचीत को लेकर विवाद शुरू हो गया. इस दौरान स्थानीय विधायक अशोक अरोड़ा भी मौजूद थे, और मामला इतना बढ़ा कि नौबत हाथापाई तक पहुंच गई.

बैठक में शर्मा और अरोड़ा के बीच बहस इतनी बढ़ी कि दोनों अपनी कुर्सियों से उठकर भिड़ गए. शोर-शराबे के बीच बीजेपी पार्षदों ने अरोड़ा के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. अरोड़ा थानेसर से कांग्रेस विधायक हैं, जबकि शर्मा पहले उनके करीबी थे और हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. इस विवाद का कारण यह था कि केवल पार्षदों को बैठक में शामिल होने की अनुमति थी, लेकिन शर्मा (पार्षद के पति) और अरोड़ा (विधायक) दोनों ही वहां मौजूद थे. हंगामा बढ़ने पर पुलिस को बुलाया गया, जिसने स्थिति को शांत कराया.
कुरुक्षेत्र थानेसर के विधायक अशोक अरोड़ा ने प्रेसवार्ता कर कहा कि नगर परिषद हाउस की बैठक में आज उन पर किया गया जानलेवा हमला देश के लोकतंत्र पर हमला है और लोकतंत्र के इतिहास में ये काला दिन है. अशोक अरोड़ा केडीबी रोड स्थित अपने कार्यालय पर पत्रकारों से वार्तालाप कर रहे थे. उन्होंने जानकारी दी कि आज वह नप हाउस की बैठक में भाग लेने के लिए निर्धारित समय सायं तीन बजे पहुंचे. उन्होंने देखा कि हाउस में पार्षदों के अलावा सत्ता पक्ष से संबंधित अनेक आउटसाइडर्स बैठे हुए थे. बैठक शुरु होते ही उन्होंने नप के कार्यकारी अधिकारी से पूछा कि उन द्वारा 22 मई को जारी आदेश के अनुसार हाउस की बैठक में केवल पार्षद ही बैठ सकते है. फिर इस बैठक में आउटसाइडर्स क्यों बैठे हुए है. इससे पहले कि कार्यकारी अधिकारी कुछ जवाब देते, वहां पर बैठे कुछ बाहरी व्यक्तियों ने उनके साथ गाली गलौज शुरू कर दिया और उन पर जानलेवा हमला किया. मीटिंग हाल में हो रहे शोर-शराबे को सुनकर बाहर खड़ा उनका सुरक्षा कर्मी अंदर आया और जब सुरक्षा कर्मी ने उन्हें बचाने का प्रयास किया तो इन बाहरी लोगों ने सुरक्षाकर्मी पर भी हमला कर दिया और उसकी डयूटी में बाधा डाली. उन्होंने आरोप लगाया कि उन पर किया गया जानलेवा हमला एक सुनयोजित साजिश के तहत किया गया. मीडिया इन अवांछित तत्वों की गुंडागर्दी न दिखा सके इसलिए नप द्वारा हाउस की मीडिया कवरेज पर भी पाबंदी का आदेश जारी किया गया था.BJP councillor’s husband’s hooliganism, assaulted MLA Ashok Arora
अरोड़ा ने कहा कि उन्होंने सारी घटना की जानकारी कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व को दे दी है. यदि कुरुक्षेत्र पुलिस ने तीन दिन के अंदर उन पर जानलेवा हमला करने वालों के विरुद्ध कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की तो वो अपने साथियों से विचार विमर्श करके आगामी रणनीति बनाएंगे. उन्होंने कहा कि गुंडागर्दी किसी भी कीमत पर सहन नहीं की जाएगी. वे थानेसर हलके की जनता की आवाज उठाने से पीछे नहीं हटेंगे.
अरोड़ा ने कहा कि नगर परिषद पर पिछले लगभग 20 वर्षोें से काबिज नेता नहीं चाहते कि उनके घोटालों की चर्चा वो हाउस की बैठक में उठाए. पिछले कुछ दिनों से नप में हुए भ्रष्टाचार के मुद्दे उन्होंने उठाए है. दो दिन में कुछ ठेकेदारों ने नगर परिषद में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोली है. नगर परिषद में हुए पिछले कई सालों के भ्रष्टाचार के मुद्दे दबाने के लिए ही उन पर जानलेवा हमला किया गया. उन्होंने बताया कि इस घटना की जानकारी एसपी कुरुक्षेत्र को दे दी गई है. विधानसभा अध्यक्ष, हरियाणा के महामहिम राज्यपाल से मिलकर सारी घटना की जानकारी देंगे और मुख्यमंत्री से मिलकर इस प्रकार की गुंडागर्दी करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करेंगे.
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