अहमदाबाद विमान हादसे ने हरियाणा के चरखी दादरी में हुई 349 मौतों की याद दिला दी
हरियाणा में हुआ था देश का सबसे बड़ा हवाई हादसा,
चरखी दादरी का कब्रिस्तान दे रहा गवाही,
अटल हिंद ब्यूरो
चरखी दादरी के चिड़िया मोड़ के पुराने कब्रिस्तान में सरकार की ओर से 29 साल पहले हुए विमान हादसे का बोर्ड भी लगाया गया है. बोर्ड पर पूरे हादसे की जानकारी दी गई है. दोनों विमानों में कितने और कहां के यात्री और विमान स्टाफ के सदस्य थे, पूरी जानकारी दी गई है. मृतकों का रिकार्ड भी बोर्ड पर दर्शाया गया है.
चरखी दादरी में भी 29 साल पहले दो विमान के टकराने से 349 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में यात्री सहित विमान का स्टाफ भी शामिल है. हादसे के बाद अस्पताल में केवल 298 डेडबॉडी लाई गई थीं, जिनमें से सरकार ने मरने वाले 118 लोगों की पहचान होने पर उनके परिजनों को बुलाकर शव सौंप दिए, जबकि 51 लोगों की बॉडी तक नहीं मिली थी. उस दौरान शवों का अंतिम संस्कार चरखी दादरी के काफी पुराने कब्रिस्तान में एक साथ किया गया था. सभी शवों को जमीन में जेसीबी से गड्ढा खोदकर दफनाया गया था. मृतकों के अंतिम संस्कार में सभी धर्मों के गुरु भी शामिल हुए. सभी 349 मृतकों का रिकॉर्ड बनाकर तीन स्थानों पर शवों का दफनाया गया था.
हादसे में मरने वाले 349 लोगों में ज्यादातर भारत के रहने वाले थे. चरखी दादरी के कब्रिस्तान में इस हादसे का बोर्ड लगाया गया, जिसमें मृतकों की राष्ट्रीयता के आधार पर संख्या अंकित की गई, इसमें भारत के 231, सऊदी के 18, नेपाल के 9, पाकिस्तान के 3, अमेरिका के 2, ब्रिटेन और बांग्लादेश के रहने वालों की संख्या 1-1 दर्ज की गई थी. इसके अलावा भारतीय मृतकों में यूपी के सबसे ज्यादा थे, जिनकी संख्या 80 थी. इसके बाद बिहार के 48, राजस्थान के 46, दिल्ली के 15, केरल के 13, जम्मू और कश्मीर के 9, पंजाब के 7, आन्ध्र प्रदेश के 3, महाराष्ट्र-3, हरियाणा, असम और मध्य प्रदेश के 2-2 लोग शामिल थे.
दरअसल, 12 नवंबर 1996 को दो विमानों के हवा में टकराने से हुए हादसे में विमान स्टाफ समेत कुल 349 लोगों की मौत हो गई थी. दिल्ली से लौट रही सऊदी अरब एयरलाइंस की बोइंग 763 और यहां आ रही कजाकिस्तान एयरलाइंस की फ्लाइट 1907 चरखी दादरी के टिकाण गांव के ऊपर टकरा गई थी. दोनों प्लेन में क्रू मेंबर्स सहित 349 लोग सवार थे. इन सभी की जिंदा जलकर मौत हो गई थी.
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद पूरे देश में शोक का माहौल है. इससे पिछले कई विमान हादसों की यादें ताजा कर दी है. चरखी दादरी में भी 29 साल पहले दो विमान के टकराने से 349 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में यात्री सहित विमान का स्टाफ भी शामिल है.