ग्रामीणों की दो टूक
पहले करो समस्या का समाधान, नहीं तो फिर बंद करो दुकान !
पचगांव में टोल निर्माण को लेकर संडे को हुई ग्रामीणों की महापंचायत
पहले अंडर पास और फ्लाई ओवर का निर्माण बाद में बनाया जाए टोल
खेड़कीदौला टोल को तीन माह में पचगांव स्थानांतरित करने का लक्ष्य
पचगांव टोल के 20 किलोमीटर दायरे के वाहनों को टोल फ्री की मांग
फतह सिंह उजाला
पचगांव/पटौदी । दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे पर खेड़कीदौला टोल कई कारण से चर्चा का विषय बना हुआ है इसके यहां से दूसरी जगह शिफ्ट किया जाने की भी लंबे समय से मांग की जाती आ रही है इसी कड़ी में इस टोल प्लाजा को शिफ्ट कर बिलासपुर चौक के नजदीक ही पचगांव में बनाया जाना आरंभ कर दिया गया दोनों टोल को बंद करने और आरंभ करने का लक्ष्य 3 महीने का निर्धारण किया गया लेकिन इसी बीच पचगांव और आसपास के लगाते हुए ग्रामीण संभावित परेशानियां को लेकर एकजुट होकर समस्याओं का पहला समाधान चाहते हैं इसी कड़ी में संडे दो दर्जन गांव से अधिक प्रबुद्ध ग्रामीणों की महापंचायत का आयोजन किया गया इस महापंचायत की अध्यक्षता सूबेदार होशियार सिंह के द्वारा की गई
इस महापंचायत में मौजूद विभिन्न वक्ताओं ने तर्कपूर्ण तरीके से क्षेत्र की समस्याओं को रखते हुए सबसे पहले उनके समाधान के लिए शासन प्रशासन और सिस्टम सहित सरकार और मंत्रियों का ध्यान आकर्षित किया इस महापंचायत में मुख्य रूप से दो दो टूक बात शब्दों में कहा गया सबसे पहले अंडरपास और फ्लाई ओवर का निर्माण किया जाए दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे के दोनों तरफ दर्जनों गांव में ग्रामीण रह रहे हैं और उनके खेतों के अलावा ग्रामीणों के रोजगार के साधन अथवा संस्थान भी दोनों तरफ ही मौजूद हैं ग्रामीणों की मांग है कि टोल प्लाजा का निर्माण करने से पहले अंडरपास तैयार किया जाए, जिससे ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े।
विभिन्न प्रबुद्ध ग्रामीणों के द्वारा बताया गया दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे (Delhi-Jaipur National Highway)पर गांव खेड़की दौला स्थित टोल प्लाजा (Toll Plaza)को भारत सरकार ने पचगांव में शिफ्ट करने तथा एनएचएआई ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। जिस जगह पर टोल प्लाजा बनाया जा रहा है, वहां आसपास लगते गांवों को सुविधा मुहैया करवाने के लिए फ्लाईओवर बनाने की योजना थी। इसके तहत निर्माण कार्य बंद करने के साथ टोल प्लाजा का निर्माण शुरू कर दिया है। ग्रामीणों की मांग है कि टोल प्लाजा के निर्माण से पहले आसपास लगते गांवों के निवासियों के लिए अंडरपास बनाया जाए। यदि यह टोल प्लाजा बन जाता है तो गांववासियों को अपने घर तक पहुंचने के लिए 20 किमी लंबा चक्कर लगाना होगा। महापंचायत में आगे की रणनीति को लेकर विचार विमर्श करके फैसला लिया जाएगा।
संडे की इस महापंचायत (Mahapanchayat)में कुकडौला, फाजिलवास, ग्वालियर, चांदला डूंगरवास, फकरपुर, मोकलवास, खरखड़ी, ततारपुर, जमालपुर, घोषगढ़, चित्रसेन ढाणी, शंकरवाली ढाणी, कृम्वास ढाणी, कासन, बिनौला, बोहड़ाकलां, बाघनकी, खेड़की, लांगड़ा, कलवाड़ी, हसनपुर, मोहम्मदपुर, इसरपुर, बिसर, पथरेड़ी, सहरावण सहित अन्य गांव के ग्रामीण भी मौजूद रहे। एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक ग्रामीणों का प्रतिनिधिमंडल मिला था। उन्हें बताया है कि अंडरपास के निर्माण की संभावनाओं को तलाश किया जाएगा। महापंचायत का यह भी कहना है कि ग्रामीण सरकार से अपने लिए कोई बंगला कोठी नहीं मांग रहे सुरक्षित जीवन की मूलभूत सुविधा अंडरपास और फ्लाई ओवर ही मांग रहे हैं यहां पास में ही आईएमटी है और डिज्नीलैंड बनाया जाना भी प्रस्तावित है लेकिन ग्रामीणों के आवागमन की सुविधा के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई
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