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Parliament : सोनिया-राहुल को छोड़ 49 सांसद निलंबित, अब तक 141 हुए सस्पेंड

Parliament Security Breach: सोनिया-राहुल को छोड़ 49 सांसद निलंबित, अब तक 141 हुए सस्पेंड

अबतक 142 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है. बीते 18 दिसंबर को संसद के कुल 92 सांसदों को सस्पेंड किया गया था. संसद से विपक्षी सांसदों को निलंबित किए जाने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि किस मुंह से संसद को लोकतंत्र का मंदिर कहेंगे ये लोग, जिसे तरह से इन्होंने विपक्ष के साथ बर्ताव किया है, अगली बार ये लोग आ जाएंगे तो संविधान खत्म हो जाएगा.

Parliament : सोनिया-राहुल को छोड़ 49 सांसद निलंबित, अब तक 141 हुए सस्पेंड

नई दिल्लीः कसभा में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को छोड़ सभी सांसदों को निलंबित कर दिया गया हैं। लोकसभा में तख्तियां दिखाने और सदन की अवमानना करने को लेकर मंगलवार को फारूक अब्दुल्ला, शशि थरूर, मनीष तिवारी और सुप्रिया सुले सहित 49 और विपक्षी सदस्यों को संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया. सदन की अवमानना के मामले में अब तक कुल 95 लोकसभा सदस्यों को निलंबित किया जा चुका है. इससे पहले गत सप्ताह बृहस्पतिवार को 13 सदस्यों को और सोमवार को 33 सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था. लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर 141 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है.

सदन की बैठक दो बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर शुरू हुई तो पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने सदस्यों के नाम लेते हुए कहा, ‘अप्रिय प्रसंग है कि अनेक बार अनुरोध के बावजूद आप निरंतर नियमों की अवहेलना कर रहे हैं। आसन की अवहेलना कर रहे हैं.’ उन्होंने संसद में सुरक्षा चूक के मामले में आसन के समीप आकर नारेबाजी कर रहे विपक्षी सांसदों से कहा, ‘आप निरंतर आग्रह के बाद भी मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं और आपने आसन को कार्यवाही के लिए विवश किया है. इसलिए आपको ‘नेम’ करना पड़ रहा है.’

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संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सर्वसम्मति से स्वीकृत हुआ था कि कोई सदस्य सदन के अंदर ‘प्लेकार्ड’ या तख्ती नहीं लाएंगे, उसके बावजूद सांसद आसन का, सदन का और जनादेश का अपमान कर रहे हैं. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हाल ही में संपन्न पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में इनका जो हाल हुआ है, उसकी हताशा के कारण ऐसा कदम उठा रहे हैं. जोशी ने कहा, ‘‘अगर आप ऐसे ही करते रहे तो अगले चुनाव के बाद आप भी यहां नहीं आ पाएंगे.’

इसके बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 49 विपक्षी सदस्यों का नाम लेकर उन्हें तख्तियां दिखाने और आसन की अवमानना करने के मामले में निलंबित करने का प्रस्ताव रखा जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया. निलंबित किए गए सदस्यों में कांग्रेस के शशि थरूर, मनीष तिवारी, गुरजीत सिंह औजला, सप्तगिरि उलाका, प्रद्युत बोरदोलोई, गीता कोड़ा, ज्योत्सना महंत, जसवीर गिल, कार्ति चिदंबरम, मोहम्मद सादिक, एम के विष्णु प्रसाद, रवनीत सिंह बिट्टू, के. सुधाकरन, वी. वैथिलिंगम, फ्रांसिस्को सरदिन्हा, अदूर प्रकाश, चेल्ला कुमार और प्रतिभा सिंह शामिल हैं.

