नरवाना 19 दिसम्बर। नरेंद्र जेठी
भारतीय सेना में तैनात सिपाही मनीष कुमार का 18 दिसंबर 2025 को पश्चिम बंगाल स्थित एयरक्राफ्ट बेस पर आकस्मिक निधन हो गया। वह डिफेंस सिक्योरिटी कोर (डीएससी) विंग में सेवाएं दे रहे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार सिपाही मनीष कुमार की तबीयत शारीरिक अभ्यास के बाद आराम के दौरान अचानक बिगड़ गई। चिकित्सकीय जांच में बताया गया कि शरीर की नस फटने के कारण उनका निधन हुआ। जवान के निधन की सूचना मिलते ही यूनिट में शोक की लहर दौड़ गई।
मनीष कुमार मूल रूप से गांव सुलेहड़ा, उपमंडल नरवाना के निवासी थे। उनके पिता जगदीश सिंह, माता सुदेश, पत्नी सुशीला तथा भाई सोनू हैं। वर्ष 2016 में उन्होंने सिख रेजीमेंट (टीए ब्रांच) के माध्यम से भारतीय सेना जॉइन की थी। उन्होंने जालंधर (पंजाब) में प्रशिक्षण प्राप्त किया और वर्तमान में सिपाही के पद पर कार्यरत थे।
जवान का पार्थिव शरीर सैनिक सम्मान के साथ 19 दिसंबर 2025 को गांव सुलेहड़ा लाया गया, जहां सैन्य सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार किया गया। सैनिक के छोटे भाई सोनू ने चिता को मुखाग्नि दी। संस्कार से पहले प्रशासन की तरफ से नायब तहसीलदार रणवीर सिंह ने पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्कर अर्पित कर दिवंगत सैनिक को श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा सर्वजातीय बिनैण खाप के प्रधान रघुवीर नैन, कालवन तपा प्रधान फकीरचंद नैन, भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष जोगिंदर नैन, कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी के सुपुत्र करण प्रताप सिंह, जिला पार्षद वीरेंद्र सिंगवाल, जिला पार्षद पवन सुलेहडा,सतबीर दबलैन, बिट्टू नैन, गांव के सरपंच महावीर जांगड़ा, सुरेंद्र प्रजापति, रंगी राम नैन सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्कर अर्पित कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। सेना के जवानों द्वारा 21 राउंड फायर कर दिवंगत सैनिक को सलामी दी गई। गांव में पहुंचने पर हजारों की तादाद में उमड़े क्षेत्र वासियों, विशेष कर युवाओं ने इंकलाब जिंदाबाद, भारत माता की जय, मनीष कुमार अमर रहे के गगनभेदी नारों के साथ शव यात्रा में हिस्सा लिया। पूरे गांव में पूरा दिन मातम का माहौल रहा और संस्कार के वक्त सन्नाटा छाया रहा। सभी की आंखें नम थी और परिजनों विशेष कर सैनिक के पिता, माता, पत्नी और छोटे भाई का विलाप और रूधन देखा नहीं जा रहा था।
Add A Comment


