यो देवा भाई का एरिया है, देवा बोले तो…’
– कहते हुए धमकी दे रहा अजीत उर्फ जीता बजाना
– एसएचओ के लाइन हाजिर होने के बाद सुर्खियों में है जीता
अजय दीप लाठर
गोहाना सिटी पुलिस थाने के एसएचओ सबल सिंह के लाइन हाजिर होने के बाद अजीत उर्फ जीता बजाना सुर्खियों में है। पुलिस महकमे में चर्चा है कि अजीत को पकड़ने के लिए उसके घर पर सबल सिंह ने रेड मारी, लेकिन अपने राजनीतिक संबंधों का इस्तेमाल कर अजीत बच गया। इसी बीच एक कॉल रिकॉर्डिंग भी बाहर आ गई है, जिसमें अजीत अपने अन्य साथियों के साथ गोहाना में किसी सत्तू को धमकी दे रहा है। हालांकि, यह रिकॉर्डिंग जनवरी की मानी जा रही है, लेकिन इसमें वह बार-बार कहता सुनाई देता है कि ‘यो देवा भाई का एरिया है, देवा बोले तो…’
दरअसल, गोहाना सिटी पुलिस थाने ने 16 मई को एफआईआर नंबर 199 दर्ज की। इसमें अजीत उर्फ जीता समेत उसके कई साथी नामजद हैं। पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया। अजीत की गिरफ्तारी के लिए उसके गांव बजाना कलां स्थित निवास पर दबिश दी, लेकिन इसके बाद जो हुआ, उसको लेकर हर पुलिसकर्मी अचंभित है। महकमे में अंदरखाने चर्चा है कि एसएचओ सबल सिंह को इसी कारण से लाइन हाजिर किया गया है। हालांकि, ऑन रिकॉर्ड महकमा चाहे अब कोई भी कारण बताता रहे।
पुलिस के निशाने पर आते ही अजीत उर्फ जीता की 8:28 मिनट की एक कॉल रिकॉर्डिंग बाहर आ गई है। इसमें जीता अपने अन्य साथियों के साथ किसी सत्तू को धमकी दे रहा है, उसे 10 फरवरी को सुबह 10 बजे का टाइम बता रहा है। लेकिन, करीब 5 मिनट पर जीता कहने लगता है कि ‘यो देवा भाई का एरिया है, देवा बोले तो… देवा बोले तो… देवेंद्र कादियान, देवेंद्र कादियान’। बीच में उसके साथी टोकते हैं, लेकिन वह फिर कहता है ‘रिकॉर्डिंग करण दे, रिकॉर्डिंग करण दे। नेता जी ने कह राखी है। देवा बोलो तो देवेंद्र कादियान।’ इस तरह से वह कई बार देवा और देवेंद्र कादियान कहता सुनाई देता है। जब पुलिस महकमे व गोहाना के लोगों से चर्चा की गई कि किस देवा भाई व देवेंद्र कादियान की बात जीता कर रहा है? तो ज्यादातर का यही कहना था कि यह जिक्र प्रदेश सरकार को समर्थन दे रहे गन्नौर के निर्दलीय विधायक देवेंद्र कादियान का है, क्योंकि अजीत और देवेंद्र दोनों एक ही गांव बजाना कलां के हैं। लेकिन, हम इस बात से कतई इतफाक नहीं रखते कि एक विधायक इस तरह से किसी आरोपी का साथ दे सकता है। या फिर उसे शेल्टर दे सकता है। ऐसे में हरियाणा सरकार को जांच करानी चाहिए कि अजीत उर्फ जीता जिस देवा भाई, यानी देवेंद्र कादियान का नाम ले रहा है, वह कौन है और उसके साथ जीते के क्या संबंध हैं? कौन देवा भाई जीते के सिर पर अपना हाथ रखे हुए है? कौन देवा भाई बढ़ते अपराध के खिलाफ हरियाणा पुलिस के अभियान को बौना साबित करने में जुटा है?
अजीत के ढेरों वीडियो, लेकिन कार्रवाई नहीं
अजीत ने फेसबुक पर दो आईडी बनाई हुई हैं। एक अपने ही नाम अजीत कादियान(Ajit Kadian) से, व दूसरी सरपंच का लड़का 047(Sarpanch’s son 047) नाम से। इन पर उसके कितने ही फोटो व वीडियो हथियारों के साथ अपलोड हैं। हालांकि, हम यह पुष्टि नहीं करते कि यह तमाम हथियार लाइसेंसशुदा हैं या फिर अवैध हैं। लेकिन, हरियाणा पुलिस गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले हर उस व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर लाइसेंस निरस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू कर देती है, जो इस तरह से अपने किसी भी हथियार की नुमाइश करता है। लेकिन, अजीत व उसके साथी बाकायदा नहर में हथियार चलाने की प्रेक्टिस करते नजर आते हैं। कभी चलती गाड़ी से हथियार लहराते दिखाई देते हैं तो कभी हथियारों की नुमाइश करते नजर आते हैं। यह सब सोशल मीडिया पर मौजूद है, लेकिन अभी तक पुलिस ने अजीत या उसके साथियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। ऐसे में फिर वही सवाल उठता है कि कहीं देवा भाई (जिसका जिक्र अजीत 8:28 मिनट की कॉल रिकॉर्डिंग में कर रहा है) ही तो उसे पुलिस की कार्रवाई से नहीं बचा रहा है।
Add A Comment