द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के निलंबित किए गए सदस्यों में एस. जगतरक्षण, एस. आर. पार्थिबन, ए. गणेश मूर्ति, पी. वेलूस्वामी, डीएनवी सेंथिल कुमार और एम. धनुष कुमार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के निलंबित सदस्यों में सुप्रिया सुले, अमोल कोल्हे और पी.पी. मोहम्मद फैजल शामिल हैं. लोकसभा से जनता दल (यू) के राजीव रंजन सिंह, गिरधारी यादव, संतोष कुमार, दुलाल चंद गोस्वामी, दिनेश चंद्र यादव, महाबली सिंह, दिनेश्वर कामत, सुनील कुमार, चंद्रेश्वर प्रसाद और आलोक कुमार सुमन को भी सदन से निलंबित किया गया है.
तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, माला राय, सजदा अहमद और खलीलुर रहमान को, समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव और एस टी हसन को तथा नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला एवं हसनैन मसूदी को भी निलंबित कर दिया गया है. इनके अलावा बहुजन समाज पार्टी से हाल में निलंबित किए गए लोकसभा सदस्य दानिश अली, वीसीके सांसद थोल तिरुमावलवन, आईयूएमएल के अब्दुस समद समदानी और आम आदमी पार्टी के सुशील कुमार रिंकू को भी निलंबित किया गया है. सदस्यों को निलंबित किये जाने के बाद पीठासीन सभापति अग्रवाल ने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी.

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यह कैसा विरोध! TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने की सभापति की मिमिक्री, धनखड़ बोले- भगवान सद्बुद्धि दे
TMC MP Kalyan Banerjee Mimics Jagdeep Dhankhar: संसद सुरक्षा चूक मामले को लेकर विपक्षी सांसदों ने आज फिर सदन में हंगाम किया। इसके बाद आज लोकसभा के सभी विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया।
संसद सुरक्षा चूक मामले को लेकर संसद के मकर गेट पर विपक्षी सांसद लगातार धरना दे रहे हैं। अब तक लोकसभा और राज्यसभा के कुल 141 सासंद निलंबित हो चुके हैं। वहीं लोकसभा में राहुल गांधी और सोनिया गांधी को छोड़कर सभी सांसद निलंबित हो चुके हैं। इस बीच टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की। इस दौरान उन्होंने चेयर के सम्मान को भी दरकिनार कर दिया।

TMC-MP-Kalyan-Banerjee-Mimics-Jagdeep-Dhankhar

जब कल्याण बनर्जी सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री कर रहे थे उस समय राहुल गांधी मिमिक्री का वीडियो करते नजर आए। जब दोपहर 12 बजे सदन दोबारा शुरू हुआ तो इस पर सभापति धनखड़ ने आपत्ति जताते हुए कहा कि राज्यसभा के सभापति का कार्यालय और अध्यक्ष का कार्यालय अलग-अलग है। राजनीतिक दलों के अपने अंतर्विरोध होते हैं। लेकिन इस तरह से विरोध जताना संसदीय परंपराओं का अपमान है।
उन्होंने टीएमसी के सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी पार्टी के वरिष्ठ नेता मेरी नकल कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ साथी उसकी वीडियोग्राफी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संसदीय इतिहास में ऐसी घटना पहले कभी नहीं हुई। भगवान ऐसे सदस्यों को सद्बुद्धि दे। यह हास्यास्पद, शर्मनाक और अस्वीकार्य है।

34 सांसद पूरे सत्र के लिए निलंबित
बता दें कि संसद सुरक्षा चूक मामले में विपक्ष लगातार गृहमंत्री अमित शाह से बयान देने के मांग पर हंगामा कर रहा है। हंगामे के बाद सोमवार को लोकसभा के 33 और राज्यसभा के 33 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। जबकि कांग्रेस के जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत 34 विपक्षी सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। वहीं 11 अन्य सांसदों को कदाचार का नोटिस भी दिया गया है।

