AtalHind
चण्डीगढ़ (Chandigarh)टॉप न्यूज़

Manohar सरकार चुनाव से पहले Ram Rahim पर इतनी मेहरबान क्यों?37 महीनों में 9 बार मिल चुकी पैरोल

आखिर Manohar सरकार चुनाव से पहले Ram Rahim पर इतनी मेहरबान क्यों?37 महीनों में 9 बार मिल चुकी पैरोल,
Gurmeet Ram Rahim Parole Row:
Gurmeet Ram Rahim Parole Row: हत्या और बलात्कार जैसे गंभीर मामलों का दोषी गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर से पैरोल दी गई है। इस बार राम रहीम को 21 दिनों की पैरोल दी गई है। राम रहीम को दी गई इस पैरोल पर सवाल खड़े होने लग गए हैं। दरअसल, आज से 4 दिन बाद राजस्थान विधानसभा के चुनाव होने है। इससे पहले भी हरियाणा पंचायत चुनाव और आदमपुर उपचुनाव से पहले राम रहीम को पैरोल दिया गया था। इन को लेकर भी सवाल खड़े हुए थे। हालांकि, चुनाव से पहले ही राम रहीम को पैरोल क्यों दिया जाता है, इस सवाल का जवाब अभी तक खुल के सामने नहीं आया है। बस जब भी सवाल उठते हैं तो इसे पैरोल और फरलो का नियम बता दिया जाता है।

राम रहीम के पैरोल पर खड़े हो रहे सवाल
ऐसा माना जाता है कि राम रहीम का राजस्थान के श्री गंगानगर, हनुमानगढ़ और चुरू समेत उनके साथ लगने वाले कई जिलों में काफी अच्छा प्रभाव है। वहीं, राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है, ऐसे में मतदान के सिर्फ 4 दिन पहले राम रहीम के पैरोल पर सवाल खड़े हो रहे है।

7 महीनें में 9 बार पैरोल
बता दें कि गुरमीत राम रहीम पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर रणजीत सिंह की हत्या और बलात्कार जैसे गंभीर मामलों में दोषी पाए गए हैं और इसके लिए सुनारिया जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे है। इस दौरान हरियाणा सरकार ने राम रहीम 37 महीनें में 9वीं पैरोल दी है। इस बार पैरोल पर बाहर आए राम रहीम उत्तर प्रदेश के बागपत के बरनावा आश्रम में रहेगे।

इसलिए मिली पैरोल
जानकारी के अनुसार, राम रहीम को इस बीमार मां, गोद ली हुई बेटियों की शादी और खेतों की देखभाल करने जैसी दलीलों के आधार पर पैरोल दी गई हैं।

Advertisement

Related posts

Parliament : सोनिया-राहुल को छोड़ 49 सांसद निलंबित, अब तक 141 हुए सस्पेंड

editor

राजू जुलानी खेड़ा और विशाल मुकिमपुरा जैसे कार्यकर्ता  देवीलाल परिवार की सबसे बड़ी ताकत

atalhind

अपराध और ड्रग्स के बीच संबंध हज़ारों है।

atalhind

Leave a Comment

URL