कानों देखी और आंखों सुनी
… हम भी हैं पटौदी से विधायक बनने की दौड़ में शामिल
होड़ केवल इस बात की कौन किसके मुकाबला अधिक वोट बटोरेगा
चंडीगढ़ जाने की दौड़ में दिल्ली पुलिस का पूर्व अधिकारी भी मौजूद
दो उम्मीदवार पॉलिटिकल पार्टियों के गठबंधन के चुनावी दावेदार
फतह सिंह उजाला
पटौदी । 2024 विधानसभा चुनाव के लिए हरियाणा विधानसभा में जाने के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होना है। आरक्षित सीट पटौदी विधानसभा से 2024 में सबसे कम संख्या में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार मौजूद है। 2019 में पटौदी से चुनावी मैदान में 12 उम्मीदवार मौजूद रहे । जबकि 1996 में सबसे अधिक 19 उम्मीदवार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने के लिए लोगों के बीच पहुंचे। 2024 के विधानसभा चुनाव में पटौदी विधानसभा सीट पर सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में है।
हरियाणा की राजनीति साफ-साफ कह रही है की सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बीच में ही होना निश्चित है । दूसरी तरफ हरियाणा में सबसे अधिक बार मुख्यमंत्री बनने वाले पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाली इंडियन नेशनल लोकदल और मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी के बीच में तीसरी बार चुनावी गठबंधन हुआ है । इसी कड़ी में जननायक जनता पार्टी और आजाद समाज पार्टी भी मिलकर राजनीतिक चुनौती प्रस्तुत करने में लगी है। पटौदी में सीधा-सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार पूर्व विधायक विमला चौधरी और कांग्रेस के ही पूर्व विधायक स्वर्गीय भूपेंद्र चौधरी की पुत्री पर्ल चौधरी के बीच बना हुआ है। फिर भी अन्य पांच दावेदारों को देखते हुए लोगों के बीच में जिज्ञासा बनी हुई है, कि यह पांच उम्मीदवार कितने वोट ले सकेंगे या फिर इनके बीच में आपस में ही एक दूसरे की जमानत जप्त करवाने की होड़ देखने के लिए मिलेगी।
गठबंधन के ही उम्मीदवार इंडियन नेशनल लोकदल के पवन भोडा क्षेत्र के सबसे बड़े गांव बोहड़ाकला के ही रहने वाले हैं। इसी गांव के ही रहने वाले शिवलाल और गंगाराम भी पटौदी क्षेत्र का हरियाणा विधानसभा में नेतृत्व कर चुके हैं । इस बार इसी गांव के पवन भोडा चुनौती लेकर मैदान में है । सीधा-सीधा गणित और सवाल यह है इंडियन नेशनल लोकदल को 2019 के चुनाव में केवल मात्र 1441 वोट ही प्राप्त हो सके । इनका दावा है निश्चित रूप से विधायक का चुनाव का परिणाम उनके ही पक्ष में आएगा। अब सबसे बड़ा चैलेंज यही है कि इस 1441 वोट की संख्या को और कितना अधिक बढ़ाया जा सकेगा ? इसका खुलासा 8 अक्टूबर को चुनाव परिणाम में होगा, की इनेलो और बीएसपी के गठबंधन को जनता का कितना समर्थन मिला है। इसी प्रकार से बात करते हैं जननायक जनता पार्टी के विषय में , 2024 के चुनाव में नया उम्मीदवार अमरनाथ जेई को जननायक जनता पार्टी और आजाद समाज पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़वाया है । 2019 में पाटोदी पंचायत समिति के पूर्व अध्यक्ष और जिला पार्षद रह चुके दीपचंद पर दाव लगाया गया था। उस समय जननायक जनता पार्टी ने भाजपा को जमुना पार भेजने का नारा लगाते हुए चुनाव लड़ा । पटौदी से जननायक जनता पार्टी को 19629 वोट प्राप्त हो सके । इस बार लोगों में जिज्ञासा यही है कि 19629 के मुकाबले वोट संख्या ऊपर जाएगी या फिर यह आंकड़ा नीचे लुढ़ककर ठहरेगा।
इसी सिलसिले में एक और रोचक पहलू तथा उम्मीदवार और शामिल है प्रदीप जाटोली। जो कि कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने से कांग्रेस से बागी होकर आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव जीतने का दावा परोस रहा है। 2019 में आजाद उम्मीदवार के तौर पर प्रदीप जाटोली ने 5062 वोट प्राप्त करने का आंकड़ा चुनाव आयोग आयोग में और अपने नाम दर्ज करवाया। आम आदमी पार्टी अपने बलबूते ही चुनाव लड़ रही है । लोगों में अब जिज्ञासा यही बनी हुई है की राष्ट्रीय पार्टी आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर प्रदीप जाटोली अपने वोट की संख्या 2019 के मुकाबले और कितनी अधिक अपने नाम दर्ज करवाने में सफल रहेंगे ? दिल्ली पुलिस के ही पूर्व अधिकारी सत्यवीर जनौला गांव के निवासी आजाद उम्मीदवार के तौर पर राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस बीजेपी आप तथा क्षेत्रीय पार्टी को चुनौती दे रहे है । इसी कड़ी में एक और आजाद उम्मीदवार गुरदास का नाम भी शामिल है। अब देखना यही है कि 5 अक्टूबर को मतदान के बाद 8 अक्टूबर को इन पांच उम्मीदवारों में कौन किससे अधिक या फिर कौन किससे काम वोट लेकर एक नया रिकार्ड बनाने का काम करेगा।
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