कलायत /कैथल/14 सितंबर /अटल हिन्द
कलायत बस स्टैंड के पास शुक्रवार की रात करीब 10 बजे कई मोटरसाइकिलों से आए 15-20 दोस्त घूमने निकले तो कलायत पुलिस ने उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया पूछताछ के नाम पर कलायत पुलिस ने युवकों के साथ बदतमीजी की और हाथापाई की जिसके चलते पुलिस वालों ने खुद अपने एक साथी की वर्दी फाड़ कर इल्जाम निर्दोष युवकों पर लगा दिया और इसी झूठे आरोप लगा कर कलायत पुलिस ने आठ युवकों रवि, अन्नु, आदित्य, निखिल, रोहित, अभिमन्यु, अमन और मोहित शामिल हैं को गिरफ्तार किया । इनमें से एक शिमला गांव का और सात कलायत के ही निवासी हैं।
आपको याद होगा की हरियाणा पुलिस आजकल आम जनता को उत्पीड़न करने और निर्दोष जनता को झूठे केसों के फंसा कर बीजेपी के आलोचकों को जेल भेज रही है यह मामला भी कुछ ऐसा ही नजर आ रहा है ,
कलायत पुलिस की माने तो सूचना मिलते ही पीएसआई मन्नू और एचसी प्रदीप मौके पर पहुंचे। वहां पहुंचे तो नशे में धुत युवकों ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। युवकों ने पुलिस कर्मियों की वर्दी फाड़ दी और वर्दी पर लगे लोगो व नेमप्लेट तोड़ दिए। हालात बिगड़ने पर अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया तो आरोपी भागने लगे। भागते समय कई हमलावर युवक शराब के नशे में गिरकर चोटिल भी हो गए।
लेकिन कोई भी आम नागरिक आसानी से पुलिस से नहीं उलझता यह सभी जानते है जब तक पुलिस उन्हें ना उकसाये ,कलायत पुलिस ने लगता है अब आम नागरिकों को घरों में नजरबन्द करने का अभियान चलाया हुआ है वरना क्या आम नागरिक अब कहीं घूम -फिर भी नहीं सकता क्या आपस में दोस्त इकट्ठा नहीं हो सकते कलायत पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए युवक अगर नशे में भी थे तो पुलिस ने उन्हें किस आधार पर रोका क्या सड़क पर चलना गुनाह है, क्या शराब पीना गुनाह है ,नहीं लेकिन पुलिस को मजा आता है आम जनता को परेशान कर उन्हें प्रताड़ित करने में क्योंकि हरियाणा में जनता की सरकार नहीं पुलिस की सरकार है।
यहाँ इस बात का उल्लेख करना भी जरुरी है की अब आम जनता को जागरूक होना पड़ेगा और जो पुलिस बिना की अपराध के निर्दोषों को अपराधी बना देती है उसके खिलाफ आवाज उठानी पड़ेगी न्याय मांगना होगा ,और समझना होगा क्या पुलिस शराब नहीं पीती ,क्या पुलिस की छवि धूमिल नहीं है ,क्या पुलिस को आम जनता का उत्पीड़न करने का अधिकार है लेकिन हम अधिकार और कानून की बात करेंगे तो हरियाणा पुलिस के ये वर्दी वाले गुंडे बंद कमरे में आपको अधमरा कर देंगे ,आपकी बहु बेटियों का बंद कमरे में बलात्कार ,योन उत्पीड़न कर ,आपको को जेल भेज देंगे यह सब हो भी रहा है। इसलिए आम जनता को पुलिस से नहीं उलझना चाहिए अगर हरियाणा पुलिस आपको मारे तो भी चुपचाप सहन कर लेना ,आपको और आपके परिवार की माँ बहनों का यौन शोषण भी आपके सामने करे तो मुँह मत खोलना क्योंकि ये बीजेपी की पुलिस है आपको ऐसे झूठे केसों में फंसा देगी की आपकी सात पुश्ते जेल से बाहर नहीं आ पाएंगी इसलिए पुलिस से उलझो मत जागरूक हो जाओ।
उधर कलायत पुलिस ने बताया कि काबू किए गए युवकों के साथ 7-8 और साथी भी थे, जिन्होंने पुलिस से हाथापाई और मारपीट के बाद अपनी मोटरसाइकिलें छोड़ कर मौके से भाग गए। थाना प्रभारी रामनिवास ने कहा कि पुलिस कर्मी इन हमलावरों की पहचान कर सकते हैं।शिकायत पर संज्ञान लेते हुए कलायत पुलिस ने रवि, अन्नु, आदित्य, निखिल, रोहित, अभिमन्यु, अमन, मोहित और उनके 7-8 साथियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।