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पीएम मोदी हिटलर की राह पर- दिग्विजय सिंह
संसद की सुरक्षा चूक और 92 सांसदों को निलंबित किए जाने पर कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी जिस संगठन का प्रतिनिधित्व करते हैं, वह लोकतंत्र की अवधारणा से बिल्कुल अनजान है। यह एक पूर्व नियोजित हमला था। पीएम मोदी हिटलर के पग चिन्हों पर चल रहे हैं। क्या होता अगर इस स्मोक बम में ‘सरीन’ जैसी जहरीली गैस होती? क्या होता अगर यह फिदायीन होता? सभी सदस्यों की जान जा सकती थी।

निलंबित सांसदों के पास अब आगे क्या विकल्प? Parliament Session में सस्पेंड हो चुके हैं 141 मेंबर्स
Lok Sabha Rajya Sabha Members Suspension: हंगामा करने के चलते लोकसभा और राज्यसभा के करीब 141 सदस्य निलंबित किए जा चुके हैं। अब वे आगे क्या करेंगे और उनके लिए क्या ऑप्शन हैं जानिए?

Lok Sabha Rajya Sabha Members Suspesion Update: 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में चूक हुई, जिस पर संसद के शीतकालीन सत्र में जोरदार हंगामा हुआ। गत 14 दिसंबर से ही संसद के दोनों सदनों में विपक्षियों ने बवाल काटा हुआ है। इसके चलते दोनों सदनों के कुल 141 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। सबसे पहले 14 दिसंबर को सांसदों का निलंबर हुआ। इस दिन लोकसभा के 13 और राज्यसभा का एक सांसद सस्पेंड हुआ। 18 दिसंबर को लोकसभा के 33 और राज्यसभा के 45 सांसद और सस्पेंड कर दिए गए। आज फिर लोकसभा के 47 और राज्यसभा के 2 सांसद निलंबित कर दिए गए। कुल मिलाकर लोकसभा के 93, राज्यसभा के 48 सांसद सस्पेंड हो चुके हैं, लेकिन सस्पेंशन के बाद अब आगे क्या? सांसदों के अब क्या विकल्प बचा है? सस्पेंशन रद्द होगा या नहीं?

सस्पेंशन को अदालत में नहीं के सकते चुनौती
नियमानुसार लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई होती है तो उसके लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। संविधान में प्रावधान है कि संसद से निलंबित किए गए सासंद किसी भी संसदीय कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले सकते, लेकिन अगर निलंबित सांसद अपनी हरकत के लिए माफी मांग ले तो राज्य सभापति और लोकसभा स्पीकर उनके सस्पेंशन को रद्द कर सकते हैं। सस्पेंशन को कोर्ट में चैलेंज भी नहीं किया जा सकता। सांसदों को नियमावली के अनुसार सदनों में व्यवहार करना होता है। नियमावली के उल्लंघन पर सांसदों को अपने भत्ते भी गंवाने पड़ते हैं। नियमावली के नियम 255 के तहत राज्यसभा पति सदन के सदस्यों को पूरे सेशन के लिए सस्पेंड कर सकते हैं। नियम 256 के अनुसार, सभापति किसी सांसद को सेशन से अधिक समय के लिए सस्पेंड कर सकते हैं। नियम 374 के अनुसार, लोकसभा से सांसदों को बाकी सेशन के लिए सस्पेंड किया जा सकता है।
इन वजहों से सस्पेंड किए जा सकते हैं सांसद
संविधान के तहत बनाई गई नियमावली के अनुसार, जो सांसद जानबूझकर सदन की कार्यवाही में बाधा डालते हैं। तख्तियां दिखाकर नारे लगाते हैं। स्पीकर या सभापति के करीब आने की कोशिश करते हैं। अमर्यादित व्यवहार करते हैं और नियमों-आदेशों की अवहेलना करते हैं, संसदीय अनुशासन की अवमानना करते हैं। अपने व्यवहार और हरकतों से संवैधानिक परंपराओं को नुकसान पहुंचाते हैं। उन्हें सभापति या लोकसभा स्पीकर द्वारा सस्पेंड किया जा सकता है।

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