कश्मीर में घबराहट और आतंक का माहौल , भाजपा से कश्मीर नहीं संभल रहा: केजरीवाल
कश्मीरी पंडित बंधुआ मजदूर नहीं हैं, वे जहां चाहें वहां काम करने के लिए स्वतंत्र हैं.’
नई दिल्ली/श्रीनगर/जम्मू/मुंबई: कश्मीर में लक्षित हत्याओं (Targeted Killings) पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार से कार्य योजना पेश करने की मांग करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दावा किया कि कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़कर जाने को मजबूर किया जा रहा है.
उन्होंने दिल्ली के जंतर मंतर पर आम आदमी पार्टी (आप) की ‘जन आक्रोश रैली’ को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीर में हो रहीं घटनाएं दर्शाती हैं कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कश्मीर को नहीं संभाल सकती और वह केवल ‘घटिया राजनीति’ करना जानती है. उन्होंने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा और उस पर कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन देने का आरोप लगाया.
पिछले 30 साल में दो बार ऐसे मौक़े आए जब कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा। और इन दोनों ही बार कश्मीर में बीजेपी का शासन था। इसका मतलब ये कि भाजपा से कश्मीर नहीं संभलता। pic.twitter.com/yCbIRkd3YY
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 5, 2022
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केजरीवाल ने कश्मीर में लक्षित रूप से की जा रही हत्याओं के खिलाफ आयोजित रैली में कहा, ‘मैं पाकिस्तान से कहना चाहता हूं कि वह तुच्छ हथकंडे अपनाना बंद करे. कश्मीर हमारा था और हमेशा भारत का हिस्सा रहेगा. यदि भारत ने फैसला कर लिया, तो पाकिस्तान का अस्तित्व नहीं बचेगा.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस मामले पर चर्चा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से समय लेंगे और कश्मीर में हो रहीं हत्याओं को रोकने को लेकर केंद्र की योजना के बारे में जानेंगे.
उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों को अपने घर छोड़कर जाने के लिए ‘मजबूर किया’ जा रहा है. उन्होंने कहा कि 1990 के दशक में जो हुआ था, वही दोबारा हो रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू कश्मीर में जब भी भाजपा सत्ता में आई है, कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़कर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने रैली में कहा, ‘यह दिखाता है कि भाजपा कश्मीर को नहीं संभाल सकती और उन्हें केवल घटिया राजनीति करनी आती है. कृपया कश्मीर को लेकर राजनीति मत कीजिए.’
उन्होंने कहा, ‘भाजपा सरकार कश्मीरी पंडितों को सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रही है. वे केवल बैठक करते हैं, लेकिन उनके पास कोई योजना नहीं है. इस मामले पर कई बैठकें की गईं और अब हर कोई कार्य योजना के बारे में जानना चाहता है.’
केजरीवाल ने कहा, ‘कश्मीर में जब भी कोई हत्या होती है, तभी यह कहा जाता है कि केंद्रीय गृह मंत्री एक उच्चस्तरीय बैठक कर रहे हैं, लेकिन कार्य योजना कहां है?’
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उन्होंने कहा, ‘योजना क्या है? कश्मीर एक कार्य योजना चाहता है. मैंने कल (शनिवार) देखा कि तीन घंटे तक उच्चस्तरीय बैठक हुई. कई बैठकें हो चुकी हैं. कृपया जमीनी स्तर पर कुछ कार्रवाई कीजिए. लोग मर रहे हैं.’
उन्होंने कहा कि बहुत हो गई मीटिंग. लोग मर रहे हैं. अब भारत को एक्शन चाहिए. जनता एक्शन चाहती है, देश को प्लान बताओ.
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने केंद्र से मांग की कि वह घाटी में हालात से निपटने की अपनी योजना को सार्वजनिक करे.
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र को आमजन को बताना चाहिए कि कश्मीर में स्थिति से निपटने के लिए उसकी क्या योजना है. उन्होंने मांग की कि कश्मीरी पंडितों के साथ हस्ताक्षरित वे शपथ-पत्र रद्द किए जाएं, जिनमें कहा गया है कि वे कश्मीर के बाहर काम नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों की सभी मांगें पूरी की जाएं तथा उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए.
कश्मीर में आतंकवादी समूहों, खासकर लश्कर-ए-तैयबा ने हाल में लक्षित रूप से आठ लोगों की हत्या की है, जिनमें गैर मुसलमान, सुरक्षाकर्मी, एक कलाकार और स्थानीय आम नागरिक शामिल हैं.
केजरीवाल ने दावा किया कि लगभग 4,500 कश्मीरी पंडितों का पुनर्वास किया गया और उन्हें प्रधानमंत्री की राहत योजना के तहत घाटी में नौकरी दी गई, लेकिन उन्हें एक शपथ-पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए भी कहा गया कि वे कश्मीर से बाहर काम नहीं कर सकते.
PM Relief Plan के तहत 4500 Kashmiri Pandits को नौकरी दी गई
लेकिन उनसे Bond Sign करवाया कि उन्हें नौकरी कश्मीर में करनी होगी,Transfer मांगी तो नौकरी से निकाल दिया जाएगा
कश्मीरी पंडित भेड़-बकरी थोड़ी हैं?ऐसा Bond कैसे Sign करा सकते हो?
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— AAP (@AamAadmiParty) June 5, 2022