कुर्सी की कसक”
पटौदी जाटोली मंडी परिषद के वाइस चेयरमैन को लेकर जिज्ञासा ?
वाइस चेयरमैन के सबसे मजबूत दावेदार का बिगड़ सकता है समीकरण
इस पद के लिए अभी तक पर्याप्त बहुमत के लिए नहीं बन पा रही सहमति
बड़े नेताओं ने भी निर्वाचित परिषद सदस्यों के पाले में ही डाल छोड़ी गेंद
वाइस चेयरमैन का लक्ष्य लेकर आजाद उम्मीदवार हो चुके भाजपाई
चर्चा है भारतीय संगठन और नेताओं की प्राथमिकता पुराने भाजपा कार्यकर्ता
फतह सिंह उजाला
पटौदी । जिला में गुरुग्राम और मानेसर नगर निगम के साथ ही नवगठित पटौदी जाटोली मंडी परिषद के लिए चुनाव का कार्य 2 मार्च को संपन्न हो चुका है। इसके बाद सभी निर्वाचित निगम मेयर, परिषद अध्यक्ष और पालिका अध्यक्ष के साथ ही वार्ड सदस्यों का भी सामूहिक शपथ ग्रहण समारोह 28 मार्च को संपन्न हो चुका। इसी कड़ी में पटौदी जाटोली मंडी नगर परिषद के चेयरमैन प्रवीण ठाकरिया को विधायक विमला चौधरी के द्वारा विधिवत रूप से कुर्सी पर बिठाकर कार्यभार संभलवाया जा चुका है। इसके बाद में 16 अप्रैल को हाउस की दूसरी मीटिंग भी हो चुकी है । लेकिन नहीं हुआ है अभी तक तो वह है, पटौदी जाटोली मंडी परिषद के वाइस चेयरमैन का चुनाव। वाइस चेयरमैन के लिए वास्तव में वही चेहरे और सदस्य अधिक सक्रिय हैं, जिनके द्वारा अध्यक्ष का लक्ष्य लेकर तैयारी की गई। लेकिन यहां अध्यक्ष पद एससी वर्ग के लिए आरक्षित होने की वजह से वार्ड सदस्य का चुनाव जीत कर हाउस में अब वाइस चेयरमैन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
वाइस चेयरमैन पद पर दावेदारी को लेकर आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले और जीतने वाले अधिकांश वार्ड सदस्य विधायक विमला चौधरी की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता भी ग्रहण कर चुके हैं। मौजूदा समय में एक महिला सहित चार पुरुष दावेदारों की चर्चा और उनके नाम वाइस चेयरमैन दावेदारी को लेकर सुनने के लिए मिलते हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि अभी तक सरकार की तरफ से या विभाग की तरफ से वाइस चेयरमैन चुनाव के लिए किसी प्रकार की सूचना या इशारा नहीं मिल सका है। यह भविष्य के गर्भ में ही है, अभी की वाइस चेयरमैन का चुनाव कब हो सकेगा। लेकिन फिर भी इस पद को लक्ष्य लेकर दावेदार अपने-अपने तरीके से समर्थन जताने के साथ ही पूरी तरह से सक्रिय भी बने हुए हैं।
वाइस चेयरमैन के लिए दावेदारों में शामिल एक सदस्य का साफ-साफ कहना है कि उसके द्वारा वाइस चेयरमैन का चुनाव नहीं लड़ा जाएगा, ना ही वह इस पद के लिए गंभीर है । इस पद के लिए सबसे अधिक सक्रियता, अभिलाषा और हार्दिक इच्छा देहात से संबंधित परिषद के निर्वाचित वार्ड सदस्य के लिए बनी हुई है । लेकिन जिस प्रकार से भाजपा की सदस्यता सामूहिक रूप से स्वीकार की गई , इसके पीछे भी कई प्रकार की चर्चाएं लोगों के बीच बनी हुई है। दूसरी तरफ यह बात भी सामने आई है कि सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा भी वाइस चेयरमैन का चयन जाटोली मंडी परिषद के निर्वाचित सदस्यों की आपसी सहमति पर ही पूरी तरह से छोड़ दिया गया है। एक सदस्य का कहना है कि राव साहब ने कहा है कि जिसको सभी सदस्य चाहेंगे, वही वाइस चेयरमैन बनना भी चाहिए। इसी कड़ी में एक और चौंकाने वाला समीकरण वाइस चेयरमैन के लिए महिला के नाम की चर्चा होना है ।
पटौदी जाटोली मंडी परिषद के निर्वाचित 23 सदस्यों में नो महिला सदस्य सदन के लिए चुनी गई है। पटौदी की विधायक विमला चौधरी महिला है और जिला परिषद गुरुग्राम की अध्यक्ष दीपाली चौधरी भी महिला, जो कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के आशीर्वाद से ही पदासीन होने का श्रेय देती रही है।
बहरहाल पटौदी जाटोली मंडी परिषद के लिए तीन पुरुष और एक महिला के नाम की चर्चा वाइस चेयरमैन के पद के लिए बनी हुई है । लेकिन जिस प्रकार से निर्वाचित सदस्यों की फील्ड में सक्रियता को देखा जाए, तो सबसे अधिक सक्रिय माने जा रहा निर्वाचित सदस्य भी वाइस चेयरमैन के लिए छुपा रुस्तम साबित हो सकता है। लेकिन अंतिम फैसला निर्वाचित सदस्यों को ही करना है । कैसे और किस प्रकार होगा ? यह सब भविष्य के गर्भ में है । लेकिन कटु सत्य भी यह है कि वाइस चेयरमैन चुनाव के लिए तिथि का इंतजार करना के अलावा अन्य कोई विकल्प भी नहीं।
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