केंद्रीय भाजपा और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत के बीच जारी है मंथन
पटौदी से भाजपा टिकट के लिए एक दर्जन से अधिक दावेदार के नाम
भाजपा टिकट के दावेदार फील्ड के बजाय बने हुए हैं अभी पोस्टर ब्वायज
अटल हिन्द ब्यूरो /फतह सिंह उजाला
पटौदी । लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद कम से कम अब नरेंद्र मोदी नाम की लहर का दावा नहीं किया जा सकता । गुरुग्राम संसदीय सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधे मुकाबले में जो भी परिणाम रहा, उसे पर अधिक चर्चा करना भी अब उचित नहीं। विधानसभा चुनाव का बिल्कुल बच चुका है, गुरुग्राम संसदीय क्षेत्र में आरक्षित विधानसभा सीट पटौदी और बावल मौजूद हैं । इन दोनों ही सीट के साथ संसदीय क्षेत्र गुरुग्राम को मिलाकर अहीरवाल या दक्षिणी हरियाणा में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की राजनीति के ताकत को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता।
भाजपा का केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व हरियाणा प्रदेश में एक बार फिर भाजपा की सरकार के रूप में अपनी हैट्रिक बनाने के लिए सभी रणनीति और विकल्प पर विचार सहित मंथन कर रहा है। अहीरवाल या दक्षिणी हरियाणा यही एक ऐसा इलाका है, जो कि हरियाणा में बनने वाली विभिन्न पार्टियों की सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका अभी तक निभाते भी आ रहा है । इस दृष्टिकोण से इस क्षेत्र और यहां के छत्रप राजनेता राव इंद्रजीत सिंह को भी हलका में नहीं लिया जा सकता । राव इंद्रजीत अपने समर्थकों से अधिक इस बार पुत्री आरती राव को हरियाणा की राजनीति में मजबूती के साथ लाने का मन बना चुके हैं । इधर-उधर की चल रही चर्चाओं के बीच नित्य प्रति कोई ना कोई नई चर्चा भाजपा और राव इंद्रजीत सिंह को लेकर सुनने के लिए सोशल मीडिया पर मिल रही है । चुनाव के मौसम में राजनीतिक चर्चाओं का हवा में घूमते रहना भी एक आम बात है।
सीधी सीधी बात करते हैं आरक्षित पटौदी विधानसभा क्षेत्र(Pataudi Assembly Seat) की । जिस प्रकार के राजनीतिक हालात बने हुए दिखाई दे रहे हैं , उसको देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की पटौदी से भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार का नाम चौंकाने वाला हो सकता है । पिछले लगभग एक पखवाड़े के राजनीतिक माहौल पर नजर डाली जाए तो पटौदी में भाजपा टिकट के दावेदारों में वह जोश और गर्मी दिखाई दे नहीं दे रही । जैसी की मोदी लहर के दौरान देखी जा रही देखी जा रही थी । पटौदी क्षेत्र की ही नई अनाज मंडी जाटोली में सीएम नायक सैनी की जन आशीर्वाद रैली से पहले मौजूदा विधायक सत्य प्रकाश के द्वारा भाजपा टिकट पर अपना अधिकार , आधिकारिक रूप से जाहिर किया गया । इसके बाद से टिकट के दावेदारी को लेकर किसी प्रकार का कोई भी गंभीर बयान अभी तक नहीं आया है।
आरक्षित सीट पटौदी विधानसभा क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक भाजपा टिकट के दावेदार अपनी अपनी दावेदारी करते आ रहे हैं । हैरानी सबसे अधिक इस बात को लेकर है। जितने भी बीजेपी टिकट के दावेदार हैं, वह ग्रामीण क्षेत्र में लोगों के बीच जाने और संपर्क करने के विपरीत पोस्टर ब्वायज अधिक बने हुए दिखाई दे रहे हैं। भाजपा टिकट के दावेदार में मुख्य रूप से पूर्व विधायक विमला चौधरी, गुरुग्राम नगर निगम की पूर्व मेयर मधु अशोक आजाद, जिला परिषद का चुनाव हारने वाली मधु वाल्मीकि, दीपक कुमार खंडेवाला, पूर्व सरपंच नरेंद्र कुमार पहाड़ी, हीरालाल नंबरदार, मेहर सिंह गांधी, फरुखनगर पालिका की वाइस चेयरमैन जयंती चौधरी, लखन सिंह शिकोहपुर, सुमेर तंवर, यादराम जोया व कई अन्यों के द्वारा दावेदारी परोसी जा रही है ।
कथित रूप से अभी तक के संकेत के मुताबिक पटौदी आरक्षित सीट से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की पसंद अनुशंसा या फिर उनके अपने बेहद विश्वसनीय को ही टिकट देकर उम्मीदवार बनाया जा सकता है । राजनीतिक गलियारों में ऐसी भी चर्चा है कि आरएसएस विचारधारा या फिर आरएसएस से जुड़े हुए कार्यकर्ता को भी इस बार मौका दिया जा सकता है । 5 सितंबर से नामांकन की प्रक्रिया आरंभ होनी है । 1 अक्टूबर को मतदान का दिन निश्चित किया गया है और उम्मीदवार के नाम की भी घोषणा अभी रहस्य बनी हुई है । कुल मिलाकर खरी खरी बात यह है कि जिस प्रकार से भाजपा संगठन के कार्यकर्ताओं पदाधिकारी और टिकट के दावेदारों के द्वारा पार्टी और अपना चुनाव प्रचार किया जाना चाहिए । उसका जोश उमंग और उत्साह कांग्रेस के मुकाबले ठंडा ही बना हुआ है।
Add A Comment