पटौदी अस्पताल
अस्पताल प्रशासन के पास उपलब्ध नहीं पर्याप्त पावर बैकअप की व्यवस्था
नागरिक अस्पताल परिसर में रखा जनरेटर बना हुआ है सफेद हाथी
फतह सिंह उजाला
पटौदी । पटौदी सामान्य नागरिक अस्पताल में अक्सर लंबे समय तक बिजली गुल रहने की समस्या और शिकायतें सामने आती रहती हैं । इसी कड़ी में सोमवार रात को भी करीब 4 घंटे से अधिक समय तक पूरा अस्पताल परिसर एक प्रकार से भूत बंगला बना रहा । बिजली के बिना गर्मी और उमस के मौसम में इमरजेंसी वार्ड में एडमिट मरीजों से लेकर उनके तीमारदारों के साथ-साथ कर्मचारी तथा स्वास्थ्य अधिकारियों के भी हाथ पांव फूल गए। इसी प्रकार की समस्या का सामना प्रसूति वार्ड में एडमिट गर्भवती महिलाओं के साथ साथ जच्चा और बच्चा को भी करना पड़ा। इस प्रकार बिजली गायब रहने या फिर गुल होने को देखते हुए एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया कि इस प्रकार के गंभीर संकट के लिए आखिर कौन जिम्मेदारी लेगा या किसकी जवाबदेही सुनिश्चित है ? पटौदी सामान्य नागरिक अस्पताल से बिजली का इस प्रकार लंबे समय तक गुल होना या फिर बिजली आपूर्ति लाइन में किसी फाल्ट होना ! यहां के बिजली फीडर का ओवरलोड होना मुख्य कारण है या फिर कोई और वजह हो सकती है ?

पूर्व पार्षद जाहिद कुरैशी और मौजूदा समय में पटौदी जाटोली मंडी परिषद के पार्षद इकरार के मुताबिक पटौदी सामान्य नागरिक अस्पताल में किसी झगड़े की वजह से घायल लोगों को उपचार के लिए लाया गया। लेकिन यहां इलाज तो दूर की बात मरीज को देखने और उनकी सुविधा के लिए बिजली ही नहीं थी। लगभग 1 वर्ष पहले भी कुछ इसी प्रकार के हालात और समस्या पटौदी सामान्य नागरिक अस्पताल में कई घंटे बिजली गायब रहने की सामने आई बिजली नहीं रहने पर पूरा अस्पताल परिसर अंधेरे में डूब कर पूरी तरह से भूत बंगला से कम दिखाई नहीं देता है। बिजली संकट के विषय में जब बिजली निगम के अधिकारी से बात की गई तो बताया गया कि सामान्य नागरिक अस्पताल की बिजली आपूर्ति की लाइन में केबल बक्सा में फाल्ट होने की वजह से यह समस्या बनी। इस समस्या और बिजली फाल्ट का ठीकरा पूरी तरह से बरसात पर फोड़ दिया गया। यह बात ठीक है बरसात होने पर कई बार बिजली आपूर्ति बाधित भी होती है और फाल्ट भी होते हैं । उपचार के लिए आने वाले मरीज और पहले से उपचाराधीन मरीजों को केवल और केवल स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करना उनकी प्राथमिकता होता है । बिजली गुल होने पर बिजली आपूर्ति के लिए पावर बैकअप की व्यवस्था भी अस्पताल प्रशासन के द्वारा की गई है। लेकिन सोमवार शाम को लंबे समय तक बिजली गायब रहने के कारण यह व्यवस्था भी पूरी तरह ठप हो गई।

पटौदी सामान्य नागरिक अस्पताल के ही स्वास्थ्य अधिकारियों का यह भी कहना है कि अस्पताल परिसर में बिजली नहीं होने पर विकल्प के तौर पर जनरेटर की व्यवस्था भी है । लेकिन बार-बार कहने के बावजूद जनरेटर को चालू नहीं किया जा रहा। कथित रूप से इस जनरेटर को चालू करना और जनरेटर से अस्पताल परिसर अथवा कैंपस में बिजली की आपूर्ति बहाल करना, बिजली विभाग की जिम्मेदारी और जवाबदेही बताई गई है । कथित रूप से इसके लिए कई बार बिजली विभाग और पीडब्ल्यूडी विभाग को भी लिखा जा चुका है। फिलहाल बिजली कटौती होने पर आपात स्थिति में बिजली आपूर्ति के लिए एक छोटा 5 किलोवाट का जनरेटर ही उपलब्ध है । इसके अलावा कुल मिलाकर 2 घंटे बिजली बैकअप की सुविधा उपलब्ध होना पटौदी सामान्य नागरिक अस्पताल परिसर में बताया गया है। अब देखना यही है कि हरियाणा प्रदेश के पावर मिनिस्टर अनिल विज और हेल्थ मिनिस्टर आरती सिंह राव क्या पटौदी सामान्य नागरिक अस्पताल में इस प्रकार के लंबे बिजली संकट के समाधान के लिए क्या और किस प्रकार के दिशा निर्देश संबंधित विभागों को जारी कर यहां उपचार करना करवाने वाले रोगियों के कर्मचारियों को भी राहत उपलब्ध करवाते हैं।
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